हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भगदड़ मचने से 6 की मौत, करंट की अफवाह से टूटी भीड़, चश्मदीदों ने सुनाया खौफनाक मंजर
भारी भीड़, करंट की अफवाह और चीखों के बीच घबराई भीड़
रविवार की सुबह हरिद्वार के पावन मनसा देवी मंदिर में दर्शन करने आए श्रद्धालुओं के लिए वह पल किसी भयानक सपने से कम नहीं रहा। सुबह करीब 9 बजे मंदिर परिसर की संकरी सीढ़ियों पर करंट लगने की अफवाह फैलते ही हजारों की भीड़ बेकाबू हो गई। जो जहां था, वहीं से जान बचाकर भागने लगा। कई लोग वहीं गिर पड़े और फिर उनके ऊपर से भीड़ दौड़ती चली गई। भगदड़ में अब तक 6 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, जबकि 15 गंभीर रूप से घायल हैं।
सीढ़ियों पर धक्का-मुक्की, कुछ ने बिजली की तारों से पकड़कर चढ़ाई की कोशिश
मंदिर की ओर जाने वाला मुख्य रास्ता काफी संकरा और ढलान वाला है। चश्मदीदों के अनुसार, ज्यादा भीड़ होने की वजह से कुछ लोगों ने शॉर्टकट में मंदिर तक पहुंचने के लिए बिजली के खंभे और तारों का सहारा लेना शुरू कर दिया। तभी किसी ने चिल्ला दिया, “तार में करंट है, हटो पीछे!” बस इतना सुनते ही लोगों में अफरा-तफरी मच गई। लोग एक-दूसरे को धक्का देते हुए भागने लगे और इसी भीड़ में कई लोग गिर पड़े।
लाशों पर दौड़ गई भीड़, मदद की जगह मची खुद की जान बचाने की होड़
घटना के वक्त मौजूद रहे लोगों ने बताया कि जैसे ही एक महिला गिरी, उसके ऊपर से कई लोग दौड़ते चले गए। किसी को देखने तक की फुर्सत नहीं थी। हर किसी को अपनी जान की पड़ी थी। घायल श्रद्धालु अशोक कुमार ने बताया कि “मैं भी उस वक्त वहीं था, मेरा हाथ टूट गया। मैं किसी तरह दीवार पकड़कर खड़ा रह गया, नहीं तो भीड़ में कुचल जाता।”
6 श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि, बाकी अस्पताल में भर्ती
हरिद्वार के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि हादसे में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 15 लोगों को अलग-अलग चोटें आई हैं और उनका इलाज हरिद्वार के जिला अस्पताल में किया जा रहा है। फिलहाल मंदिर परिसर को खाली करवा लिया गया है और सुरक्षा के लिहाज से भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
कंट्रोल रूम में 9 बजे पहुंची भगदड़ की सूचना, तुरंत शुरू हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन
एसएसपी डोबाल ने बताया कि कंट्रोल रूम में सुबह 9 बजे भगदड़ की कॉल आई थी। कॉल मिलते ही तुरंत पुलिस बल को मंदिर मार्ग की ओर रवाना किया गया। रेस्क्यू टीम ने वहां पहुंचकर घायलों को बाहर निकाला और एंबुलेंस से उन्हें अस्पताल भेजा गया। चश्मदीदों की मानें तो हादसा सीढ़ियों के पास हुआ, जहां पर नीचे की तरफ करंट की अफवाह फैली और वहीं से भगदड़ शुरू हुई।
सीएम धामी ने जताया दुख, ट्वीट कर प्रशासन को दिया कड़ा निर्देश
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर मार्ग में भगदड़ मचने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। पुलिस एवं रेस्क्यू टीमें मौके पर हैं। प्रशासन से लगातार संपर्क में हूं और स्थिति की निगरानी कर रहा हूं।” उन्होंने मृतकों के परिजनों को हरसंभव सहायता देने और घटना की पूरी जांच करवाने की बात भी कही है।
भीड़ नियंत्रित करने में नाकाम रहा प्रशासन? सवालों के घेरे में व्यवस्था
इस बड़े हादसे ने एक बार फिर से मंदिर परिसरों में भीड़ प्रबंधन और प्रशासनिक तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। रविवार जैसे भीड़भाड़ वाले दिन भी न तो पर्याप्त पुलिसकर्मी वहां मौजूद थे, और न ही किसी इमरजेंसी प्लान को लागू किया गया था। लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन पहले से अलर्ट मोड पर रहता और लोगों को तारों से दूर रहने की चेतावनी देता, तो ये हादसा टल सकता था।
फिलहाल हालात सामान्य, लेकिन श्रद्धालुओं में दहशत
मनसा देवी मंदिर फिलहाल श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है। सुरक्षा के लिहाज से अतिरिक्त फोर्स बुलाया गया है। हादसे के बाद मंदिर परिसर के आसपास अफरा-तफरी का माहौल है और श्रद्धालुओं के चेहरों पर डर साफ देखा जा सकता है। मंदिर ट्रस्ट और पुलिस ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और पूरी सावधानी से दर्शन करें।


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