लखनऊ में शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद पर हमला: भीड़ ने गाड़ी पर बरसाए पत्थर, वक्फ की जमीन पर अवैध कब्जे का कर रहे थे मुआयना !

लखनऊ में मौलाना कल्बे जवाद की गाड़ी पर पथराव, वक्फ जमीन पर अवैध कब्जे की जांच के दौरान हमला, पुलिस ने शुरू की जांच।

अब्बास बाग की कर्बला में हमला, मौलाना कल्बे जवाद बाल-बाल बचे

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार शाम उस वक्त हड़कंप मच गया जब प्रसिद्ध शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद की गाड़ी पर अराजक तत्वों ने हमला कर दिया। यह घटना ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के अब्बास बाग कर्बला इलाके में हुई। मौलाना वक्फ की जमीन पर चल रहे अवैध कब्जे और निर्माण का जायजा लेने पहुंचे थे। जैसे ही वे मौके पर पहुंचे, भीड़ में से कुछ लोगों ने अचानक उनकी गाड़ी पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। मौलाना इस हमले में बाल-बाल बच गए, लेकिन उनकी गाड़ी को नुकसान पहुंचा।

वक्फ जमीन पर अवैध कब्जे का मामला

मौलाना कल्बे जवाद के अनुसार, अब्बास बाग की कर्बला के पीछे एक जमीन है जो कि वक्फ बोर्ड में “18/62” नंबर नक्शे में दर्ज है। यह भूमि धार्मिक संपत्ति के रूप में रजिस्टर्ड है। लेकिन आरोप है कि पिछले मुतवली ने कुछ लोगों के साथ मिलकर इस जमीन पर कब्जा दे दिया, जहां अब अवैध निर्माण हो रहा है। मौलाना को क्षेत्रवासियों ने इसकी जानकारी दी थी, जिसके बाद वे खुद मौके पर हालात देखने पहुंचे थे।


मौके पर भड़की भीड़, पत्थरबाज़ी से मच गया हंगामा

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब मौलाना कल्बे जवाद अपनी टीम के साथ पहुंचे तो कुछ लोगों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। मौलाना ने शांतिपूर्वक बात करने की कोशिश की, लेकिन देखते ही देखते भीड़ उग्र हो गई और गाड़ी पर पथराव शुरू कर दिया।
अचानक हुए हमले से सुरक्षा कर्मी और मौलाना के साथी घबरा गए। मौलाना ने खुद किसी तरह गाड़ी से बाहर निकलने से इनकार किया और ड्राइवर को वहां से गाड़ी हटाने का निर्देश दिया।

पहली बार नहीं हुआ हमला, पहले भी दी थी शिकायत

मौलाना कल्बे जवाद ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब उन पर हमला हुआ हो। करीब आठ महीने पहले भी जब वे इसी अवैध निर्माण को रोकने के लिए पहुंचे थे, तब भी असामाजिक तत्वों ने हमला किया था। उन्होंने बताया कि उस वक्त भी पुलिस से शिकायत की गई थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि प्रशासन की लापरवाही के कारण ही इन लोगों के हौसले बढ़े हैं और अब फिर से उन्होंने हमला करने की हिम्मत दिखाई है।

दोबारा पहुंचे मौलाना, फिर हुआ दूसरा हमला

पहले हमले के बाद मौलाना वहां से लौट आए, लेकिन थोड़ी देर बाद दोबारा वकीलों और अन्य धर्मगुरुओं के साथ वापस पहुंचे। उन्होंने कहा कि वे इस बार प्रशासनिक अधिकारियों को भी साक्ष्य देना चाहते थे। लेकिन इस बार भीड़ फिर भड़क उठी और दूसरी बार पथराव किया गया। भीड़ ने धार्मिक नारे लगाए और माहौल को भड़काने की कोशिश की। पुलिस ने स्थिति संभालने के लिए अतिरिक्त बल भेजा।

पुलिस ने कहा – दोषियों की पहचान कर रही टीम

ठाकुरगंज पुलिस ने घटना के बाद मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने बताया कि भीड़ में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस हमले में शामिल दो लोगों — मुजम्मिल और पंकज — के नाम सामने आए हैं। दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
अधिकारियों का कहना है कि इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और आगे किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो, इसके लिए गश्त बढ़ा दी गई है।

वक्फ बोर्ड ने दी प्रतिक्रिया, कहा— ‘हमले की निंदा’

वक्फ बोर्ड के सूत्रों ने बताया कि इस घटना की आधिकारिक रिपोर्ट मांगी गई है। बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि मौलाना कल्बे जवाद वक्फ संपत्तियों के संरक्षण के लिए काम कर रहे हैं, और इस तरह का हमला अस्वीकार्य है।
उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति वक्फ संपत्ति पर कब्जा करता है तो यह न केवल कानूनी अपराध है, बल्कि धार्मिक रूप से भी गंभीर मामला है।

मौलाना बोले – “मकसद है वक्फ संपत्तियों को बचाना, न कि झगड़ा करना”

हमले के बाद मौलाना कल्बे जवाद ने कहा, “हम किसी से झगड़ा नहीं चाहते। हमारा उद्देश्य वक्फ संपत्तियों को बचाना है जो कुछ लोगों के लालच और भ्रष्टाचार की वजह से बर्बाद हो रही हैं।”
उन्होंने कहा कि जो लोग इन जमीनों पर अवैध निर्माण कर रहे हैं, वे धर्म और कानून दोनों के खिलाफ काम कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि इस बार सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई ऐसी हिम्मत न कर सके।

समर्थकों में आक्रोश, प्रशासन अलर्ट

हमले के बाद मौलाना के समर्थकों में नाराजगी है। बड़ी संख्या में लोग ठाकुरगंज थाने के बाहर जमा हो गए और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए फोर्स तैनात कर दी है।
लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने कहा है कि इस मामले में किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और कानून-व्यवस्था बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है।

धार्मिक तनाव रोकने के लिए पुलिस ने बढ़ाई निगरानी

पुलिस सूत्रों ने बताया कि अब्बास बाग इलाके में धार्मिक तनाव फैलाने की आशंका को देखते हुए चौकसी बढ़ा दी गई है। स्थानीय इंटेलिजेंस यूनिट को सक्रिय कर दिया गया है और क्षेत्र में लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है। अधिकारियों ने दोनों समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील की है।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