सावन में वाराणसी में नॉनवेज की बिक्री पर रोक, दुकान खुली तो FIR दर्ज होगी। नगर निगम ने दिए कड़े निर्देश।
सावन में काशी पूरी तरह होगी ‘नॉनवेज फ्री’, दुकानदारों को चेतावनी
उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी में सावन के पवित्र महीने में मीट, मछली और चिकन की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दी गई है। भगवान शिव की नगरी काशी को पवित्र रखने के लिए नगर निगम की मिनी सदन बैठक में यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया, जिसमें स्पष्ट किया गया कि सावन भर नॉनवेज की कोई भी दुकान नहीं खुलेगी। आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अगर खुली मीट या मछली की दुकान, तो सीधे होगी FIR
नगर निगम की बैठक में सदस्य हनुमान प्रसाद द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव में कहा गया कि सावन के महीने में नगर निगम सीमा के अंतर्गत मीट, मुर्गा और मछली की दुकानें पूरी तरह बंद रहेंगी। यदि किसी ने इस आदेश की अवहेलना की, तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। पशु कल्याण अधिकारी संतोष पाल ने स्पष्ट किया कि आदेश का 100 प्रतिशत पालन सुनिश्चित किया जाएगा।
मेयर अशोक तिवारी ने दिए निर्देश, उल्लंघन पर होगी जब्ती
वाराणसी के मेयर अशोक तिवारी ने नगर निगम अधिकारियों को निर्देशित किया कि सावन में नॉनवेज की बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाई जाए और जो भी दुकानदार आदेश तोड़ता पाया जाए, उसके खिलाफ थाना स्तर पर मुकदमा दर्ज कराया जाए। इसके तहत पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई भी की जाएगी और दुकानों को जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी।
मंदिरों के आसपास प्लास्टिक पर भी लगेगा प्रतिबंध
बैठक के दौरान मिनी सदन के सदस्य सुशील गुप्ता ने प्रस्ताव रखा कि मंदिरों के आसपास प्लास्टिक के थैलों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जाए। मेयर तिवारी ने इस प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए कपड़े के झोले वितरित करने और विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। यह पहल पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ श्रद्धालुओं की सुविधा के उद्देश्य से की जा रही है।
वृक्षारोपण पर भी हुई चर्चा, जियो टैगिंग के आदेश
सावन के दौरान वृक्षारोपण की समीक्षा भी बैठक में की गई। मेयर ने पिछले वर्ष कराए गए 8000 वृक्षारोपण की स्थिति जाननी चाही, जिस पर संयुक्त नगर आयुक्त ने बताया कि उनमें से 6330 पेड़ जीवित हैं। मेयर ने इन पेड़ों की जियोटैगिंग और नियमित देखभाल के निर्देश दिए हैं ताकि हरित वाराणसी के लक्ष्य को मजबूत किया जा सके।
नगर निगम के 4 प्रमुख विभाग सावन में रहेंगे अलर्ट मोड में
सावन के महीने में वाराणसी नगर निगम ने चार मुख्य विभागों – स्वास्थ्य, जलकल, आलोक और सामान्य विभाग को अलर्ट मोड में रखा है। इन विभागों के विभागाध्यक्षों को क्विक रिस्पांस टीम (QRT) गठित करने का निर्देश दिया गया है, जो किसी भी शिकायत पर 40 मिनट के भीतर कार्रवाई करेंगी।
इन समस्याओं में मुख्य रूप से सफाई, सीवर जाम, पेयजल संकट और बिजली की समस्या शामिल रहेंगी। सावन में श्रद्धालुओं की भीड़ को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए यह पहल की गई है।
प्रशासन के आदेश से बाजार में खलबली, दुकानदार असमंजस में
नए आदेश के बाद नॉनवेज विक्रेताओं में हड़कंप मच गया है। शहर के कई हिस्सों में दुकानदारों ने दुकानों को बंद रखना शुरू कर दिया है, वहीं कुछ का कहना है कि आदेश का पालन करेंगे लेकिन आजीविका पर असर जरूर पड़ेगा। हालांकि प्रशासन का रुख सख्त है और किसी भी तरह की ढिलाई के संकेत नहीं दिए गए हैं।
धार्मिक आस्था बनाम आजीविका: एक संवेदनशील संतुलन
सावन का महीना काशी के लिए न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होता है, बल्कि श्रावण सोमवार, कांवड़ यात्रा और विभिन्न धार्मिक आयोजन भी इसी समय होते हैं। ऐसे में प्रशासन द्वारा धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। हालांकि दुकानदारों और मांस व्यापारियों के हितों की अनदेखी न हो, इस पर भी प्रशासन को संतुलन बनाए रखने की चुनौती होगी।


0 टिप्पणियाँ
आपका विचार हमारे लिए महत्वपूर्ण है, कृपया अपनी राय नीचे लिखें।