गाजियाबाद की साया गोल्ड एवेन्यू सोसाइटी में 31वीं मंजिल से गिरकर इंजीनियर की मौत, बालकनी में ग्रिल-जाल होने के बावजूद पुलिस उलझी जांच में।
31वीं मंजिल से गिरी ज़िंदगी — सॉफ्टवेयर इंजीनियर की संदिग्ध मौत से दहला गाजियाबाद
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में शुक्रवार देर शाम उस वक्त सनसनी फैल गई, जब एक 31 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर 31वीं मंजिल से गिरकर मौत के घाट उतर गया।
घटना वैशाली सेक्टर-5 स्थित साया गोल्ड एवेन्यू सोसाइटी की है, जहां नोएडा में रिसर्च मैनेजर के पद पर कार्यरत सत्यम त्रिपाठी नामक युवक रहस्यमयी परिस्थितियों में नीचे गिर गया।
घटना की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिस बालकनी से गिरने की बात कही जा रही है, वहां 5 फुट ऊंची सीमेंट की दीवार, ऊपर से लोहे की ग्रिल और नीचे की मंजिलों पर सुरक्षा जाल लगा हुआ था। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर सत्यम 31वीं मंजिल से नीचे कैसे गिर गया? क्या यह सुसाइड था, मर्डर या हादसा?
किराए का फ्लैट देखने आया था इंजीनियर, दोस्त और एजेंट थे साथ
मृतक सत्यम त्रिपाठी मूल रूप से गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के वैशाली सेक्टर-5 में रहता था।
वह नोएडा सेक्टर-2 की एक आईटी कंपनी में रिसर्च मैनेजर था।
शनिवार की शाम करीब 6 बजे वह अपनी बहन के लिए किराए का फ्लैट देखने अपने दोस्त कार्तिक और प्रॉपर्टी डीलर सतपाल के साथ साया गोल्ड एवेन्यू पहुंचा।
सूत्रों के अनुसार, तीनों पहले 24वीं मंजिल पर एक फ्लैट देखने गए, जो उन्हें पसंद नहीं आया।
इसके बाद वे 31वीं मंजिल पर दूसरे फ्लैट में पहुंचे।
इसी दौरान सत्यम के मोबाइल पर फोन आया, और वह बालकनी में जाकर कॉल रिसीव करने लगा।
करीब 20 मिनट बीत गए, लेकिन वह वापस नहीं लौटा।
जब कार्तिक और सतपाल उसे बुलाने गए तो उन्होंने देखा कि बालकनी की फर्श पर सत्यम का मोबाइल और चप्पल पड़े हैं, और जब नीचे झांका तो वह जमीन पर पड़ा था।
दोनों तुरंत नीचे भागे और पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस, शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और सत्यम को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि,
“सत्यम अपनी बहन श्वेता के कहने पर फ्लैट देखने आया था। श्वेता की शादी इसी साल फरवरी में हुई थी और वह अपने पति के साथ नोएडा में नौकरी करती हैं।”
पुलिस ने मृतक के मोबाइल फोन को कब्जे में लेकर CDR (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) की जांच शुरू कर दी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि आखिरी बार वह किससे बात कर रहा था।
घटना की जांच अब कई एंगल से की जा रही है।
पुलिस की जांच में नए सवाल: 5 फुट दीवार और जाल के बावजूद गिरना कैसे संभव?
