दिवाली पर शेयर बाजार में रिकॉर्ड तोड़ तेजी, सिर्फ 7 मिनट में निवेशकों ने कमाए 3.34 लाख करोड़, रिलायंस बना स्टार परफॉर्मर।
रिलायंस के दम पर दिवाली में शेयर बाजार ने किया धमाका
देश के शेयर बाजारों में इस बार दिवाली कुछ अलग ही चमक लेकर आई। बाजार खुलते ही सेंसेक्स और निफ्टी में जोरदार उछाल देखने को मिला, जिससे निवेशकों को महज कुछ ही मिनटों में भारी मुनाफा हुआ। इस पूरे घटनाक्रम में सबसे बड़ा योगदान रिलायंस इंडस्ट्रीज का रहा, जिसके शेयरों ने बंपर तेजी दिखाई और बाजार को रॉकेट की रफ्तार से ऊपर ले गए। दिवाली के शुभ मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में निवेशकों ने मात्र 7 से 10 मिनट के भीतर ही 3.34 लाख करोड़ रुपये का फायदा कमा लिया।
7 मिनट में 700 अंकों की छलांग, निवेशकों की बल्ले-बल्ले
दिवाली के दिन आम तौर पर बाजार में हल्की-फुल्की ट्रेडिंग देखने को मिलती है, लेकिन इस बार तस्वीर बिल्कुल उलटी रही। सोमवार को जब शेयर बाजार खुला, तब सेंसेक्स महज 7 मिनट में 700 से ज्यादा अंक उछल गया, और निफ्टी ने भी लगभग 220 अंकों की छलांग लगाई। यह तेजी किसी एक छोटे कारण से नहीं, बल्कि एक साथ कई कारकों के इकट्ठे प्रभाव से आई — कंपनियों के अच्छे तिमाही नतीजे, कच्चे तेल की गिरती कीमतें, मजबूत होता रुपया और वैश्विक बाजारों से मिले पॉजिटिव संकेत।
रिलायंस इंडस्ट्रीज बनी रॉकेट, निवेशकों को दिया बड़ा गिफ्ट
शेयर बाजार की इस तेज़ी में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सबसे बड़ा रोल निभाया। कंपनी के शेयरों में 3 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त देखी गई। दरअसल, रिलायंस ने सितंबर तिमाही में जबरदस्त परफॉर्मेंस दिखाई है। उसका शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 9.6% बढ़कर सामने आया है। यह बढ़त खासतौर पर उसके रिटेल और टेलीकॉम बिजनेस में मजबूत प्रदर्शन और तेल-से-रसायन खंड में सुधार की वजह से आई है। यही कारण है कि निवेशकों ने रिलायंस के शेयरों में जमकर निवेश किया और पूरे बाजार को चढ़ा दिया।
एचडीएफसी बैंक और अन्य ब्लूचिप्स ने भी दिया सपोर्ट
रिलायंस के अलावा एचडीएफसी बैंक के शेयर में भी 1.54% की मजबूती देखी गई। बैंक ने सितंबर तिमाही में 10% की ग्रोथ के साथ 19,610.67 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया। एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, इंफोसिस और बजाज फिनसर्व जैसे दिग्गज शेयरों ने भी बाजार की तेज़ी को सपोर्ट किया। हालांकि, आईसीआईसीआई बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, ट्रेंट और टाटा स्टील जैसे कुछ स्टॉक्स में गिरावट देखने को मिली।
ग्लोबल संकेतों ने बढ़ाया बाजार का आत्मविश्वास
इस दिवाली पर केवल घरेलू कारकों ने ही नहीं, बल्कि वैश्विक संकेतों ने भी भारतीय बाजार को बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई। अमेरिका और एशिया के बाजारों में आई मजबूती ने निवेशकों में भरोसा बढ़ाया। दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225, शंघाई का एसएसई कंपोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग सभी हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार भी सप्ताहांत पर मजबूती के साथ बंद हुए थे।
एफआईआई और डीआईआई की तगड़ी खरीदारी बनी आधार
शेयर बाजार की इस तेजी में संस्थागत निवेशकों की भी बड़ी भूमिका रही। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 308.98 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 1,526.61 करोड़ रुपये की खरीदारी की। इस भारी भरकम निवेश ने बाजार को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद की।
कच्चे तेल में गिरावट और रुपया मजबूत होने से बढ़ा उत्साह
शेयर बाजार में आई तेजी के पीछे एक और बड़ा कारण कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और रुपये का मजबूत होना भी रहा। ब्रेंट क्रूड 0.36 प्रतिशत गिरकर 61.07 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है। साथ ही डॉलर के मुकाबले रुपये में भी मजबूती आई है, जिससे भारतीय निवेशकों में उत्साह की लहर दौड़ गई है। ये दोनों फैक्टर शेयर बाजार के लिए काफी पॉजिटिव माने जाते हैं।
विजयकुमार का विश्लेषण: बाजार को और भी तेजी से मिलेगी ऊर्जा
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार के अनुसार, डीआईआई की निरंतर खरीदारी, एफआईआई की सहभागिता और त्योहारी मांग में बढ़ोतरी बाजार के लिए सकारात्मक संकेत हैं। उन्होंने कहा कि दूसरी तिमाही के नतीजों ने कंपनियों की कमाई में सुधार दिखाया है, जिससे निवेशकों का भरोसा और भी मजबूत हुआ है। विशेष रूप से एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के नतीजे प्रभावशाली रहे हैं।
पूरे हफ्ते का बाजार मूड भी रहा बुलिश
पिछले हफ्ते भी शेयर बाजार का मूड पॉजिटिव ही रहा। सेंसेक्स 484.53 अंक चढ़कर 83,952.19 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 124.55 अंक चढ़कर 25,709.85 पर पहुंच गया था। पूरे सप्ताह की बात करें तो सेंसेक्स में 1,451.37 अंकों यानी 1.75% की बढ़ोतरी देखी गई, और निफ्टी में 424.5 अंकों यानी 1.67% का उछाल दर्ज किया गया।
दिवाली पर ऐसा रिटर्न गिफ्ट कभी नहीं देखा
दिवाली जैसे त्योहारी दिन निवेशकों के लिए शेयर बाजार की तरफ से आया ये रिटर्न गिफ्ट निश्चित रूप से ऐतिहासिक माना जा सकता है। मात्र कुछ ही मिनटों में 3.34 लाख करोड़ रुपये की दौलत निवेशकों की झोली में आ गई। इसमें जहां ब्लूचिप कंपनियों की दमदार परफॉर्मेंस का योगदान रहा, वहीं ग्लोबल संकेत, संस्थागत निवेश और आर्थिक स्थिरता ने भी बाजार को ताकत दी।


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