गुरुग्राम: पत्नी ने रची शातिर साजिश! महिला वकील के साथ मिलकर 10 लाख में पति को फंसाने की ‘डील’ की डन, घर से बरामद हुए करोड़ों



गुरुग्राम में पत्नी ने 10 लाख की डील कर पति को झूठे पॉक्सो केस में फंसाया, महिला वकील के घर से करोड़ों की नकदी और गहने बरामद


गुरुग्राम में पत्नी ने रचा शैतानी प्लान, पति को झूठे पॉक्सो केस में फंसाने की साजिश से मचा हड़कंप

हरियाणा के गुरुग्राम शहर में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने वैवाहिक विवादों और कानून के दुरुपयोग पर गहरी बहस छेड़ दी है। यहां एक पत्नी ने अपने पति को झूठे पॉक्सो (POCSO) यानी ‘Protection of Children from Sexual Offences Act’ के केस में फंसाने की साजिश रची। मामला सिर्फ एक झगड़े का नहीं था, बल्कि यह पूरी तरह एक योजनाबद्ध षड्यंत्र था, जिसमें महिला वकील और उसके पति की भूमिका भी सामने आई है। इस केस का खुलासा होते ही पुलिस महकमे में सनसनी फैल गई और समाज में यह चर्चा का विषय बन गया कि किस तरह कानून के नाम पर अब पैसे और बदले का खेल खेला जा रहा है

10 लाख रुपये में तय हुई ‘फंसाने’ की डील, वकील ने तैयार किया पूरा झूठा केस

जांच में सामने आया कि आरोपी पत्नी शालिनी अग्रवाल ने अपने पति के खिलाफ फर्जी पॉक्सो केस दर्ज कराने के लिए सेक्टर 72 की रहने वाली महिला वकील गीतिका से संपर्क किया। दोनों के बीच लंबी बातचीत के बाद 10 लाख रुपये में सौदा तय हुआ। शालिनी ने एडवोकेट गीतिका को एडवांस रकम भी दी और आरोप लगाया गया कि वकील के पति हर्ष ने पूरे केस की फर्जी कहानी तैयार की। इस कहानी को सच्चा दिखाने के लिए उन्होंने एक गरीब व्यक्ति को ‘शिकायतकर्ता’ बना दिया, जिसे गुब्बारे बेचने वाला बताया गया। उस व्यक्ति का नाम हनुमान था जो भूतेश्वर मंदिर के पास गुब्बारे बेचता था। वकील दंपती ने उसे फंसाकर थाने ले जाकर झूठी शिकायत दर्ज कराई कि उसके बेटे के साथ शालिनी के पति ने कुकर्म किया है

थाने में दर्ज हुई फर्जी शिकायत, लेकिन CCTV और ID ने खोल दी पोल

सेक्टर 65 थाने में यह शिकायत जैसे ही दर्ज हुई, पुलिस ने मामले की गंभीरता देखते हुए तुरंत जांच शुरू की। जब पुलिस ने उस व्यक्ति की पहचान और उसके बच्चे के बयान की पुष्टि की, तो कई विसंगतियां सामने आईं। पुलिस ने पाया कि जिसने शिकायत दर्ज कराई थी उसकी दी गई पहचान पत्र (आईडी) से चेहरा मेल नहीं खा रहा था। इस बात ने शक की नींव रखी और जांच अधिकारी ने तुरंत सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए। सीसीटीवी में वकील गीतिका और उसका पति हर्ष उस व्यक्ति के साथ दिखाई दिए जो शिकायत दर्ज कराने आया था। इसने पुलिस को मामले की सच्चाई तक पहुंचा दिया कि पूरा केस प्लानिंग के तहत रचा गया था

