भाई की आत्मा को शांति दिलाने के लिए दीपू ने ट्रेनों पर फेंके पेट्रोल बम! सपना बना जुनून, GRP ने दबोचा


मुरादाबाद में एक्सप्रेस ट्रेनों पर पेट्रोल बम फेंकने वाला युवक गिरफ्तार, बताया- मृत भाई की आत्मा की शांति के लिए कर रहा था हमला।


मुरादाबाद में ट्रेन बम हमलों का सनकी रहस्य उजागर

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में जीआरपी (GRP) ने शनिवार रात एक ऐसे सनकी युवक को गिरफ्तार किया है, जो एक्सप्रेस ट्रेनों पर पेट्रोल बम से हमला कर रहा था। आरोपी का नाम दीपू सैनी बताया गया है और वह मुरादाबाद के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के चक्कर की मिलक इलाके का रहने वाला है। गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के पास से एक पेट्रोल बम की बोतल भी बरामद हुई है।

लगातार मिल रही थी हमले की शिकायतें, GRP थी अलर्ट

जीआरपी को पिछले कई हफ्तों से दिल्ली-मुरादाबाद रेलवे ट्रैक पर चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों पर पेट्रोल बम से हमले की शिकायतें मिल रही थीं। अब तक दो हमले हो चुके थे, जिनमें ट्रेन के डिब्बों को नुकसान हुआ, लेकिन किसी यात्री की जान नहीं गई। इन घटनाओं से रेलवे प्रशासन में दहशत फैल गई थी और जीआरपी ने इलाके में गश्त बढ़ा दी थी।

ट्रेन पर हमला करने से पहले ही पकड़ा गया आरोपी

शनिवार की रात को GRP की एक टीम दिल्ली ट्रैक के आसपास गश्त कर रही थी, तभी उन्होंने एक संदिग्ध युवक को ट्रैक के पास घूमते हुए पकड़ा। युवक की पहचान दीपू सैनी के रूप में हुई। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि वह ट्रेन पर पेट्रोल बम फेंकने की तैयारी में था। उसके पास से बरामद पेट्रोल बम की बोतल से साफ था कि वह तीसरी बार हमला करने की योजना में था।

सपना बना सनक, भाई की आत्मा की शांति के लिए फेंक रहा था बम

पूछताछ के दौरान दीपू सैनी ने चौंकाने वाली जानकारी दी। उसने कहा कि कुछ दिन पहले उसे एक सपना आया था, जिसमें बताया गया कि अगर वह ट्रेनों पर पेट्रोल बम फेंकेगा, तो उसके मृत भाई की आत्मा को शांति मिलेगी। इसी सपना को सच मानकर उसने हमला शुरू किया।

अब तक कर चुका था दो हमले, तीसरी वारदात में पकड़ा गया

दीपू ने स्वीकार किया है कि वह अब तक दो बार एक्सप्रेस ट्रेनों पर पेट्रोल बम फेंक चुका है। दोनों बार उसने अलग-अलग ट्रेनों को निशाना बनाया, लेकिन कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। शनिवार रात वह तीसरी बार हमले की तैयारी कर रहा था, लेकिन जीआरपी की सतर्कता ने उसे समय रहते पकड़ लिया।

दीपू के निशाने पर क्यों थीं एक्सप्रेस ट्रेनें?

पूछताछ में दीपू ने बताया कि उसे ट्रेन यात्रियों से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं थी, लेकिन उसके अनुसार "तेज़ चलती ट्रेनों पर हमला करने से आत्मा को जल्दी मुक्ति मिलती है।" इस मानसिक सोच के पीछे अंधविश्वास, तनाव और मानसिक अस्थिरता की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल युवक की मानसिक स्थिति की जांच भी कराई जा रही है।

जीआरपी की मुस्तैदी से बची बड़ी घटना

रेलवे और जीआरपी की सतर्कता से एक बड़ी घटना टल गई। यदि दीपू सैनी की योजना सफल हो जाती तो ट्रेन में यात्रियों की जान जा सकती थी। जीआरपी के अनुसार आरोपी का इरादा पूरी ट्रेन में आग लगाने जैसा था, क्योंकि पेट्रोल बम का असर अत्यंत घातक हो सकता है। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने जीआरपी की तत्परता की सराहना की है।

GRP कर रही गहन पूछताछ, मानसिक परीक्षण की तैयारी

दीपू सैनी से अभी गहन पूछताछ जारी है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या वह अकेला था या उसके पीछे कोई और भी है। इसके अलावा, आरोपी के मानसिक स्वास्थ्य की जांच भी विशेषज्ञों से कराई जाएगी। जीआरपी ने उसकी कॉल डिटेल, सोशल मीडिया गतिविधि और पूर्व अपराध रिकॉर्ड भी खंगालने शुरू कर दिए हैं।

रेलवे यात्रियों के लिए सतर्कता जरूरी

इस घटना ने रेलवे सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। अब रेलवे प्रशासन यात्रियों को भी सतर्क रहने की अपील कर रहा है। अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु दिखाई दे तो तुरंत सुरक्षा अधिकारियों को सूचित करने की सलाह दी जा रही है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