धराली के बाद भटवाड़ी में भी तबाही, लैंडस्लाइड से सड़कें बंद, रेस्क्यू टीमें फंसीं, 70 से ज्यादा लापता, गंगा उफान पर।
धराली के बाद अब भटवाड़ी में तबाही, रेस्क्यू टीमों के लिए नया संकट
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बादल फटने और तेज़ बारिश के बाद हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। धराली गांव में बादल फटने से आई तबाही के बाद अब भटवाड़ी में भी स्थिति चिंताजनक हो गई है। नालू पानी क्षेत्र में पहाड़ से भारी मलबा सड़क पर आ गिरा, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन करने वाली टीमों का रास्ता पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है।
उत्तरकाशी से भटवाड़ी की ओर जाने वाली सड़क पर बड़ी दरारें आ चुकी हैं और कुछ स्थानों पर सड़क बह गई है, जिससे ITBP और NDRF की टीमें रास्ते में फंस चुकी हैं।
सड़क धंसी, संपर्क टूटा, आईटीबीपी जवान भी मनेरी में फंसे
बताया जा रहा है कि भटवाड़ी तक पहुंचने वाला ओंगी रोड अब पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है। कई जगहों पर 150 मीटर तक की सड़क बह गई है। वहीं, रेस्क्यू में जुटे आईटीबीपी के जवान मनेरी के पास फंसे हुए हैं। भारी बारिश के कारण कई जगहों पर चट्टानें खिसक रही हैं, जिससे बचाव कार्य बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
मौसम विभाग का अलर्ट, हरिद्वार-नैनीताल समेत कई जिलों में रेड अलर्ट
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के चलते मौसम विभाग ने हरिद्वार, नैनीताल और उधम सिंह नगर जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया है। विशेष रूप से गंगा के आसपास के क्षेत्र अत्यधिक संवेदनशील घोषित किए गए हैं।
गंगा का जलस्तर मंगलवार दोपहर 12 बजे 293.30 मीटर दर्ज किया गया, जो कि चेतावनी रेखा 293 मीटर से ऊपर चला गया है। अगर बारिश इसी तरह जारी रही तो गंगा का जलस्तर खतरे के निशान 294 मीटर को पार कर सकता है।
130 लोगों का सफल रेस्क्यू, 70 से अधिक अभी भी लापता
सरकारी सूत्रों की मानें तो ITBP, NDRF, SDRF और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीमों ने अब तक करीब 130 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। हालांकि, लगभग 70 से अधिक लोगों के लापता होने की आशंका जताई जा रही है। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि यह संख्या 100 के पार भी जा सकती है।
डॉक्टरों की स्पेशल टीम अलर्ट पर, पुलिस बल की भारी तैनाती
घायलों के इलाज के लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम बनाई गई है। वहीं, राहत कार्य को तेज़ी से अंजाम देने के लिए सरकार ने दो आईजी रैंक के अधिकारी, तीन वरिष्ठ आईपीएस अफसर और 11 डिप्टी एसपी के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल को मौके पर रवाना कर दिया है।
हरिद्वार में गंगा घाट खाली, स्कूल-आंगनबाड़ी बंद
भारी बारिश के चलते हरिद्वार में गंगा के किनारे स्थित घाट खाली करवा दिए गए हैं। प्रशासन ने निचले इलाकों में रह रहे लोगों को अलर्ट कर दिया है। बुधवार को भी सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखने का आदेश दिया गया है।
धराली में 5 की मौत, पहाड़ पर छाया डर
धराली गांव में बादल फटने की वजह से अभी तक 5 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। स्थानीय लोगों के अनुसार, कई मकान बह चुके हैं और यात्रियों के रुकने वाले होटल भी मलबे में दब गए हैं।
पूरे उत्तरकाशी में डर का माहौल है। ग्रामीण घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भाग रहे हैं। बारिश और भूस्खलन की वजह से जनजीवन पूरी तरह ठप हो चुका है।
अब भी चुनौती बना रेस्क्यू, रातभर जारी रही बारिश
रेस्क्यू टीमों के लिए सबसे बड़ी चुनौती मलबे से भरे रास्ते और टूट चुके संपर्क हैं। रातभर हुई मूसलाधार बारिश के बाद कई जगहों पर फिर से मलबा गिरा, जिससे पहले से ही फंसी रेस्क्यू टीमें भी आगे नहीं बढ़ पा रही हैं।
मुख्यमंत्री और प्रशासन सतर्क, पल-पल की मॉनिटरिंग
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन विभाग को निर्देश दिए हैं कि वे स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखें। मुख्यमंत्री स्वयं रेस्क्यू और राहत कार्य की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। एयरफोर्स को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर हवाई रेस्क्यू शुरू किया जा सके।


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