अलवर में कांवड़ यात्रा के दौरान 11 हजार वोल्ट की लाइन से झांकी टकराई, हादसे में 2 की मौत और 30 से अधिक लोग घायल हुए।
शिवभक्तों की आस्था पर कहर: अलवर की कांवड़ यात्रा में करंट से दो मौतें, गांव में मातम
राजस्थान के अलवर जिले में कांवड़ यात्रा के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। जलाभिषेक से पहले निकाली जा रही शोभायात्रा उस वक्त काल बन गई जब एक झांकी 11,000 वोल्ट की हाईवोल्टेज बिजली लाइन से टकरा गई। इस दर्दनाक हादसे में दो कांवड़ियों की मौके पर ही मौत हो गई और 30 से ज्यादा लोग बुरी तरह झुलस गए। हादसे के बाद पूरे गांव में मातम और सन्नाटा पसरा है।
हरिद्वार से लौट रहे थे भक्त, गांव में निकाली जा रही थी शोभायात्रा
अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र के बीचगावा गांव के 27 लोग 13 जुलाई को हरिद्वार से कांवड़ लेकर लौटे थे। शिवरात्रि के पावन पर्व पर भगवान शिव का जलाभिषेक करने से पहले गांव में एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें गांव के करीब 700 से 800 लोग शामिल हुए। झांकी के रूप में सजे एक ट्रक पर शिव का दरबार सजाया गया था।
झांकी से टकराई 11KV लाइन, ट्रक में फैला करंट
जैसे ही शोभायात्रा गांव के अंदरूनी रास्तों से गुजर रही थी, अचानक झांकी सजे ट्रक का ऊपरी हिस्सा 11KV की बिजली लाइन से टकरा गया। टकराते ही ट्रक और उसके आसपास बिजली का करंट फैल गया, जिससे करीब 32 लोग करंट की चपेट में आ गए। घटनास्थल पर भगदड़ मच गई और चीख-पुकार से माहौल गूंज उठा।
मौके पर ही गई दो की जान, दर्जनों झुलसे
हादसे में सुरेश प्रजापत और गोपाल प्रजापत नामक दो कांवड़ियों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं, 30 अन्य लोग गंभीर रूप से झुलस गए, जिनमें 20 कांवड़िए और 10 स्थानीय ग्रामीण शामिल हैं। घायलों को तुरंत गढ़ी सवाईराम के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से 8 की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें राजीव गांधी सामान्य अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
प्रशासन के खिलाफ गुस्से में ग्रामीण, सड़क जाम और नारेबाजी
हादसे के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। सैकड़ों लोगों ने लक्ष्मणगढ़-मंडावर मार्ग को जाम कर दिया और बिजली विभाग व प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। मौके पर पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे, जिन्होंने लोगों को समझाकर शांत कराया। एसडीएम ने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने का आश्वासन दिया।
JE पर होगी FIR, मृतकों के परिजनों को 10 लाख मुआवजा
लक्ष्मणगढ़ के एसडीएम मोकम सिंह ने कहा कि इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लाइनमैन को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर किया जाएगा। वहीं, परिजनों की शिकायत के आधार पर संबंधित जेईएन के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी। मृतक कांवड़ियों के परिजनों को 5 लाख रुपए की सहायता राशि बिजली निगम की ओर से और 5 लाख रुपए राज्य सरकार की योजना से दिए जाएंगे।
धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा को लेकर सवाल
यह हादसा प्रशासनिक लापरवाही और बिजली विभाग की अनदेखी का परिणाम माना जा रहा है। ऐसे धार्मिक आयोजनों में लाखों लोगों की आस्था जुड़ी होती है, लेकिन सुरक्षा के मानकों की अनदेखी अक्सर जानलेवा साबित हो जाती है। अलवर की यह घटना न केवल प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि आने वाले आयोजनों के लिए भी चेतावनी है कि ऐसे मामलों में सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।


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