जौनपुर में पत्रकार से अभद्रता पर भड़का पत्रकार संघ, अधिशासी अभियंता को सौंपा ज्ञापन, दोषी लाइनमैन पर कार्रवाई की चेतावनी


जौनपुर में पत्रकार से अभद्रता पर पत्रकार संघ ने अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपा, दोषी लाइनमैन पर एक सप्ताह में कार्रवाई की चेतावनी

इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट


जौनपुर में पत्रकार के साथ अभद्रता, पत्रकार संघ ने जताया आक्रोश

जौनपुर जनपद के मछलीशहर क्षेत्र में बरईपार बाजार के वरिष्ठ पत्रकार डॉ. सुनील कुमार पांडे के साथ अकुशल निविदा लाइनमैन द्वारा की गई अभद्रता का मामला गरमा गया है। इस घटना की सूचना मिलते ही जौनपुर पत्रकार संघ ने कड़ी नाराजगी जताई और इसे पत्रकारों की गरिमा पर हमला करार दिया। संघ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मछलीशहर में आपात बैठक बुलाई, जिसमें दोषी लाइनमैन पर कठोर कार्रवाई की मांग पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।

आपात बैठक में कार्रवाई का निर्णय

जौनपुर पत्रकार संघ मछलीशहर के अध्यक्ष अनिल कुमार पांडे के नेतृत्व में आयोजित इस बैठक में घटना की निंदा करते हुए तय किया गया कि अभद्र व्यवहार करने वाले अप्रशिक्षित निविदा लाइनमैन के खिलाफ तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। बैठक के बाद पत्रकार संघ का प्रतिनिधिमंडल अधिशासी अभियंता राजन कुशवाहा से मिला और उन्हें ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि दोषी विद्युत कर्मी को तत्काल निलंबित किया जाए और उसे अन्य फीडर पर स्थानांतरित किया जाए।

भ्रष्टाचार के पुराने आरोप भी आए सामने

पत्रकार डॉ. सुनील पांडे के अनुसार, जिस निविदा विद्युत कर्मी शैलेश तिवारी ने अभद्रता की, उस पर पहले भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। वारी गांव के लोगों ने इस कर्मी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि वह बिना धनराशि लिए विद्युत आपूर्ति से जुड़ा कोई कार्य नहीं करता। इस संबंध में एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। डॉ. पांडे का कहना है कि इसी मुद्दे पर जब उन्होंने समाचार प्रकाशित किया तो लाइनमैन ने न केवल अभद्रता की बल्कि भविष्य में ऐसी खबर न छापने की धमकी भी दी।



पत्रकार संघ की चेतावनी

ज्ञापन सौंपने के दौरान पत्रकार संघ के अध्यक्ष अनिल कुमार पांडे, महामंत्री आनंद कुमार सिंह, उपाध्यक्ष मनोज कुमार तिवारी, सतीश चन्द्र दुबे, इंद्रेश तिवारी, करुणाकर द्विवेदी, हाफिज नियामत, रंजीत बलवानी, अब्दुलहई उर्फ राजा, राहुल चौरसिया, रवि मिश्रा, राधा रमन अग्रहरि, फैज खान समेत दर्जनों पत्रकार मौजूद थे। संघ ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर दोषी निविदा लाइनमैन के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।

अधिशासी अभियंता का आश्वासन

अधिशासी अभियंता राजन कुशवाहा ने पत्रकार संघ से मुलाकात के दौरान आश्वासन दिया कि उनका ज्ञापन प्राप्त हो चुका है और मामले की जांच की जाएगी। जांच पूरी होने के बाद संबंधित लाइनमैन के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हों।

पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर सवाल

यह घटना न केवल एक व्यक्ति के साथ अभद्रता का मामला है बल्कि पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। जब किसी पत्रकार को भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों पर रिपोर्टिंग करने के कारण धमकाया जाता है, तो यह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की नींव को कमजोर करता है। पत्रकार संघ का यह कदम न केवल अपने सदस्य के सम्मान की रक्षा के लिए है, बल्कि उन सभी पत्रकारों के लिए एक संदेश भी है जो बिना डर के सच सामने लाने का प्रयास करते हैं।



आगे की राह

अब सबकी निगाहें अधिशासी अभियंता की कार्रवाई पर टिकी हैं। यदि समय पर और सख्त कदम नहीं उठाए गए तो यह मामला एक बड़े आंदोलन का रूप भी ले सकता है। पत्रकार संघ ने साफ कर दिया है कि वे अपने साथियों के सम्मान और सुरक्षा के मुद्दे पर किसी भी तरह का समझौता नहीं करेंगे।

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