दिल्ली के SRISIIM इंस्टीट्यूट में स्वामी चैतन्यानंद पर छात्राओं से यौन शोषण और टॉर्चर चेंबर बनाने का आरोप, 300 पन्नों के सबूत पुलिस को मिले।
SRISIIM में बड़ा खुलासा: बाबा चैतन्यानंद के काले कारनामे
दिल्ली के वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट एंड रिसर्च (SRISIIM) में यौन शोषण और उत्पीड़न का मामला सामने आने के बाद देशभर में सनसनी फैल गई है। आरोपी स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती के खिलाफ पुलिस के पास 300 से अधिक पन्नों का सबूत मौजूद है। बताया जा रहा है कि इस बाबा ने न केवल छात्राओं का शोषण किया बल्कि अपने ऑफिस के ग्राउंड फ्लोर को ‘टॉर्चर चेंबर’ बना दिया था, जहां छात्राओं के साथ दरिंदगी की जाती थी।
एयर फोर्स हेडक्वार्टर्स से शुरू हुई शिकायत
पूरे मामले की शुरुआत 01 अगस्त को हुई जब वायु सेना मुख्यालय के डायरेक्टरेट ऑफ एजुकेशन में ग्रुप कैप्टन रैंक के अधिकारी ने पीठ को ईमेल भेजा। इस ईमेल में SRISIIM छात्रों की शिकायतें दर्ज थीं। वायु सेना अधिकारियों की बेटियां भी इसी संस्थान में पढ़ती थीं और उन्होंने ही अपने माता-पिता से चैतन्यानंद की करतूतों का जिक्र किया था।
छात्राओं के दस्तावेज जब्त कर बनाया दबाव
जांच में सामने आया कि SRISIIM की छात्राओं के दस्तावेज जब्त कर लिए जाते थे ताकि वे आवाज न उठा सकें और न ही संस्थान छोड़ पाएं। पीड़िताओं का आरोप है कि उन्हें कई बार हरिद्वार ले जाकर विशेष पूजा के नाम पर यौन उत्पीड़न किया गया। चैतन्यानंद अपनी नई लग्जरी कार की खरीदारी के बाद कई छात्राओं को हरिद्वार ले गया और लौटते समय उनके साथ ज्यादती की।
डीन और महिला स्टाफ की मिलीभगत
जांच अधिकारियों के अनुसार, इस पूरे नेटवर्क में केवल बाबा ही नहीं बल्कि संस्थान के डीन और दो महिला स्टाफ भी शामिल थे। छात्राओं को बहलाने-फुसलाने और दबाव बनाने में इनकी भूमिका सामने आई है। पुलिस अब इन सभी पर भी शिकंजा कस रही है।
FIR और पुलिस कार्रवाई
02 अगस्त को पीठ ने वायु सेना मुख्यालय को जवाब भेजते हुए बताया कि आरोपी के खिलाफ FIR नंबर 320/2025 दर्ज हो चुकी है। इसके बाद 04 और 05 अगस्त को पीठ ने पुलिस को और सबूत सौंपे, जिनमें छात्राओं के बयान और यौन उत्पीड़न के सबूत शामिल थे। पुलिस ने अब तक 32 छात्राओं के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें से 17 ने सीधे-सीधे बाबा पर शोषण, गंदी भाषा और अश्लील संदेश भेजने का आरोप लगाया है।
17 छात्राओं की आपबीती
इन 17 छात्राओं ने साफ-साफ कहा कि बाबा चैतन्यानंद उन्हें देर रात व्हाट्सऐप पर अश्लील संदेश भेजता था। कुछ छात्राओं ने यह भी बताया कि वह जबरन शारीरिक छेड़छाड़ करने की कोशिश करता था और विरोध करने पर धमकियां देता था। कई छात्राओं ने खुलासा किया कि बाबा ने उन्हें करियर खराब करने और पढ़ाई बीच में रोकने की धमकी तक दी।
पीठ ने रद्द किया पावर ऑफ अटॉर्नी
जैसे-जैसे शिकायतें और सबूत बढ़ते गए, पीठ ने आरोपी चैतन्यानंद सरस्वती का पावर ऑफ अटॉर्नी रद्द कर दिया। साथ ही 11 सदस्यीय नई गवर्निंग काउंसिल बनाई गई, जिसने 300 पन्नों से अधिक के सबूत पुलिस को सौंपे।
पुलिस और DCP का बयान
साउथ-वेस्ट दिल्ली की एडिशनल DCP ऐश्वर्या सिंह ने पुष्टि की कि SRISIIM की PGDM छात्राओं ने यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि मामले की गहन जांच चल रही है और आरोपी की तलाश जारी है। फिलहाल पुलिस ने संस्थान के डीन और स्टाफ से पूछताछ शुरू कर दी है।
‘टॉर्चर चेंबर’ का खुलासा
सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि चैतन्यानंद ने अपने ऑफिस के ग्राउंड फ्लोर को ‘टॉर्चर चेंबर’ बना रखा था। यहीं पर छात्राओं को बुलाकर उनसे जबरन गलत हरकतें की जाती थीं। कई छात्राओं ने बयान में बताया कि वहां न केवल मानसिक दबाव बनाया जाता था बल्कि मारपीट और धमकियों का भी सामना करना पड़ता था।
छात्राओं की हिम्मत बनी मिसाल
इस पूरे प्रकरण ने छात्राओं की हिम्मत को सामने ला दिया है। उन्होंने न केवल अपनी सुरक्षा को खतरे में डालकर शिकायत दर्ज कराई बल्कि देश के सामने यह काला सच भी उजागर किया। इन छात्राओं की हिम्मत ने संस्थान में फैले एक गहरे अपराधी नेटवर्क का पर्दाफाश कर दिया।
आगे की जांच और संभावित कार्रवाई
फिलहाल पुलिस इस मामले को गंभीरता से देख रही है और संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में बाबा चैतन्यानंद और उससे जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। अदालत में भी जल्द ही इस मामले की सुनवाई शुरू होने की उम्मीद है।
SRISIIM इंस्टीट्यूट में बाबा चैतन्यानंद के खिलाफ खुलासा सिर्फ एक अपराधी की करतूत नहीं बल्कि एक पूरे नेटवर्क की साजिश को उजागर करता है। यह मामला न सिर्फ शिक्षा जगत बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ा सबक है कि कैसे ‘धर्म और शिक्षा’ की आड़ में काले कारनामे छुपाए जाते हैं।


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