भीलवाड़ा में SDM छोटू लाल शर्मा ने पेट्रोल पंपकर्मी को थप्पड़ मारा, जवाब में कर्मी ने भी SDM पर हाथ उठाया, CCTV फुटेज वायरल
भीलवाड़ा में SDM और पेट्रोल पंपकर्मी के बीच भिड़ंत से मचा बवाल
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में मंगलवार रात एक ऐसा वाकया सामने आया जिसने पूरे प्रशासनिक तंत्र को हिलाकर रख दिया। अजमेर-भीलवाड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित जसवन्तपुरा के एक सीएनजी पेट्रोल पंप पर उस वक्त हंगामा मच गया जब मांडल के तत्कालीन और मौजूदा प्रतापगढ़ SDM छोटू लाल शर्मा ने पंपकर्मी को थप्पड़ जड़ दिया। इस घटना का जवाब कर्मचारी ने भी उसी अंदाज में दिया और देखते ही देखते वहां अफरा-तफरी मच गई। घटना का पूरा वीडियो CCTV कैमरे में कैद हो गया जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है
SDM का गुस्सा, पंपकर्मी पर बरसा थप्पड़
घटना के चश्मदीदों के मुताबिक, SDM छोटू लाल शर्मा रात करीब नौ बजे पेट्रोल पंप पर अपनी गाड़ी में पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि उन्होंने देखा कि एक अन्य गाड़ी में पहले CNG भरी जा रही है। इस बात पर नाराज होकर उन्होंने पंपकर्मी से कहा—‘मैं SDM हूं यहां का, पहले मेरी गाड़ी में गैस डालो।’ पंपकर्मी ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि पहले आए वाहन को प्राथमिकता दी जाएगी। इसी बात पर SDM का पारा चढ़ गया और उन्होंने पंपकर्मी को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद माहौल गरम हो गया और कर्मचारी ने भी पलटवार करते हुए SDM को थप्पड़ मार दिया
CCTV फुटेज वायरल, पुलिस ने संभाली स्थिति
घटना के कुछ ही समय बाद CCTV फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसमें साफ दिख रहा है कि SDM पहले कर्मचारी को थप्पड़ मारते हैं और बाद में दोनों के बीच धक्का-मुक्की होती है। पंप पर मौजूद अन्य स्टाफ और ग्राहकों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की लेकिन तब तक मामला तूल पकड़ चुका था। सूचना मिलते ही रायला थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को अलग किया। पुलिस ने पूछताछ के बाद पेट्रोल पंप के तीन कर्मचारियों दीपक माली, प्रभुलाल कुमावत और राजा शर्मा को हिरासत में ले लिया
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जांच शुरू
भीलवाड़ा पुलिस ने बताया कि वीडियो के आधार पर प्रारंभिक जांच शुरू की गई है। पंपकर्मी पर SDM पर हाथ उठाने का आरोप है, इसलिए तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर SDM ने पहले थप्पड़ न मारा होता तो यह विवाद कभी नहीं बढ़ता। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच कर रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि झगड़े की शुरुआत किसने की थी। साथ ही घटना के वक्त मौजूद गवाहों से भी बयान लिए जा रहे हैं
पुराने विवादों में भी रहा है SDM का नाम
यह पहला मौका नहीं है जब SDM छोटू लाल शर्मा किसी विवाद में आए हों। सूत्रों के अनुसार, इससे पहले भी उनके खिलाफ सरकारी कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार और दबंगई के कई आरोप लग चुके हैं। प्रतापगढ़ में तैनाती के दौरान भी वे कई बार विवादों में रहे हैं। सरकारी दफ्तरों और सार्वजनिक स्थलों पर उनके व्यवहार को लेकर शिकायतें प्रशासनिक हलकों में पहले भी उठती रही हैं। अब यह नया थप्पड़ विवाद उनके करियर पर एक और दाग बनकर उभरा है
सोशल मीडिया पर बवाल, लोग बोले- ‘कानून सबके लिए बराबर’
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, यूजर्स ने प्रशासनिक दंभी रवैये की आलोचना शुरू कर दी। कई लोगों ने लिखा कि “अगर कोई आम आदमी अधिकारी पर हाथ उठाता तो तुरंत सस्पेंशन और केस दर्ज होता, लेकिन अधिकारी के लिए नियम क्यों नहीं?” वहीं कुछ यूजर्स ने दोनों पक्षों की गलती मानते हुए कहा कि सार्वजनिक स्थल पर इस तरह का व्यवहार अधिकारियों को शोभा नहीं देता। ट्विटर (अब X) और फेसबुक पर #BhilwaraSDM और #ThappadCase जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे
प्रशासन की सफाई और अधिकारी का पक्ष
घटना के बाद प्रतापगढ़ के SDM छोटू लाल शर्मा ने कहा कि “मैंने सिर्फ ड्यूटी के तहत समझाने की कोशिश की थी, लेकिन कर्मचारियों ने अभद्रता की।” वहीं पेट्रोल पंप के कर्मचारियों का कहना है कि SDM ने पहले धमकाया और थप्पड़ मारा, जिसके बाद आत्मरक्षा में प्रतिक्रिया दी गई। पुलिस दोनों पक्षों के बयानों को दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है। प्रशासन ने भी घटना पर रिपोर्ट तलब की है और कहा है कि किसी भी स्थिति में कानून से ऊपर कोई नहीं
आम जनता में प्रशासनिक जिम्मेदारी पर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर प्रशासनिक जिम्मेदारी और जनता के प्रति संवेदनशीलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर SDM जैसे वरिष्ठ अधिकारी से शालीन व्यवहार की अपेक्षा की जाती है, वहीं दूसरी ओर आम कर्मचारियों को भी संयम बनाए रखने की जरूरत है। आम जनता का कहना है कि इस तरह की घटनाएं सरकार की छवि को धूमिल करती हैं और जनता के मन में अफसरशाही के डर को बढ़ाती हैं
जांच जारी, पुलिस ने जुटाए सबूत
भीलवाड़ा पुलिस ने पेट्रोल पंप से सभी CCTV फुटेज अपने कब्जे में लेकर फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं। फिलहाल तीनों गिरफ्तार कर्मचारियों को पूछताछ के बाद न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। वहीं SDM के खिलाफ भी विभागीय जांच की संभावना जताई जा रही है। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अगर अधिकारी दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, मामले की निष्पक्ष जांच कर कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी
SDM थप्पड़ कांड बना राजस्थान की नई सुर्खी
भीलवाड़ा का यह ‘थप्पड़ कांड’ राजस्थान में प्रशासनिक गरिमा और आम जनता के संबंधों पर गहरी चोट छोड़ गया है। जहां एक ओर अधिकारी की गरिमा का सवाल है, वहीं दूसरी ओर आम जनता की अस्मिता और सम्मान का भी मुद्दा जुड़ा है। CCTV फुटेज के वायरल होने के बाद पूरे प्रदेश में बहस छिड़ गई है कि क्या सत्ता और पद का इस्तेमाल अब गुस्से के लिए किया जा रहा है। अब सबकी निगाहें पुलिस जांच और प्रशासनिक कार्रवाई पर टिकी हैं, जिससे यह तय होगा कि न्याय किसके पक्ष में खड़ा होता है


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