जबलपुर: बिजली के खंभे पर झुलसा कर्मचारी, शरीर से निकली चिंगारी – ठेकेदार की बड़ी लापरवाही आई सामने!





जबलपुर में पोल शिफ्टिंग के दौरान मून इलेक्ट्रिकल के कर्मचारी को भीषण करंट लगा। ठेकेदार ने बिना अनुमति काम किया, अब पुलिस जांच में जुटी है।

पनागर थाना क्षेत्र के रैपुरा गांव, जबलपुर से एक अत्यंत भयावह और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। सड़क निर्माण के एक उप-ठेकेदार मून इलेक्ट्रिकल कंपनी के एक कर्मचारी उदित राज परस्ते को पोल शिफ्टिंग का काम करते समय बिजली का भीषण करंट लग गया। करंट के झटके से वह बिजली के खंभे से झूल गया और उनके शरीर से चिंगारियां निकलने लगीं, जिसे देखकर मौके पर मौजूद लोगों के होश उड़ गए।

बिजली के तार काटने की कोशिश में लगा तेज झटका

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, रैपुरा गांव में चल रहे सड़क निर्माण कार्य के तहत बिजली के खंभों को हटाया जा रहा था। इसी क्रम में, कर्मचारी उदित राज परस्ते बिजली की लाइन को काटने के लिए खंभे पर चढ़े थे। जैसे ही उन्होंने तार को छूने या काटने की कोशिश की, उन्हें तेज करंट का झटका लगा। बिजली के झटके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि कुछ ही पलों में उनके शरीर से चिंगारियां निकलने लगीं और उनका शरीर खंभे से लटक गया। इस भयावह दृश्य का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें उदित राज को तड़पते और उनके शरीर से चिंगारियां निकलते देखा जा सकता है।

स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस व बिजली विभाग की टीम

घटना के बाद मौके पर मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई, लेकिन करंट के डर से कोई भी उनके पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। कुछ लोगों ने तत्काल बिजली विभाग और पुलिस को घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही बिजली विभाग के कर्मी और पनागर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। काफी मशक्कत के बाद, क्रेन की सहायता से गंभीर रूप से झुलसे कर्मचारी को खंभे से सुरक्षित नीचे उतारा गया। तत्काल उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों ने बताया है कि झटका अत्यधिक तेज था, जिसके कारण उनके शरीर के कई हिस्से बुरी तरह जल गए हैं।

बिना अनुमति काम शुरू करने की बड़ी चूक

इस गंभीर हादसे के पीछे ठेकेदार कंपनी की घोर लापरवाही सामने आई है। बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर सुमित अविद्रा ने बताया कि ठेकेदार कंपनी मून इलेक्ट्रिकल ने बिजली विभाग की विभागीय अनुमति लिए बिना ही पोल शिफ्टिंग का कार्य शुरू कर दिया था। थाना प्रभारी विपिन ताम्रकार ने बताया कि पनागर पुलिस ने इस मामले को संज्ञान में लेकर जांच शुरू कर दी है। विभाग का स्पष्ट कहना है कि कार्य शुरू करने से पहले बिजली लाइन को डिसकनेक्ट करने की अनिवार्य अनुमति लेनी थी, लेकिन कंपनी ने सुरक्षा मानकों और प्रोटोकॉल की पूरी तरह अनदेखी की। बिजली विभाग ने ठेका कंपनी के मालिक के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज करा दी है। यह हादसा स्पष्ट रूप से दिखाता है कि ठेके के काम में लापरवाही और सुरक्षा नियमों की अनदेखी कितनी जानलेवा साबित हो सकती है। पुलिस फिलहाल मामले की गहन जांच कर रही है और कंपनी की जिम्मेदारी तय की जा रही है।


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