धान की रोपाई कर रहीं 2 लड़कियां तालाब में गिरीं, बचाने कूदा लड़का भी डूबा—तीनों की मौत से मचा कोहराम



मुरादाबाद में धान की रोपाई के दौरान तालाब में फिसलकर 2 लड़कियां और बचाने गया लड़का डूबा, तीनों की दर्दनाक मौत


मुरादाबाद में बारिश के बीच खेतों में घटी दर्दनाक घटना

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में भारी बारिश के चलते एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। खेतों में धान की रोपाई कर रहीं दो लड़कियां अचानक फिसलकर तालाब में गिर गईं। उन्हें बचाने के लिए पास में काम कर रहा एक किशोर लड़का भी पानी में कूद पड़ा। लेकिन तालाब की गहराई ने तीनों की जान ले ली। देखते ही देखते गांव में मातम पसर गया। यह दर्दनाक हादसा मैनाठेर थाना क्षेत्र के महमूदपुर माफी गांव में हुआ।

धान की रोपाई करते वक्त फिसली लड़कियां, बचाने आया किशोर भी डूबा

गांव के खेतों में धान की रोपाई का काम चल रहा था। बारिश के बाद खेतों के पास बने तालाब पानी से लबालब भरे हुए थे। इसी दौरान 20 वर्षीय सानिया और 19 वर्षीय आशिया धान की रोपाई में जुटी थीं। अचानक दोनों का पैर फिसल गया और वे पास के तालाब में जा गिरीं। उनके साथ खेत में काम कर रहे 17 वर्षीय शाहजहांन ने जब यह देखा तो वह भी दौड़कर तालाब में कूद गया। उसने दोनों को बचाने की कोशिश की, लेकिन गहराई ज्यादा होने के कारण तीनों की मौत हो गई।

शोर मचाने के बावजूद नहीं बची जान, गांव में पसरा मातम

घटना के दौरान खेत में मौजूद अन्य लोगों ने शोर मचाया, लेकिन जब तक मदद पहुंचती, तब तक तीनों गहरे पानी में समा चुके थे। कुछ ही मिनटों में गांव में यह खबर आग की तरह फैल गई। लोग दौड़ते हुए तालाब के पास पहुंचे, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।

तीनों के शव तालाब से निकाले गए, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

घटना की सूचना मिलते ही मैनाठेर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। प्रशासन की मदद से तीनों के शव तालाब से बाहर निकाले गए। मृतकों की पहचान महमूदपुर माफी गांव के रहने वाले शाहजहांन (17) और गोरे गांव की सानिया (20) व आशिया (19) के रूप में हुई है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में हर ओर मातम का माहौल है।

प्रशासन ने किया मुआवजे का ऐलान, हरसंभव मदद का भरोसा

हादसे की जानकारी मिलते ही एसडीएम बिलारी विनय कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने घटना पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि प्रशासन मृतक परिवारों के साथ है। शासन के निर्देश के मुताबिक तीनों मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। एसडीएम ने बताया कि प्रशासन की टीम लगातार पीड़ित परिवारों के संपर्क में है और हर संभव मदद की जा रही है।

तालाबों के किनारे सुरक्षा की मांग तेज, गांव में आक्रोश

गांव में इस हादसे के बाद लोग अब प्रशासन से तालाब के किनारों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बारिश के दिनों में तालाब लबालब भरे होते हैं और हर साल इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं। प्रशासन को चाहिए कि जलभराव वाले क्षेत्रों में चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं और सुरक्षा दीवार बनाई जाए, ताकि इस तरह के हादसे रोके जा सकें।

प्रशासन ने दी लोगों को सतर्क रहने की सलाह

एसडीएम विनय कुमार ने बताया कि बारिश के दौरान जलभराव वाले इलाकों और तालाबों के पास न जाएं। खेतों में काम करने वाले लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है। प्रशासन द्वारा ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है कि वे बारिश के मौसम में अतिरिक्त सतर्कता बरतें।

गांव में पसरा सन्नाटा, हर आंख नम

महमूदपुर माफी और गोरे गांव में इस घटना के बाद सन्नाटा पसर गया है। तीन युवाओं की एक साथ मौत ने पूरे इलाके को हिला दिया है। लोग बार-बार यही कह रहे हैं कि काश कोई उन्हें समय रहते बचा पाता। परिजनों का हाल बेहाल है और गांव की गलियों में सिर्फ आंसुओं की आवाज सुनाई दे रही है।

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