निक्की के बाद अब टीचर संजू ने बेटी संग खुद को जलाया, सुसाइड नोट में खोले ससुराल वालों के गंदे राज




जोधपुर में दहेज प्रताड़ना से पीड़ित टीचर संजू ने बेटी संग आग लगाई। सुसाइड नोट में पति-ससुराल के गंदे राज उजागर।


जोधपुर दहेज कांड: टीचर संजू ने बेटी संग लगाई आग, सुसाइड नोट से खुला ससुराल का काला सच

निक्की मर्डर केस के बाद जोधपुर से दर्दनाक घटना

ग्रेटर नोएडा के निक्की हत्याकांड ने देश को झकझोरा ही था कि अब राजस्थान के जोधपुर से वैसा ही दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां डांगियावास थाना क्षेत्र के सरनाडा गांव में विवाहिता संजू बिश्नोई, जो एक स्कूल टीचर थीं, ने अपनी मासूम बेटी यशस्वी संग आग लगाकर जान दे दी। इस घटना ने पूरे गांव और प्रदेश को हिला दिया। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें संजू ने अपने पति और ससुराल वालों पर दहेज प्रताड़ना और शारीरिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं।

आग की लपटों में समाई मां-बेटी की जिंदगी

शुक्रवार को स्कूल से लौटने के बाद संजू अपने घर पहुंचीं और अपनी बेटी संग कुर्सी पर बैठकर खुद पर पेट्रोल उड़ेल लिया। इसके बाद उन्होंने माचिस जलाई और दोनों को आग की भेंट चढ़ा दिया। लपटें इतनी भयानक थीं कि बच्ची यशस्वी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि संजू गंभीर रूप से झुलस गईं और अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार सुबह दम तोड़ दिया। इस घटना के वक्त घर में कोई अन्य सदस्य मौजूद नहीं था। ग्रामीणों ने धुआं देखकर शोर मचाया और जब घरवालों को सूचना मिली तो चीख-पुकार से माहौल गूंज उठा।

टीचर संजू का दर्द और सुसाइड नोट का सच

संजू पेशे से टीचर थीं और गांव के बच्चों को पढ़ाती थीं। लेकिन उनकी निजी जिंदगी लगातार दहेज की मांग और प्रताड़ना से त्रस्त थी। पुलिस को घटनास्थल पर एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उन्होंने अपने पति दिलीप बिश्नोई, सास, ससुर और ननद पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया है। नोट में उन्होंने यह भी लिखा कि उनके पति और एक अन्य व्यक्ति गणपत सिंह मिलकर उन्हें शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। इस पत्र ने ससुराल वालों के गंदे राज खोल दिए हैं।

मायकेवालों का आक्रोश और FIR दर्ज

संजू की मौत के बाद उनके मायकेवालों में गहरा आक्रोश फैल गया। उन्होंने पति दिलीप बिश्नोई, सास, ससुर और ननद समेत कई लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई है। उन पर दहेज प्रताड़ना और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है। इसके साथ ही गणपत सिंह का नाम भी मामले में सामने आया है। मायकेवालों का आरोप है कि संजू को लगातार दहेज के लिए टॉर्चर किया जाता था और शादी के बाद से ही उनका जीवन दुखों से भर गया था।

पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार का दर्दनाक दृश्य

शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद दोनों शव पीहर पक्ष को सौंपे गए। गांव में गमगीन माहौल में मां-बेटी का अंतिम संस्कार किया गया। जब एक ही चिता पर मां और मासूम बेटी की लाश रखी गई, तो वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम हो गईं। ग्रामीणों का कहना है कि यह घटना दहेज रूपी कुरीति की एक और भयानक मिसाल है जिसने एक परिवार की खुशियां छीन लीं।

पुलिस जांच और FSL की रिपोर्ट

पुलिस ने घटनास्थल से सबूत इकट्ठे किए और एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) टीम को जांच में लगाया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सुसाइड नोट में लिखी बातों की सत्यता की जांच की जा रही है। फिलहाल पति और ससुराल वालों से पूछताछ की जा रही है। गणपत सिंह नामक व्यक्ति की भी तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

कब थमेगा दहेज का खेल?

यह मामला एक बार फिर समाज में दहेज प्रथा और उससे जुड़ी कुरीतियों पर गंभीर सवाल खड़े करता है। जब शिक्षित और आत्मनिर्भर महिलाएं भी दहेज की भेंट चढ़ रही हैं, तो यह सोचने वाली बात है कि हमारी सामाजिक व्यवस्था किस ओर जा रही है। निक्की मर्डर केस और अब जोधपुर का यह दहेज कांड दिखाता है कि दहेज रूपी दानव अब भी परिवारों को निगल रहा है।

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