पुलिस की तफ्तीश में खुली पोल, पत्नी, वकील और उसका पति गिरफ्तार

पुलिस ने जब गहराई से जांच की तो पता चला कि पूरा खेल पति को फंसाने का था। शालिनी अग्रवाल ने अपने पति से बदला लेने के लिए यह पूरी साजिश रची थी। पुलिस ने महिला वकील गीतिका, उसके पति हर्ष और शालिनी को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों से पूछताछ में यह भी सामने आया कि इस गैंग ने पहले भी कई लोगों को फर्जी केसों में फंसाकर ब्लैकमेल किया है। पुलिस को वकील गीतिका के फ्लैट से एक करोड़ रुपये नकद और करीब तीन करोड़ रुपये के सोने-हीरे के गहने मिले। इस बरामदगी से साफ हो गया कि यह गिरोह लंबे समय से पैसे लेकर झूठे केस बनाकर ब्लैकमेलिंग का धंधा कर रहा था

2007 में हुई थी शादी, लेकिन वर्षों से चल रहा था विवाद

गुरुग्राम पुलिस के अनुसार, आरोपी शालिनी अग्रवाल की शादी साल 2007 में हुई थी। लेकिन कुछ सालों से वह अपने पति से अलग रह रही थी। दोनों के बीच संपत्ति और घरेलू विवाद को लेकर झगड़ा चल रहा था। बताया जा रहा है कि पत्नी की कुछ निजी दस्तावेज या डिजिटल डेटा उसके पति के पास था, जिसे लेकर वह नाराज थी। इसी रंजिश के चलते उसने पति को फंसाने का प्लान बनाया। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि इस महिला वकील ने अब तक किन-किन मामलों में ऐसी ‘सेवाएं’ दी हैं और कितने लोगों को झूठे केसों में फंसाया है

वकील दंपती के पास से करोड़ों की बरामदगी ने खोला बड़ा रैकेट

सेक्टर 72 स्थित वकील गीतिका के फ्लैट से जब पुलिस ने छापा मारा तो अधिकारियों के होश उड़ गए। वहां से लगभग एक करोड़ रुपये नकद, तीन करोड़ के गहने, और कई संदिग्ध केस फाइलें मिलीं। जिनमें कई लोगों की निजी जानकारी, केस के दस्तावेज और फर्जी शिकायत ड्राफ्ट तैयार किए हुए थे। पुलिस ने इन दस्तावेजों को सीज कर लिया है। जांच अधिकारी ने बताया कि यह गिरोह ‘लीगल कंसल्टेंसी’ के नाम पर लोगों से मोटी रकम लेकर ब्लैकमेलिंग और फर्जी मुकदमेबाजी करता था

कानूनी दांव-पेंच और ‘पॉक्सो’ कानून का दुरुपयोग

इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि पॉक्सो कानून, जो बच्चों की सुरक्षा के लिए बनाया गया था, उसका किस हद तक दुरुपयोग हो रहा है। वकील और आरोपी पत्नी की इस हरकत ने समाज के उस वर्ग पर भी सवाल उठा दिया है जो अपने स्वार्थ के लिए कानून की पवित्रता को कलंकित कर रहा है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जांच में यदि अन्य पीड़ित सामने आते हैं तो यह रैकेट और बड़ा निकल सकता है

आरोपी पत्नी और वकील से हो रही कड़ी पूछताछ

गुरुग्राम पुलिस की महिला थाना टीम ने आरोपी शालिनी अग्रवाल, गीतिका और उसके पति हर्ष से कई घंटे पूछताछ की। पूछताछ में यह भी सामने आया कि वे एक ‘लीगल रेस्क्यू एजेंसी’ के नाम पर सोशल मीडिया पर झूठे केस फाइल करने की सलाह भी देते थे। पुलिस अब उनके बैंक अकाउंट, कॉल डिटेल और डिजिटल डिवाइस की जांच कर रही है। साइबर टीम को यह भी जिम्मेदारी दी गई है कि वे पता लगाएं कि इस गिरोह ने अब तक कितने मामलों में पैसे लेकर लोगों को फंसाने की कोशिश की है

पुलिस कर रही है विस्तृत जांच

गुरुग्राम पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की परतें खोलने में जुटी है। पुलिस के अनुसार यह केवल पति-पत्नी का विवाद नहीं बल्कि संगठित गिरोह का मामला है, जो पैसे लेकर झूठे केस बनवाने का धंधा करता था। फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और आगे की जांच जारी है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या वकील गीतिका का किसी अन्य राज्यों में भी ऐसा नेटवर्क सक्रिय है

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