जौनपुर: पिकअप सवार बदमाशों से पुलिस की भीषण भिड़ंत, दो को लगी गोली, दो दबोचे गए — भारी मात्रा में नकदी व असलहा बरामद



जौनपुर में मीरगंज-मुगरा पुलिस मुठभेड़ में आजमगढ़ के दो बदमाश गोली से घायल, दो गिरफ्तार, पिकअप, नकदी और असलहा जब्त।

इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट


आजमगढ़ के बदमाशों से जौनपुर में जबरदस्त मुठभेड़, पिकअप में भाग रहे थे नकदी और असलहे के साथ

जौनपुर जिले की कानून व्यवस्था को चुनौती देने की कोशिश कर रहे चार बदमाशों को मीरगंज और मुगराबादशाहपुर थाने की संयुक्त पुलिस टीम ने मुठभेड़ में धर दबोचा। इस कार्रवाई में दो बदमाश गोली लगने से घायल हुए, जबकि दो को मौके से जिंदा गिरफ्तार किया गया। मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में नकदी, अवैध असलहा और पिकअप गाड़ी बरामद की गई है। यह कार्रवाई मंगलवार देर रात थाना क्षेत्र मीरगंज के ग्राम सेमरी के पास करौर–मुगरा रोड पर हुई।

गुप्त सूचना पर पुलिस ने की घेराबंदी, बदमाशों ने शुरू की फायरिंग

पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध बदमाश पिकअप में नकदी और असलहा लेकर करौर–मुगरा रोड के रास्ते सेमरी गांव की ओर जा रहे हैं। सूचना मिलते ही थाना मीरगंज और मुगराबादशाहपुर की संयुक्त टीम ने सेमरी पुलिया अंडरपास से आगे रोड पर घेराबंदी की। जैसे ही संदिग्ध वाहन पहुंचा, पुलिस ने रुकने का इशारा किया। लेकिन बदमाशों ने रुकने की बजाय पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दो बदमाशों को गोली लगी और बाकी दो को घेरकर पुलिस ने पकड़ लिया।

गोली लगने से घायल बदमाशों की पहचान, दोनों पर हैं गंभीर आपराधिक मामले

पुलिस ने बताया कि गोली लगने से घायल बदमाशों की पहचान आसिफ उर्फ बुनेल उर्फ सलीम पुत्र कल्लू निवासी मोहद्दीनपुर थाना गंभीरपुर, जनपद आजमगढ़ और कविनाश उर्फ करिया पुत्र प्यारेलाल हरिजन निवासी मोहम्मदपुर भिटिया थाना गंभीरपुर, आजमगढ़ के रूप में हुई है। दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, आसिफ के खिलाफ 13 और कविनाश के खिलाफ 8 से ज्यादा संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। जिनमें लूट, हत्या का प्रयास, डकैती और अवैध हथियार जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।

मौके से गिरफ्तार किए गए अन्य बदमाश, सभी आजमगढ़ के निवासी

घटनास्थल से पुलिस ने दो अन्य बदमाशों को भी गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान नूर आलम पुत्र लियाकत अली और मुदस्सिर पुत्र अयूब, दोनों निवासी मंगरावा रायपुर थाना गंभीरपुर, जनपद आजमगढ़ के रूप में की गई है। प्राथमिक पूछताछ में इन दोनों ने स्वीकार किया कि वे किसी बड़ी लूट की योजना को अंजाम देने के लिए क्षेत्र में आए थे और पिकअप में अवैध हथियारों के साथ नकदी लेकर भागने की फिराक में थे।

बरामद सामान: नकदी, अवैध असलहे और पिकअप वाहन

मुठभेड़ के बाद पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से एक पिकअप वाहन, तमंचे, कारतूस और भारी नकदी बरामद की है। अभी तक नकदी की सटीक गिनती नहीं हो सकी है लेकिन पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह रकम लाखों रुपये में हो सकती है। बरामद तमंचों के साथ जिंदा कारतूस भी मिले हैं। यह आशंका जताई जा रही है कि ये हथियार किसी बड़ी वारदात के लिए इस्तेमाल किए जाने थे।

पुलिस अधीक्षक ग्रामीण की प्रतिक्रिया: "कानून हाथ में लेने वालों को नहीं बख्शा जाएगा"

मुठभेड़ के संबंध में मीडिया को जानकारी देते हुए अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री आतिश कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस टीम ने अपनी सूझबूझ, संयम और बहादुरी का परिचय देते हुए न सिर्फ बदमाशों को दबोचा बल्कि भारी मात्रा में आपराधिक सामग्री भी बरामद की। उन्होंने बताया कि घायल बदमाशों की हालत फिलहाल स्थिर है और उनका इलाज कराया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी अपराधी को कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी और आगे भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी।

आजमगढ़ के गैंग का जौनपुर में बढ़ता अपराध नेटवर्क, पुलिस के लिए बनी चुनौती

जौनपुर पुलिस के लिए आजमगढ़ के अपराधी लंबे समय से चिंता का विषय बने हुए हैं। सीमावर्ती इलाकों से अपराधी बार-बार जिले में दाखिल होकर लूट, छिनैती, अवैध असलहा तस्करी जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं। खासकर गंभीरपुर थाना क्षेत्र से जुड़े बदमाशों की सक्रियता मीरगंज, बदलापुर और मुगराबादशाहपुर इलाके में पिछले कुछ महीनों में बढ़ी है। पुलिस ने इस मुठभेड़ के बाद इनके पूरे नेटवर्क को खंगालने का काम शुरू कर दिया है।

घायल बदमाशों से पूछताछ में मिल सकते हैं बड़े खुलासे

पुलिस को उम्मीद है कि गोली लगने से घायल हुए बदमाशों से पूछताछ में कई अहम सुराग मिल सकते हैं। उनकी गिरफ्तारी से जिले में पिछले दिनों हुई कुछ लूट और हथियार तस्करी के मामलों की गुत्थी सुलझ सकती है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि बरामद नकदी किन स्रोतों से जुटाई गई थी और इसका इस्तेमाल कहां होना था।

पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी, जनता में सुरक्षा का भरोसा मजबूत

इस मुठभेड़ को जौनपुर पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। मीरगंज और मुगराबादशाहपुर पुलिस की सक्रियता और तत्परता से चार बदमाश पकड़े गए, जिससे जिले में सक्रिय अपराधियों के हौसले पस्त होंगे। जनता के बीच सुरक्षा और विश्वास का माहौल भी मजबूत होगा। पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अगर किसी को अपने क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिले तो तुरंत नजदीकी थाने को सूचना दें।

आगे की कार्रवाई जारी, गैंग की कड़ियां जोड़ी जा रही हैं

पुलिस विभाग ने इस मुठभेड़ के बाद इन चारों बदमाशों के आपराधिक इतिहास, नेटवर्क और फंडिंग स्रोतों की गहन जांच शुरू कर दी है। फोन कॉल डिटेल, व्हाट्सएप चैट, बैंक ट्रांजैक्शन जैसे तकनीकी पहलुओं की भी जांच की जा रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि ये बदमाश एक संगठित गैंग के सदस्य हैं, जिनके तार पूर्वांचल के कई जिलों से जुड़े हो सकते हैं।

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