उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से खीर गंगा नदी उफनी, 5 की मौत, 80 रेस्क्यू, सेना-एनडीआरएफ का रेस्क्यू जारी, गांव तबाह।
उत्तरकाशी में तबाही: धराली गांव में बादल फटा, 5 की मौत, 100 लोग फंसे
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार को उस वक्त हाहाकार मच गया जब धराली गांव में भीषण बादल फटने की घटना हुई। यह गांव गंगोत्री धाम से करीब 20 किलोमीटर पहले स्थित है और चारधाम यात्रा का प्रमुख पड़ाव माना जाता है। अचानक आई इस आपदा में खीरगंगा नदी उफान पर आ गई और पानी के साथ भारी मलबा गांव की ओर बह निकला। इस तबाही में अब तक पांच लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि 70 से अधिक लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
20 सेकंड में उजड़ा पूरा बाजार, तबाही की तस्वीरें विचलित करने वाली
मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे धराली गांव के ऊपर बादल फटा और महज 20 सेकंड के भीतर खीरगंगा नदी का सैलाब गांव की मुख्य बाजार की ओर बढ़ गया। श्रद्धालु और स्थानीय लोग जान बचाने के लिए भागे लेकिन इससे पहले कि वे किसी सुरक्षित स्थान पर पहुंचते, बाढ़ ने बाजार, घर, होटल, दुकानें और बाग-बगीचों को अपनी चपेट में ले लिया। पूरे गांव में चीख-पुकार मच गई।
सेना ने 10 मिनट में शुरू किया रेस्क्यू, 80 लोगों को निकाला गया सुरक्षित
बादल फटने की पहली खबर हर्षिल कैंप में तैनात भारतीय सेना के जवानों को मिली। घटना स्थल से महज 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस कैंप से जवान केवल 10 मिनट के भीतर मौके पर पहुंच गए और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। सेना के साथ ही SDRF, NDRF और जिला प्रशासन की टीमें भी राहत कार्यों में जुट गईं। अब तक 80 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
प्रशासन का बड़ा बयान, 25-35 लोग अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने मीडिया से बातचीत में बताया कि इस भीषण आपदा में अब तक पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। वीडियो और अन्य साक्ष्यों के आधार पर अनुमान है कि करीब 25-35 लोग अभी भी मलबे में दबे हुए हैं। लगभग 25 से 30 होटल, दुकानें और रिहायशी मकान पूरी तरह मलबे में समा चुके हैं।
तीन जगहों पर फटा बादल, धराली में सबसे ज्यादा तबाही
धराली की त्रासदी के साथ-साथ उत्तरकाशी जिले में दो और स्थानों पर बादल फटने की घटनाएं हुईं। पहला हादसा धराली गांव के खेड़ा गाड़ क्षेत्र में हुआ, जहां बादल फटने के बाद भागीरथी नदी झील में तब्दील हो गई। दूसरा हादसा हर्षिल क्षेत्र में ताल गाड़ में भूस्खलन के रूप में सामने आया। तीसरी घटना सुक्खी टॉप के सामने भेला गाड़ में हुई, जहां तेज बाढ़ ने सबकुछ बहा दिया। लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान धराली गांव में हुआ है।
धराली गांव में 100 लोग अब भी फंसे, पहाड़ से लगातार गिर रहा मलबा
धराली गांव में लगभग 100 लोग अब भी फंसे हुए हैं। टीमों को रेस्क्यू में सबसे बड़ी दिक्कत पहाड़ से लगातार गिरते मलबे की वजह से हो रही है। स्थिति इतनी विकट है कि मलबे के कारण रास्ते बंद हो गए हैं, जिससे राहत सामग्री पहुंचाना भी मुश्किल हो गया है।
धराली गांव की विशेष स्थिति, चारधाम यात्रियों का प्रमुख ठहराव स्थल
धराली गांव उत्तरकाशी से करीब 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह गंगोत्री धाम जाने वाले श्रद्धालुओं का प्रमुख विश्राम स्थल है। गांव में होटल, रेस्टोरेंट, होम स्टे और दुकानें बड़ी संख्या में हैं। जिस दिन यह तबाही आई, उस दिन भी श्रद्धालुओं की सामान्य दिनचर्या जारी थी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने CM धामी से की बात, NDRF की 7 टीम रवाना
धराली में हुई आपदा पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तत्काल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बातचीत की। अमित शाह ने राहत कार्य के लिए 7 NDRF टीमों को रवाना करने के निर्देश दिए। वहीं, मुख्यमंत्री धामी ने घटना पर दुख जताते हुए तीन वरिष्ठ अधिकारियों मेहरबान सिंह बिष्ट, अभिषेक रुहेला और गौरव कुमार को नोडल अधिकारी नामित किया है, जो मौके पर जाकर राहत कार्यों की निगरानी करेंगे।
हवाई रेस्क्यू की तैयारी, सेना को हाई अलर्ट, लापता जवानों की तलाश जारी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को वायुसेना के MI-17 हेलीकॉप्टर की मदद लेने के निर्देश दिए हैं। कई ग्रामीण इलाकों में संपर्क टूट चुका है और फंसे लोगों को हवाई मार्ग से निकाला जा सकता है। वहीं, हर्षिल कैंप में सेना के मेस और कैफे भी बादल फटने की चपेट में आ गए हैं। यहां तैनात 14 राजरिफ यूनिट के 8 से 10 जवानों के लापता होने की जानकारी सामने आई है।
बुधवार को फिर खतरा, मौसम विभाग का ऑरेंज अलर्ट
उत्तरकाशी में हालात अभी भी सामान्य नहीं हैं और मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए उत्तराखंड के 7 जिलों – नैनीताल, चंपावत, उधम सिंह नगर, बागेश्वर, टिहरी, हरिद्वार और देहरादून – में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ऐसे में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान बारिश एक और बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।


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