संभल में हाजी इरफान कुरैशी की मीट फैक्ट्री और घर पर ईडी-आईटी की छापेमारी, टैक्स चोरी के आरोप में दस्तावेज जब्त, फोर्स की तैनाती।
संभल में ईडी और इनकम टैक्स की संयुक्त रेड, मीट कारोबारी पर शिकंजा
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में सोमवार को बड़ी कार्रवाई हुई। ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और इनकम टैक्स विभाग की संयुक्त टीम ने मशहूर मीट कारोबारी हाजी इरफान कुरैशी के घर और फैक्ट्री पर एक साथ छापेमारी की। यह रेड सुबह से जारी रही और देर शाम तक अधिकारी दस्तावेज खंगालते रहे। हाजी इरफान कुरैशी पर टैक्स चोरी और फर्जी ट्रांजैक्शन के गंभीर आरोप हैं।
फैक्ट्री और घर दोनों जगह एक साथ छापा
छापे के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस और PAC (प्रांतीय सशस्त्र बल) के जवान मौके पर मौजूद रहे। फोर्स ने फैक्ट्री परिसर को चारों ओर से घेर लिया और किसी को भी अंदर-बाहर नहीं जाने दिया।
फैक्ट्री में अफरा-तफरी, कर्मचारियों से पूछताछ
अंदर मौजूद अधिकारियों की टीम ने खंगाले रिकॉर्ड
सूत्रों के मुताबिक, फैक्ट्री के अंदर करीब 20 अधिकारी दस्तावेज, अकाउंट बुक और डिजिटल रिकॉर्ड की जांच में जुटे हैं। वहीं, आवास पर लगभग 30 से अधिक गाड़ियां देखी गईं, जिनमें ईडी और इनकम टैक्स के अधिकारी मौजूद थे। टीम ने हाजी इरफान कुरैशी के वित्तीय लेन-देन, बैंक खातों और विदेशी व्यापार से जुड़ी फाइलों की जांच की।
पुलिस और PAC की तैनाती, फैक्ट्री में सन्नाटा
छापेमारी के दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया। फैक्ट्री गेट पर पुलिसकर्मी और PAC के जवान मौजूद रहे। पूरे परिसर को घेर लिया गया ताकि कोई भी अंदर घुस न सके। आम लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया। फैक्ट्री के अंदर-बाहर केवल जांच टीमों को ही आने-जाने की अनुमति दी गई।
टैक्स चोरी से जुड़े दस्तावेजों की पड़ताल जारी
हाजी इरफान कुरैशी कौन हैं?
हाजी इरफान कुरैशी संभल के जाने-माने मीट कारोबारी हैं। उनकी फैक्ट्री इंडिया फ्रोजन मीट उत्तर भारत की बड़ी मीट प्रोसेसिंग इकाइयों में गिनी जाती है। बताया जाता है कि वे पिछले कई वर्षों से मीट एक्सपोर्ट का व्यापार कर रहे हैं और उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली-एनसीआर तक उनका कारोबार फैला हुआ है। स्थानीय स्तर पर उन्हें ‘हाजी साहब’ के नाम से जाना जाता है।
छापेमारी की वजह — टैक्स चोरी और संदिग्ध लेनदेन
फैक्ट्री में 20 और घर पर 30 गाड़ियां पहुंचीं
सुबह करीब 9 बजे से चली यह कार्रवाई शाम तक जारी रही। फैक्ट्री और घर के बाहर लगभग 50 से अधिक सरकारी गाड़ियां तैनात थीं। आसपास के इलाकों में बड़ी संख्या में लोग इकठ्ठा हो गए, लेकिन पुलिस ने किसी को भी नजदीक नहीं आने दिया। स्थानीय लोग कह रहे हैं कि पहली बार इतने बड़े पैमाने पर किसी व्यापारी के यहां इस तरह की कार्रवाई देखी गई है।
दस्तावेजों की जब्ती और पूछताछ जारी
स्थानीय प्रशासन सतर्क, आसपास के इलाके में पुलिस गश्त
संभल प्रशासन ने इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है ताकि भीड़भाड़ या विरोध की स्थिति न बने। आस-पास के क्षेत्रों में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि कार्रवाई पूरी तरह शांतिपूर्वक चल रही है और किसी भी अप्रिय स्थिति की संभावना नहीं है।

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