घटना के बाद पुलिस ने सोसाइटी के फ्लैट की बालकनी की तकनीकी जांच की।
एसीपी श्रीवास्तव के अनुसार,
“जिस बालकनी से सत्यम के गिरने की बात कही जा रही है, उसकी सुरक्षा दीवार लगभग 5 फुट ऊंची है। आधा हिस्सा पक्का सीमेंट का है, और उसके ऊपर ग्रिल लगी हुई है। नीचे के फ्लोर पर जाल भी लगा है।”
पुलिस को शक है कि इतनी ऊंचाई और सुरक्षा व्यवस्था के बीच से किसी का गिरना सिर्फ हादसा नहीं हो सकता।
यह संभावना भी जताई जा रही है कि सत्यम को धक्का दिया गया हो, या फिर वह किसी बात से मानसिक रूप से परेशान होकर खुद कूदा हो।
फिलहाल, जांच टीम ने 31वीं मंजिल के सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में ले लिए हैं।
दोस्त और प्रॉपर्टी डीलर से पूछताछ जारी
पुलिस ने सत्यम के दोस्त कार्तिक और प्रॉपर्टी डीलर सतपाल को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
एसीपी ने बताया कि,
“सत्यम और कार्तिक एक-दूसरे को लंबे समय से जानते थे, जबकि एजेंट सतपाल से उसकी पहली मुलाकात उसी दिन हुई थी।”
जांच में यह भी सामने आया है कि सत्यम और कार्तिक सीसीटीवी फुटेज में एक साथ सोसाइटी में एंट्री करते दिखाई दिए, लेकिन घटना के बाद कार्तिक ही सबसे पहले नीचे पहुंचा और पुलिस को सूचना दी।
अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कॉल पर सत्यम किससे बात कर रहा था और क्या उस बातचीत में किसी तरह का तनाव या झगड़ा हुआ था।
बहन के लिए फ्लैट देखने गया, खुद का जीवन खत्म कर बैठा?
सत्यम की बहन श्वेता ने बताया कि उनका भाई बेहद संवेदनशील और जिम्मेदार व्यक्ति था।
वह कभी किसी तनाव में नहीं था और हाल ही में कंपनी में प्रमोशन भी मिला था।
श्वेता ने कहा,
“वह हमारे लिए नया फ्लैट देखने गया था। हम यह मानने को तैयार नहीं कि वह खुद गिर गया।”
परिवार ने पुलिस से हत्या की आशंका जताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
परिजनों का कहना है कि सत्यम के मोबाइल से कई अहम सुराग मिल सकते हैं, क्योंकि वह लगातार कॉल पर था।
सोसाइटी में सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल
घटना के बाद साया गोल्ड एवेन्यू सोसाइटी की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं।
निवासियों ने कहा कि इतनी ऊंची बिल्डिंग में बालकनी और गलियारों में लगे CCTV कैमरे अक्सर बंद रहते हैं।
साथ ही, 31वीं मंजिल की रिहायशी बालकनी तक बाहरी लोगों की पहुंच कैसे हुई, इस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
फ्लैट के अंदर कोई संघर्ष या झगड़े के निशान न मिलने से जांच और जटिल हो गई है।
पुलिस ने तीन एंगल पर फोकस किया — हादसा, सुसाइड या मर्डर
पुलिस ने फिलहाल जांच के लिए तीन संभावित एंगल तय किए हैं —
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क्या सत्यम किसी बात से परेशान होकर खुद कूद गया?
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क्या यह किसी झगड़े या धक्का-मुक्की के दौरान हुआ हादसा था?
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या फिर किसी ने जानबूझकर उसे गिराया?
पुलिस अब सत्यम के फोन रिकॉर्ड, सीसीटीवी फुटेज, और उसके दोस्तों के बयान के आधार पर जांच आगे बढ़ा रही है।
अधिकारियों के अनुसार,
“अभी तक किसी ठोस निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। मोबाइल की तकनीकी रिपोर्ट और सीसीटीवी एनालिसिस आने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।”
परिवार ने की न्याय की मांग
सत्यम के परिजनों ने पुलिस से सीबी-सीआईडी जांच की मांग की है।
उनका कहना है कि इतने व्यवस्थित व्यक्ति का अचानक इस तरह गिर जाना संयोग नहीं हो सकता।
परिजनों ने सवाल उठाया है कि अगर यह दुर्घटना थी, तो बालकनी की ग्रिल और जाल के बीच से गिरना कैसे संभव है?
साथ ही उन्होंने कहा कि दोस्त कार्तिक और एजेंट सतपाल के बयान पर भरोसा नहीं किया जा सकता जब तक पुलिस वैज्ञानिक जांच पूरी नहीं कर लेती।
जांच जारी, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बनेगी अहम
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
माना जा रहा है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से यह स्पष्ट होगा कि गिरने से पहले सत्यम के शरीर पर संघर्ष या चोट के निशान थे या नहीं।
रिपोर्ट आने के बाद पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई तय करेगी।

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