अहमदाबाद में रूबी ने प्रेमी संग पति समीर की हत्या कर शव किचन के नीचे दबाया, पुलिस को 1 साल बाद मिला कंकाल
अहमदाबाद में उजागर हुआ ‘दृश्यम’ स्टाइल मर्डर केस
गुजरात के अहमदाबाद शहर में एक ऐसा हत्याकांड सामने आया है जिसने पुलिस से लेकर पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है. यह मामला बिल्कुल बॉलीवुड की सुपरहिट फिल्म ‘दृश्यम’ की तरह है, जिसमें अपराध को इतनी चालाकी से अंजाम दिया गया कि पुलिस भी सालों तक सच्चाई नहीं जान पाई. यहां भी एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की और शव को घर की रसोई के फर्श के नीचे दफना दिया.
सालभर पहले गायब हुआ था समीर अंसारी
घटना की शुरुआत साल 2024 में हुई थी जब 35 वर्षीय समीर अंसारी अचानक लापता हो गया. परिवार ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन महीनों तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला. शुरुआत में यह मामला सामान्य लापता व्यक्ति का लग रहा था, पर धीरे-धीरे पुलिस को शक होने लगा कि इसमें कुछ और छिपा है.
पति-पत्नी के रिश्ते में दरार बनी हत्या की जड़
पुलिस जांच में सामने आया कि समीर की पत्नी रूबी और उसके बीच लंबे समय से झगड़े चल रहे थे. इन झगड़ों की वजह थी रूबी का इमरान नामक युवक के साथ अवैध संबंध. दोनों के रिश्ते की जानकारी समीर को थी और इसी बात को लेकर पति-पत्नी के बीच लगातार तनाव बना रहता था. इसी कड़वाहट ने धीरे-धीरे इस भयानक अपराध की नींव रखी.
इमरान बना मौत की साजिश का सूत्रधार
जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि रूबी का प्रेमी इमरान ही इस पूरे खेल का सूत्रधार था. दोनों ने मिलकर समीर को रास्ते से हटाने की साजिश रची. इमरान ने अपने दो दोस्तों को भी इसमें शामिल किया ताकि हत्या को पूरी तरह गुप्त रखा जा सके. योजना इतनी चालाकी से बनाई गई कि पुलिस को एक साल तक भनक तक नहीं लगी.
हत्या की रात क्या हुआ था घर में
इमरान ने पूछताछ में बताया कि जिस रात हत्या की गई, रूबी ने खुद अपने पति को बेहोश करने की योजना बनाई थी. जैसे ही समीर बेहोश हुआ, इमरान और उसके साथी घर में घुस आए. उन्होंने समीर के हाथ-पैर बांध दिए और फिर चाकू से उसका गला रेत दिया. हत्या के बाद तीनों ने मिलकर शव को काटा और कई हिस्सों में बांट दिया ताकि उसे छिपाना आसान हो सके.
किचन के नीचे दफनाया गया शव
हत्या के बाद रूबी ने तय किया कि शव को घर में ही दफनाया जाएगा ताकि किसी को शक न हो. उसने अपने प्रेमी और उसके दोस्तों के साथ मिलकर घर की रसोई की टाइलें उखाड़ीं, नीचे गड्ढा खोदा और शव के टुकड़ों को उसमें दबा दिया. ऊपर से नई टाइलें लगाकर पूरा इलाका पहले जैसा बना दिया गया.
पुलिस को 14 महीने बाद मिला सुराग
14 महीने तक समीर के परिवार ने उसके लौटने की उम्मीद नहीं छोड़ी. लेकिन जब कोई संपर्क नहीं हुआ और उसका मोबाइल फोन भी बंद मिला, तो मामला अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के पास पहुंचा. क्राइम ब्रांच ने जैसे ही रूबी और इमरान की कॉल डिटेल्स खंगालीं, रहस्य की परतें खुलने लगीं.
इमरान का कबूलनामा और चौंकाने वाला खुलासा
पुलिस ने इमरान को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने पूरे अपराध का खुलासा कर दिया. उसने बताया कि रूबी ने ही हत्या की पूरी योजना बनाई थी. उसने कहा कि “रूबी ने कहा था कि जब तक समीर जिंदा रहेगा, हमारा साथ संभव नहीं है.” इस कबूलनामे के बाद पुलिस ने रूबी को भी गिरफ्तार कर लिया.
