भोपाल में 4 साल लिव-इन के बाद शादी से इनकार पर नर्स ने एनेस्थीसिया का ओवरडोज लेकर आत्महत्या कर ली, प्रेमी फरार।
भोपाल में रिश्तों की कड़वी हकीकत, जब प्यार बना मौत की वजह
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक ऐसी दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसने लिव-इन रिश्तों, भरोसे और टूटे वादों पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। कोलार इलाके के एक निजी अस्पताल में कार्यरत नर्स ने कथित तौर पर अपने ही पेशे से जुड़ी दवा का इस्तेमाल कर जान दे दी। चार साल तक लिव-इन रिलेशनशिप में रहने के बाद जब पार्टनर ने शादी से साफ इनकार कर दिया, तो मानसिक तनाव से जूझ रही नर्स ने एनेस्थीसिया का ओवरडोज लेकर आत्महत्या कर ली। यह मामला न सिर्फ प्रेम संबंधों में बढ़ती असुरक्षा को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भरोसा टूटने के बाद एक व्यक्ति किस हद तक टूट सकता है।
चार साल का साथ, सपनों में शादी और अचानक बदला व्यवहार
मृतका की पहचान 25 वर्षीय मेघा यादव के रूप में हुई है, जो भोपाल के कोलार क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल में नर्स के पद पर कार्यरत थी। परिजनों के अनुसार मेघा पिछले लगभग चार वर्षों से रूपेश साहू नामक युवक के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही थी। दोनों के बीच प्रेम संबंध थे और शादी को लेकर भी सहमति बन चुकी थी। परिवार को इस रिश्ते की जानकारी थी और शुरुआती दौर में रूपेश ने भी शादी के लिए हामी भरी थी। बताया जा रहा है कि करीब छह महीने पहले उसने मेघा के परिवार से शादी को लेकर बातचीत भी की थी, जिससे मेघा को भविष्य सुरक्षित लगने लगा था।
शादी से पीछे हटा प्रेमी, बढ़ता गया मानसिक दबाव
समय बीतने के साथ हालात बदलने लगे। परिजनों का आरोप है कि पिछले कुछ महीनों से रूपेश का व्यवहार अचानक बदल गया था। वह शादी की बात टालने लगा और साफ तौर पर कोई जवाब नहीं देता था। इसी अनिश्चितता और अस्वीकार के डर ने मेघा को मानसिक रूप से तोड़ना शुरू कर दिया। नजदीकी लोगों का कहना है कि मेघा अंदर ही अंदर तनाव में रहने लगी थी। उसने कई बार अपने दोस्तों और परिजनों से इस बारे में बात भी की, लेकिन उसे उम्मीद थी कि शायद हालात बदल जाएंगे।
पेशे से जुड़ी दवा बनी मौत का हथियार
घटना की सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि मेघा ने जिस तरीके से आत्महत्या की, वह उसके पेशे से सीधे जुड़ा हुआ था। पुलिस के मुताबिक, उसने अपने हाथ में करीब चार एमएल एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाया। यह दवा सामान्य तौर पर ऑपरेशन के दौरान मरीजों को बेहोश करने के लिए इस्तेमाल की जाती है और इसकी मात्रा बेहद नियंत्रित होती है। अधिक मात्रा में यह जानलेवा साबित हो सकती है। आशंका जताई जा रही है कि मेघा को अपने पेशे के कारण इस दवा के प्रभाव की पूरी जानकारी थी।
अस्पताल में भर्ती कराकर फरार हुआ प्रेमी
घटना की रात जब मेघा की तबीयत अचानक बिगड़ी, तो उसे एक व्यक्ति अस्पताल लेकर पहुंचा। उसने खुद को मेघा का मुंह बोला भाई बताया और आनन-फानन में उसे भर्ती कराया। बाद में पता चला कि वह व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि उसका लिव-इन पार्टनर रूपेश साहू था। आरोप है कि उसने अस्पताल में अपनी असली पहचान छुपाई और मेघा को भर्ती कराने के बाद वहां से चला गया। अस्पताल प्रशासन और पुलिस को जब इसकी जानकारी मिली, तब तक वह फरार हो चुका था।
मोबाइल बंद, परिवार से संपर्क टूटा
मेघा के परिजनों ने बताया कि जब उन्हें घटना की जानकारी मिली और उन्होंने रूपेश से संपर्क करने की कोशिश की, तो उसका मोबाइल फोन बंद मिला। इस व्यवहार ने परिजनों के शक को और गहरा कर दिया। परिवार का आरोप है कि यदि रूपेश समय रहते सच्चाई बताता और मेघा का साथ देता, तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी। अस्पताल में भर्ती कराने के बाद प्रेमी का यूं गायब हो जाना पूरे मामले को और संदिग्ध बनाता है।
