स्पाइडरमैन बनकर महिलाओं को सड़क पर डराता था युवक, मीना बाजार में मचाई अफरा-तफरी; अब सलाखों के पीछे पहुंचा स्टंटबाज



सहारनपुर में स्पाइडरमैन मुखौटा लगाकर रील बनाते युवक ने मचाई दहशत, महिलाओं में डर और बाजार में भगदड़, पुलिस ने किया गिरफ्तार


सहारनपुर में ‘स्पाइडरमैन’ का हंगामा, महिलाओं में फैली दहशत

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से एक अजीबोगरीब और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। देवबंद कस्बे के मीना बाजार में अचानक अफरा-तफरी मच गई जब एक युवक स्पाइडरमैन का मुखौटा पहनकर दीवारों और खंभों पर चढ़ते हुए स्टंट करने लगा। युवक का यह करतब देख महिलाएं डरकर भागने लगीं और कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं। पूरा बाजार उस वक्त तमाशे में बदल गया, जब लोग मोबाइल निकालकर वीडियो बनाने लगे। देखते ही देखते वहां भीड़ जुट गई और हालात बिगड़ते चले गए

वायरल रील के चक्कर में मचाया हड़कंप

गिरफ्तार युवक की पहचान तुषार कुमार पुत्र नरेश कुमार के रूप में हुई है, जो देवबंद थाना क्षेत्र के कायस्थवाड़ा मोहल्ले का रहने वाला है। पुलिस की जांच में सामने आया कि तुषार सोशल मीडिया पर रील बनाकर वायरल करना चाहता था। वह इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फॉलोअर्स बढ़ाने की कोशिश में था। इसके लिए उसने स्पाइडरमैन का मास्क खरीदा और कई दिनों से स्टंट की प्रैक्टिस कर रहा था। रविवार को उसने मीना बाजार में दीवारों और खंभों पर चढ़कर रील शूट करनी शुरू की। वहां मौजूद लोग पहले तो मनोरंजन समझते रहे, लेकिन जब उसने तेज-तर्रार मूवमेंट्स करने शुरू किए, तो महिलाएं और बच्चे डर गए। कुछ लोग इसे किसी ‘अपराधी या संदिग्ध’ की हरकत समझने लगे। कुछ ही मिनटों में भीड़ इतनी बढ़ी कि बाजार में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई

मौके पर पहुंची पुलिस, ‘स्पाइडरमैन’ बना गिरफ्तार

घटना की सूचना मिलते ही देवबंद थाना पुलिस की टीम, मिशन शक्ति और एंटी रोमियो स्क्वॉड के साथ मौके पर पहुंची। पुलिस ने बिना समय गंवाए युवक को पकड़ लिया और भीड़ को वहां से हटाया। पुलिस तुषार को थाने ले गई और उससे पूछताछ शुरू की। पूछताछ में उसने बताया कि वह किसी को डराना नहीं चाहता था बल्कि मजाकिया रील बनाकर वायरल करना चाहता था। लेकिन उसकी यह हरकत सोशल मीडिया की सनक में की गई गैर-जिम्मेदार कोशिश साबित हुई। पुलिस ने इस कार्रवाई में उसके मोबाइल और स्पाइडरमैन मास्क को जब्त कर लिया है

महिलाओं ने जताया रोष, सुरक्षा पर उठे सवाल

मौके पर मौजूद महिलाओं ने पुलिस को बताया कि जब युवक खंभों और दीवारों पर चढ़ रहा था, तो उसने कुछ बार इशारे भी किए जिससे कई महिलाएं डर गईं। कुछ ने इसे जानबूझकर डराने की हरकत बताया। लोगों ने बाजार में सुरक्षा की कमी और निगरानी व्यवस्था पर सवाल उठाए। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि युवक काफी देर तक वहां करतब दिखाता रहा, लेकिन पुलिस आने में देर हुई। उनका कहना था कि अगर कोई हादसा हो जाता, तो हालात और बिगड़ सकते थे

पुलिस ने दी सख्त चेतावनी

देवबंद पुलिस ने तुषार को गिरफ्तार कर शांति भंग करने और सार्वजनिक स्थान पर अनुशासन भंग करने के आरोप में कार्रवाई की है। पुलिस ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि सार्वजनिक स्थानों पर स्टंट या रील बनाना कानून का उल्लंघन है। ऐसी हरकतें जनता की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती हैं। देवबंद थाना प्रभारी ने कहा कि सोशल मीडिया पर फेम पाने के लिए लोगों को इस तरह की खतरनाक या अनुशासनहीन गतिविधियों से बचना चाहिए। उन्होंने कहा, “इस तरह के स्टंट किसी हादसे या दहशत का कारण बन सकते हैं। कानून सबके लिए समान है, चाहे वो ‘स्पाइडरमैन’ ही क्यों न हो।”

सोशल मीडिया की दीवानगी बन रही खतरा

इस घटना ने एक बार फिर सोशल मीडिया के नशे की खतरनाक हदें उजागर कर दी हैं। फॉलोअर्स और व्यूज़ के चक्कर में लोग अपनी और दूसरों की जान खतरे में डालने से भी नहीं चूकते। पिछले कुछ महीनों में कई राज्यों से ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जहां युवक-युवतियां इंस्टाग्राम या यूट्यूब के लिए ट्रेन के सामने, सड़कों पर, या सार्वजनिक स्थानों पर स्टंट करते पकड़े गए। पुलिस विभाग ने कई बार चेतावनी दी है कि इस तरह की हरकतें न केवल अपराध हैं बल्कि समाज में अव्यवस्था फैलाती हैं। तुषार का मामला भी इसी श्रेणी में आता है, जहां सोशल मीडिया की सनक ने उसे जेल पहुंचा दिया

‘स्पाइडरमैन’ की कहानी से मिला सबक

देवबंद का यह मामला उस नई पीढ़ी का आईना है जो ‘वायरल’ होने की होड़ में विवेक खो रही है। तुषार जैसे युवक यह नहीं समझते कि मनोरंजन और सार्वजनिक सुरक्षा के बीच एक बहुत पतली रेखा होती है। मीना बाजार की इस घटना में किसी को चोट नहीं पहुंची, लेकिन यह एक बड़ी चेतावनी है कि सोशल मीडिया का दुरुपयोग किस हद तक बढ़ चुका है। पुलिस की कार्रवाई इस बात का संकेत है कि अब ऐसे मामलों में ढील नहीं दी जाएगी। तुषार के खिलाफ आईपीसी की धारा 151 और 290 के तहत मामला दर्ज किया गया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

सोशल मीडिया फेम के पीछे का अंधेरा

यह घटना समाज के सामने एक बड़ा सवाल छोड़ जाती है—क्या ‘वायरल’ होना अब विवेक से बड़ा हो गया है? क्या जिम्मेदारी और कानून की समझ इतनी कमजोर हो चुकी है कि युवा मनोरंजन के नाम पर दहशत फैलाने लगे हैं? सहारनपुर का यह ‘स्पाइडरमैन’ अब जेल की सलाखों के पीछे है, लेकिन यह कहानी हर उस व्यक्ति के लिए सबक है जो सोशल मीडिया की दौड़ में वास्तविकता से कट चुका है। सोशल मीडिया पर लोकप्रियता असली नहीं, लेकिन कानून की गिरफ्त बहुत असली है।

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