घर से मिला कंकाल, पड़ोसी भी रह गए हैरान
क्राइम ब्रांच की टीम ने इमरान की निशानदेही पर रूबी के घर की रसोई में खुदाई कराई. जब टाइलें हटाईं गईं तो नीचे से इंसानी कंकाल के अवशेष मिले. पूरे मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई. पड़ोसियों ने बताया कि उन्हें कभी अंदाज़ा नहीं था कि उनके बगल में इतना भयावह राज छिपा है.
‘दृश्यम’ जैसी चालाकी, पुलिस भी रह गई हैरान
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हत्या और शव छिपाने का तरीका इतना पेशेवर था कि यह फिल्मी स्क्रिप्ट लग रही थी. रूबी और इमरान ने हत्या के बाद घर की सफाई ऐसे की कि कोई सबूत नहीं छोड़ा. यहां तक कि रसोई में नई टाइलें लगाकर सब कुछ सामान्य दिखाया गया. यही वजह थी कि पुलिस को एक साल तक कुछ भी समझ नहीं आया.
डिजिटल सबूतों से खुली गुत्थी
क्राइम ब्रांच ने जब रूबी के मोबाइल और सोशल मीडिया रिकॉर्ड खंगाले, तब पता चला कि समीर की गुमशुदगी के बाद रूबी लगातार इमरान से संपर्क में थी. उनके बीच कई वित्तीय लेनदेन भी हुए. इन डिजिटल सबूतों ने केस की दिशा बदल दी और पुलिस को शक की सुई रूबी पर टिका दी.
हत्या में शामिल तीनों आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने रूबी, इमरान और उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है. चारों के खिलाफ हत्या, सबूत मिटाने और साजिश रचने का मामला दर्ज किया गया है. फिलहाल पुलिस बाकी पहलुओं की जांच कर रही है कि क्या किसी और ने भी इसमें मदद की थी या नहीं.
मेरठ केस से मिलती-जुलती वारदात
यह मामला इसलिए भी सुर्खियों में है क्योंकि कुछ महीने पहले मेरठ में भी ऐसा ही केस सामने आया था, जहां मुस्कान नाम की महिला ने अपने प्रेमी के साथ पति सौरभ की हत्या की थी. वहां शव को ड्रम में भरकर घर में छिपाया गया था. दोनों मामलों में एक समानता है—पति की हत्या प्रेमी के साथ मिलकर और शव को घर में ही छिपाना.
पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बना मामला
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के अधिकारियों का कहना है कि यह केस उनके करियर का सबसे पेचीदा मामला था. एक साल पुराने केस में बिना किसी सबूत के हत्यारों तक पहुंचना बेहद कठिन था. लेकिन डिजिटल ट्रेल, बैंक ट्रांजेक्शन और साइंटिफिक जांच ने रूबी और इमरान की साजिश को उजागर कर दिया.
समाज में फैली सनसनी और डर
इस हत्याकांड के उजागर होने के बाद पूरे शहर में दहशत फैल गई है. लोग हैरान हैं कि कोई महिला इतनी बेरहमी से अपने पति को मारकर उसे किचन के नीचे दफना सकती है. यह घटना समाज के नैतिक पतन और मानवता की सीमाओं पर सवाल खड़े करती है.
अदालत में पेशी और सजा की तैयारी
अहमदाबाद पुलिस ने रूबी और इमरान को अदालत में पेश किया, जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस ने अदालत में कहा कि यह हत्या पूर्व नियोजित थी और इसे फिल्मी स्टाइल में छिपाने की कोशिश की गई. जांच एजेंसियों का दावा है कि उन्हें जल्द ही चार्जशीट दाखिल करने के लिए सभी सबूत मिल जाएंगे.
अपराध की कहानी जिसने पूरे गुजरात को हिला दिया
रूबी और इमरान का यह अपराध अब चर्चा का विषय बन गया है. शहर में लोग इस केस को ‘रियल लाइफ दृश्यम’ कहकर संबोधित कर रहे हैं. यह मामला न सिर्फ पुलिस के लिए चुनौती था, बल्कि समाज के लिए भी चेतावनी है कि अपराध की योजना कितनी भी चालाकी से क्यों न बनाई जाए, सच एक दिन सामने आ ही जाता है.


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