मेरठ एनकाउंटर: बच्चियों से रेप का आरोपी शहजाद ढेर, पिता बोले – “खुश हूं, अब सुकून से सोऊंगा… योगी सरकार को बधाई”!

 

मेरठ में बच्चियों से रेप के आरोपी 25 हजार के इनामी शहजाद का एनकाउंटर, पिता बोले – अब चैन से सोऊंगा, योगी जी को बधाई।

मेरठ में बच्चियों से रेप का आरोपी शहजाद ढेर, पुलिस ने की जवाबी कार्रवाई

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में सोमवार को पुलिस ने बच्चियों से रेप और हत्या की कोशिश के आरोप में फरार चल रहे 25 हजार के इनामी अपराधी शहजाद उर्फ निक्की को एनकाउंटर में मार गिराया। यह मुठभेड़ सरूरपुर थाना क्षेत्र के जंगलों के पास हुई, जहां पुलिस ने उसे घेरने की कोशिश की तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। आत्मरक्षा में की गई जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने उसके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

नाबालिगों से दुष्कर्म और हत्या की कोशिश के केस दर्ज

मेरठ पुलिस के अनुसार, मारा गया अपराधी शहजाद एक कुख्यात हिस्ट्रीशीटर था, जिसके खिलाफ नाबालिग बच्चियों से रेप, हत्या के प्रयास, धमकाने, चोरी और अवैध हथियार रखने जैसे सात मामले दर्ज थे। वह बहसूमा थाना क्षेत्र का रहने वाला था। 2019 में उसने एक नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म किया था, जिसके लिए उसे पांच साल की सजा हुई थी। जेल से रिहा होने के बाद भी उसने अपने अपराध नहीं छोड़े और इसी साल जनवरी में उसने सात साल की बच्ची से दुष्कर्म का प्रयास किया तथा उसकी हत्या की कोशिश की। इसके बाद से वह फरार था और मेरठ पुलिस ने उस पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया था।

पिता ने शव लेने से किया इनकार

शहजाद के एनकाउंटर के बाद पुलिस ने परिजनों को बुलाया लेकिन उसके पिता रईसुद्दीन ने बेटे का शव लेने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि उनका बेटा 9 साल की उम्र से अपराध की राह पर चल पड़ा था। उन्होंने कई बार उसे सुधारने की कोशिश की लेकिन वह नहीं सुधरा। रईसुद्दीन बोले, “शहजाद ने बचपन से ही गलत रास्ता चुना। चार-पांच बार जेल गया, मैंने खुद कई बार उसे पकड़वाया। लेकिन वो हमेशा छोटी बच्चियों को परेशान करता था। अब जब वो मर गया, तो मैं खुश हूं। अब मैं चैन से सोऊंगा। योगी सरकार और पुलिस को बधाई देता हूं कि उन्होंने सही किया।”

पिता बोले – “ऐसे लोगों का मर जाना ही बेहतर”

रईसुद्दीन ने कहा कि उनका बेटा 5 साल की सजा काटकर बाहर आया और फिर वही अपराध किया। “ऐसे लोगों का मर जाना ही अच्छा है। वह समाज के लिए खतरा बन चुका था। अब मेरा दिल शांत है।” पिता के इस बयान ने पूरे प्रदेश में चर्चा छेड़ दी है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार और पुलिस ने न्याय किया है और अब मासूम बच्चियों के परिवार सुकून से रह सकेंगे।

मुठभेड़ के दौरान पुलिस पर फायरिंग

मेरठ के एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि एनकाउंटर के समय शहजाद पुलिस पर गोलियां चला रहा था। पुलिस टीम ने जब उसे घेरा तो उसने भागने की कोशिश की और फायरिंग शुरू कर दी। आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मौके से पुलिस ने 32 बोर की पिस्टल, छह खोखे कारतूस, दो जिंदा कारतूस, एक बाइक और एक मोबाइल फोन बरामद किया।

लंबा आपराधिक रिकॉर्ड

शहजाद का अपराध रिकॉर्ड काफी लंबा रहा है। 2019 और 2025 में दर्ज कई मामलों में वह पुलिस की गिरफ्त में आया था। पॉक्सो एक्ट, हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट और चोरी के मामलों में उसके खिलाफ आरोप तय हुए थे। पुलिस ने बताया कि हाल ही में उसने एक पीड़ित बच्ची के घर के बाहर फायरिंग भी की थी। इसके बाद उसकी तलाश तेज की गई थी।

पुलिस ने बताया आत्मरक्षा का मामला

एसएसपी विपिन ताडा के मुताबिक, यह एनकाउंटर आत्मरक्षा में हुआ। पुलिस को जब सूचना मिली कि शहजाद सरूरपुर के जंगलों में छिपा हुआ है, तो टीम ने इलाके की घेराबंदी की। तभी उसने पुलिस पर गोली चलाई। पुलिस की जवाबी फायरिंग में वह ढेर हो गया। पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी कराई गई है और रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जा चुकी है।

पिता ने कहा – “बेटा समाज के लिए खतरा था”

एनकाउंटर के बाद मीडिया से बात करते हुए रईसुद्दीन ने कहा, “मेरा बेटा समाज के लिए खतरा था। वो छोटी बच्चियों को नुकसान पहुंचाता था। मैंने कई बार कहा था कि सुधर जा, लेकिन उसने कभी नहीं सुना। आज वो मरा है, तो मुझे कोई दुख नहीं, बल्कि गर्व है कि पुलिस ने इंसाफ किया। अब मासूम बच्चियां सुरक्षित रहेंगी।”

योगी सरकार की सख्त नीति

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपराध के प्रति ‘ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी’ का असर लगातार दिख रहा है। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि राज्य में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। मेरठ एनकाउंटर को इस नीति का ताजा उदाहरण बताया जा रहा है। हाल के वर्षों में यूपी पुलिस ने कई इनामी अपराधियों को एनकाउंटर में ढेर किया है, जिनमें से अधिकतर पर रेप, हत्या या अपहरण के गंभीर आरोप थे।

पीड़ित परिवारों को मिली राहत

शहजाद के मारे जाने के बाद उन परिवारों में राहत की लहर है जिनकी बच्चियों को उसने यातना दी थी। मेरठ के स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस ने सही किया और अब लोगों को न्याय मिला है। प्रदेश में इस एनकाउंटर को लेकर पुलिस की सराहना हो रही है।

मेरठ में सुरक्षा बढ़ाई गई

एनकाउंटर के बाद मेरठ पुलिस ने इलाके में गश्त बढ़ा दी है और हिस्ट्रीशीटर अपराधियों पर विशेष निगरानी शुरू कर दी है। पुलिस ने कहा कि यह कार्रवाई कानून के तहत की गई है और सभी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। एनकाउंटर स्थल से बरामद हथियारों और मोबाइल की जांच कराई जा रही है ताकि शहजाद के नेटवर्क का भी खुलासा किया जा सके।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