वृंदावन में बंदर श्रद्धालु का 20 लाख के गहनों से भरा बैग लेकर भागा, 1 घंटे बाद पुलिस और लोगों की मशक्कत से मिला बैग।
बंदर बना 'गहनों का चोर', श्रद्धालु के हाथ से छीना कीमती बैग
उत्तर प्रदेश की तीर्थनगरी वृंदावन में गुरुवार को एक ऐसी घटना घटी, जिसने श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को हैरान कर दिया। वृंदावन में बंदर अक्सर मोबाइल, चश्मा या पर्स लेकर भाग जाते हैं, लेकिन इस बार एक बंदर ने सीधे 20 लाख रुपये के गहनों से भरा बैग ही उड़ा लिया।
अलीगढ़ निवासी श्रद्धालु अभिषेक अग्रवाल अपने परिवार के साथ ठाकुर बांके बिहारी महाराज के दर्शन करने वृंदावन पहुंचे थे। दर्शन के बाद जब वह लौट रहे थे, तभी गौतम पाड़ा तिराहे पर पीछे से आया एक बंदर उनके हाथ से बैग छीनकर भाग गया। इस बैग में सोने की हार, अंगूठियां, टॉप्स, पायजेब और नकद रुपये मौजूद थे।
20 लाख के गहनों के साथ बंदर की 'भागम-भाग'
घटना के समय पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। अभिषेक अग्रवाल ने जैसे ही बैग छीनने की बात लोगों को बताई, तुरंत वहां मौजूद श्रद्धालु और दुकानदार दौड़ पड़े। बंदर को फ्रूटी और अन्य खाने की चीजों का लालच देकर उसे मनाने की कोशिश की गई, लेकिन बंदर आसानी से मानने को तैयार नहीं था।
करीब एक घंटे तक बंदर इधर-उधर भागता रहा, कभी छत पर, तो कभी पेड़ों पर। इस ‘भागमभाग’ को देखने के लिए स्थानीय लोग जमा हो गए। कई ने वीडियो बनाना शुरू कर दिया, लेकिन अभिषेक और उनका परिवार घबराया हुआ था क्योंकि बैग में उनकी पत्नी और बहनों के कीमती गहने थे।
पुलिस ने संभाला मोर्चा, गहनों संग सही-सलामत मिला बैग
जब एक घंटे की मशक्कत के बाद भी बैग नहीं मिला, तब अभिषेक ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। वृंदावन कोतवाली प्रभारी मौके पर पहुंचे और टीम संग सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। आस-पास के मकानों की छतों, पेड़ों और गलियों की छानबीन शुरू हुई।
लगभग दो घंटे की मेहनत के बाद एक छत पर बैग पड़ा हुआ मिला। सबसे बड़ी राहत की बात यह रही कि बैग पूरी तरह बंद था और उसमें रखे सभी गहने और नकदी सुरक्षित मिले। पुलिस ने बैग को अभिषेक को सौंप दिया, जिसके बाद उन्होंने राहत की सांस ली।
वृंदावन के बंदरों से सावधान: आस्था के संग सतर्कता जरूरी
वृंदावन में बंदरों की शरारतें नई नहीं हैं, लेकिन अब वे सिर्फ मोबाइल या चश्मे तक सीमित नहीं रह गए हैं। महंगे आभूषण, पर्स और अन्य कीमती सामान भी अब उनकी शरारत की सीमा में आ गए हैं। स्थानीय प्रशासन ने श्रद्धालुओं को सावधानी बरतने की अपील की है और कहा है कि मंदिर परिसर और भीड़भाड़ वाले इलाकों में अपने कीमती सामान को सुरक्षित रखें।
श्रद्धालु ने की प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग
अभिषेक अग्रवाल और उनके परिवार ने घटना के बाद वृंदावन प्रशासन से गुहार लगाई कि बंदरों पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि यदि बैग वापस नहीं मिलता तो उनका पूरा जीवनभर की कमाई चली जाती।
श्रद्धालु वर्ग ने भी प्रशासन से अनुरोध किया है कि CCTV कैमरे बढ़ाए जाएं, साथ ही बंदरों को नियंत्रित करने के लिए वन विभाग और स्थानीय निकाय समन्वय बनाकर सख्त रणनीति अपनाएं।



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