छोटे भाई का बयान, रिश्ते की पूरी कहानी
मेघा के छोटे भाई राजा यादव ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि रूपेश साहू उसकी बहन का प्रेमी था और दोनों चार साल से साथ रह रहे थे। परिवार को शुरू से इस रिश्ते की जानकारी थी। राजा के अनुसार, बहन और रूपेश शादी को लेकर गंभीर थे और परिवार स्तर पर भी बातचीत चल रही थी। लेकिन कुछ समय से रूपेश का रुख बदल गया था, जिससे मेघा काफी परेशान रहने लगी थी। राजा ने आरोप लगाया कि इसी मानसिक प्रताड़ना के चलते उसकी बहन ने यह खौफनाक कदम उठाया।
कमरे से जब्त हुई मेडिकल सामग्री
पुलिस ने मेघा के कमरे की तलाशी के दौरान कुछ मेडिकल सामग्री भी जब्त की है। इनमें इंजेक्शन, दवाइयां और अन्य उपकरण शामिल हैं। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की बात सामने आ रही है, लेकिन पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है। यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि एनेस्थीसिया की व्यवस्था कैसे की गई और क्या इसमें किसी और की भूमिका हो सकती है।
फ्रेंड के बर्थडे से जुड़ा आखिरी दिन
घटना से जुड़ा एक और भावुक पहलू सामने आया है। बताया गया कि 24 दिसंबर को मेघा की दोस्त रानू का जन्मदिन था। इसी वजह से मेघा ने अस्पताल से एक दिन की छुट्टी ली थी। वह अपने एक मुंह बोले भाई शिवराज के साथ बर्थडे पार्टी में जाने वाली थी। शिवराज से उसकी फोन पर बात भी हुई थी। लेकिन जब तय समय पर मेघा ने फोन रिसीव नहीं किया और कई बार कॉल करने पर भी कोई जवाब नहीं मिला, तो शिवराज उसके घर पहुंचा।
घर में बेहोश मिली नर्स, मच गया हड़कंप
जब शिवराज घर पहुंचा तो उसने देखा कि मेघा बेहोशी की हालत में पड़ी हुई थी। घबराकर उसने आसपास के लोगों को बुलाया और तुरंत अस्पताल ले जाने की कोशिश की गई। हालांकि तब तक उसकी हालत बेहद नाजुक हो चुकी थी। अस्पताल पहुंचने के कुछ समय बाद ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस खबर के बाद परिवार में कोहराम मच गया और मोहल्ले में मातम पसर गया।
कोलार पुलिस की जांच, प्रेमी की तलाश तेज
कोलार थाना पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। परिजनों और करीबी लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि सभी तथ्यों की गहनता से जांच की जा रही है और लिव-इन पार्टनर रूपेश साहू की तलाश तेज कर दी गई है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं यह मामला आत्महत्या के लिए उकसाने का तो नहीं है।
लिव-इन रिश्तों पर फिर उठे सवाल
यह घटना एक बार फिर लिव-इन रिलेशनशिप की सामाजिक और कानूनी जटिलताओं को सामने लाती है। बिना विवाह के लंबे समय तक साथ रहने वाले जोड़ों में जब रिश्ते टूटते हैं, तो कई बार भावनात्मक और मानसिक आघात बेहद गहरा होता है। इस मामले में भी शादी का वादा, फिर अचानक इनकार और उसके बाद आत्महत्या ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है।
परिवार की मांग, आरोपी को मिले सख्त सजा
मेघा के परिजनों ने मांग की है कि रूपेश साहू के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उनका कहना है कि अगर उसने समय रहते शादी से इनकार कर दिया होता या मेघा को मानसिक रूप से प्रताड़ित न किया होता, तो शायद यह दिन नहीं देखना पड़ता। परिवार का आरोप है कि रूपेश ने न सिर्फ भरोसा तोड़ा, बल्कि संकट की घड़ी में उसे अकेला छोड़कर भाग गया।
जांच के बाद ही साफ होगी पूरी सच्चाई
फिलहाल पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि यह आत्महत्या का मामला है या इसमें किसी तरह की आपराधिक लापरवाही या उकसावे की भूमिका है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। भोपाल की यह घटना नर्सिंग पेशे, लिव-इन रिश्तों और टूटे वादों की एक ऐसी कहानी बन गई है, जिसने हर किसी को सोचने पर मजबूर कर दिया है।


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