बलिया में स्कूल से लौट रही 2 बहनों की करंट से मौत, JE-SDO निलंबित, ऊर्जा मंत्री ने लिया संज्ञान, परिजनों को 5-5 लाख मुआवजा
बलिया में करंट से दो बहनों की मौत
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से एक बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां स्कूल से लौट रही दो सगी बहनों की करंट लगने से मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब दोनों घर लौटते समय बारिश के कारण भरे हुए पानी में गिरे बिजली के तार की चपेट में आ गईं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दोनों बहनें करीब छह मिनट तक सड़क पर करंट की वजह से तड़पती रहीं, लेकिन तब तक बिजली नहीं काटी गई और उनकी मौत हो गई।
घटना का विवरण
यह घटना बलिया जिले के सुखपुरा थाना क्षेत्र के जीराबस्ती ग्राम पंचायत की नई बस्ती में हुई। मृतक बहनों के नाम आंचल यादव (17 वर्ष) और अल्का यादव (12 वर्ष) बताए जा रहे हैं। दोनों बुधवार दोपहर स्कूल से घर लौट रही थीं। रास्ते में बारिश के कारण जलभराव हो गया था। इसी बीच वहां बिजली का तार टूटा पड़ा हुआ था। जैसे ही उन्होंने पानी में कदम रखा, करंट की चपेट में आ गईं। आसपास के लोग इस हादसे को देखकर चीखते-चिल्लाते रह गए लेकिन कोई भी उनकी मदद के लिए नहीं जा सका क्योंकि पानी में करंट फैला हुआ था।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान
मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि मोहल्ले में कई दिनों से पानी भरा हुआ था और बिजली विभाग की लापरवाही के चलते एक तार टूटकर उसी पानी में गिरा पड़ा था। जब दोनों बहनें स्कूल से लौट रही थीं तो जैसे ही उन्होंने पानी में कदम रखा, वह करंट की चपेट में आ गईं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इस दौरान कोई भी बच्चियों की मदद नहीं कर सका क्योंकि उन्हें बचाने जाने वाला भी करंट का शिकार हो सकता था। अंततः दोनों की दर्दनाक मौत हो गई।
अस्पताल में डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
घटना के बाद आनन-फानन में दोनों बच्चियों को बलिया जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बच्चियों के पिता यूपी पुलिस में कांस्टेबल हैं, ऐसे में यह हादसा पूरे परिवार के लिए गहरा सदमा बनकर आया है। पूरे इलाके में इस घटना के बाद गुस्सा और आक्रोश फैल गया है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने कहा कि यह बेहद दुखद घटना है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बस से उतरने के बाद दोनों लड़कियां घर लौट रही थीं और बारिश के पानी में गिरे बिजली के तार के कारण करेंट आ रहा था। उसी की चपेट में आने से उनकी मौत हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि लापरवाही की जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
JE और SDO निलंबित, मुकदमा दर्ज
इस हादसे में लापरवाही सामने आने पर बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर आशुतोष पांडे और एसडीओ अनिल कुमार को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही अधिशासी अभियंता नरेंद्र कुमार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है। इसके अलावा दोनों अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
परिजनों को 5-5 लाख मुआवजा
जिलाधिकारी ने मृतक बच्चियों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इस हादसे में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ऊर्जा मंत्री का संज्ञान
उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एसके शर्मा ने इस दर्दनाक हादसे पर संज्ञान लेते हुए पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम को निर्देश दिए हैं कि मृतक बच्चियों के परिवार की हर संभव मदद की जाए। साथ ही उन्होंने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
लोगों का गुस्सा
घटना के बाद पूरे इलाके में भारी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि बिजली विभाग की लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ है। अगर समय रहते तार को ठीक कर दिया जाता या बिजली सप्लाई काट दी जाती तो दोनों मासूम बच्चियों की जान बच सकती थी। मोहल्ले के लोगों ने बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है।
बलिया में करंट की चपेट में आकर दो बहनों की मौत ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। यह हादसा केवल एक परिवार का दुख नहीं बल्कि सरकारी सिस्टम की लापरवाही का भयावह परिणाम है। घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर बिजली विभाग जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्था में इतनी लापरवाही क्यों होती है। सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।


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