राजा रघुवंशी हत्याकांड: गाजीपुर ढाबे तक सोनम को छोड़ने आए थे दो लड़के, उजाला यादव ने खोले राज – बोली, बस में बैठकर मोबाइल भी मांग रही थी


राजा रघुवंशी हत्याकांड की आरोपी सोनम को लेकर छात्रा उजाला यादव ने वाराणसी से गाजीपुर तक कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।


उजाला यादव का दावा – सोनम को वाराणसी से दो लड़के छोड़ने आए थे

राजा रघुवंशी हत्याकांड की आरोपी सोनम रघुवंशी की गिरफ्तारी से पहले जो घटनाएं हुईं, वह अब नई शक्ल में सामने आ रही हैं। लखनऊ की छात्रा उजाला यादव ने दावा किया है कि 9 जून की रात उसने सोनम रघुवंशी को वाराणसी कैंट स्टेशन पर दो लड़कों के साथ देखा था। सोनम उस वक्त गोरखपुर जाने के लिए बस का पता कर रही थी।

छात्रा उजाला यादव, जो गाजीपुर के सैदपुर क्षेत्र की रहने वाली है और लखनऊ में पढ़ाई करती है, उस दिन छुट्टी पर घर लौट रही थी। वाराणसी कैंट स्टेशन पर जब वह रोडवेज बस स्टैंड की ओर बढ़ रही थी, तभी सोनम ने उससे गोरखपुर जाने का रास्ता पूछा।

बस में बैठी, लोगों से मोबाइल मांगा – सोनम की हरकतों पर उजाला की नजर

उजाला के अनुसार, उसने सोनम को बस स्टैंड का रास्ता समझा दिया और खुद बस पकड़कर बैठ गई। कुछ देर बाद वही लड़की यानी सोनम रघुवंशी, दो लड़कों को पीछे छोड़कर बस में आकर बैठी। बस में बैठते ही सोनम ने उजाला से बात की और पूछा कि गोरखपुर पहुंचने में कितना समय लगता है। बातचीत के दौरान उसने आसपास के यात्रियों से कई बार मोबाइल भी मांगा।

उजाला बताती है कि उस वक्त उसे पता नहीं था कि यह वही सोनम है जो देश के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में आरोपी है। लेकिन जब अगली सुबह गाजीपुर के एक ढाबे से सोनम की गिरफ्तारी की खबर वायरल हुई, तब उजाला को सारी बात याद आई।

सोशल मीडिया से खोजा शादी कार्ड, परिवार से की बात

जैसे ही उजाला को यकीन हुआ कि बस में साथ बैठी लड़की ही सोनम रघुवंशी थी, उसने तुरंत फेसबुक और इंस्टाग्राम पर खोजबीन शुरू की। उसे सोनम की शादी का कार्ड मिला, जिसमें राजा रघुवंशी के परिवार का मोबाइल नंबर लिखा था।

फिर उजाला ने उस नंबर पर कॉल किया और फोन उठाया राजा रघुवंशी के भाई सचिन रघुवंशी ने। उजाला ने पूरी रात की घटना सचिन को बताई। सचिन ने भी इस जानकारी को गंभीरता से लिया और उजाला से और डिटेल मांगी।

मेघालय और मध्य प्रदेश पुलिस तक पहुंची जानकारी

उजाला के मुताबिक, सोनम की गिरफ्तारी के बाद से न सिर्फ राजा रघुवंशी के परिवार ने उससे संपर्क किया, बल्कि मेघालय पुलिस, मध्य प्रदेश पुलिस और कई मीडिया संस्थानों ने भी उससे लगातार बात की। उजाला ने बताया कि गाजीपुर पहुंचने पर वह मीडिया के कैमरों के सामने आई और पूरा घटनाक्रम विस्तार से बताया।

उसने यह भी कहा कि सोनम के साथ दो युवक वाराणसी तक थे लेकिन बस में वह अकेली चढ़ी। यह सवाल अब जांच एजेंसियों के लिए बड़ा हो गया है कि वे दोनों युवक कौन थे? क्या वे इस हत्याकांड में शामिल थे या सिर्फ मदद कर रहे थे?

सोनम ने कहा – खबरें मत देखा करो!

बस यात्रा के दौरान उजाला अपने मोबाइल पर फेसबुक और इंस्टाग्राम स्क्रॉल कर रही थी। जब सोनम की तस्वीर स्क्रीन पर नजर आई तो उजाला चौंक गई। इस पर सोनम ने तुरंत टोका – “ऐसी खबरें मत देखा करो!” उस वक्त उजाला को संदेह तो हुआ, लेकिन उसने ज्यादा सोचा नहीं।

अब यह बात जांच के दायरे में आ गई है कि सोनम खुद को पहचान से क्यों छिपा रही थी और क्यों यात्रियों से मोबाइल लेकर कॉल कर रही थी। क्या वह फरार रहने के लिए किसी से मदद मांग रही थी?

जांच के घेरे में वाराणसी से गाजीपुर तक की ट्रैवलिंग

उजाला यादव की गवाही के बाद सोनम रघुवंशी की गाजीपुर तक की यात्रा को लेकर कई नए राज खुले हैं। पुलिस अब यह जानने में जुटी है कि वाराणसी कैंट स्टेशन से लेकर गाजीपुर ढाबा तक सोनम कैसे पहुंची, किनके साथ थी और क्या उसकी लोकेशन जानबूझकर छिपाई गई?

इस पूरे घटनाक्रम में उजाला यादव की भूमिका अब अहम हो चुकी है, क्योंकि वह इकलौती चश्मदीद है जिसने सोनम को गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले देखा और उससे बात भी की।

गाजीपुर में सोनम की गिरफ्तारी बनी हाई प्रोफाइल केस

9 जून की रात को गाजीपुर के काशी ढाबा पर सोनम की गिरफ्तारी के बाद यह मामला फिर से देश भर में चर्चा का विषय बन गया है। सोनम के फरार होने, अलग-अलग शहरों में देखे जाने और अब दो युवकों की मौजूदगी ने जांच को और पेचीदा बना दिया है। उजाला यादव का बयान इस पूरे केस में एक नई कड़ी जोड़ता है।

सचिन रघुवंशी ने उजाला से की वीडियो कॉल पर बात

उजाला ने बताया कि घटना के बाद उसने सचिन रघुवंशी से वीडियो कॉल पर बात की और सबकुछ विस्तार से बताया। इसके बाद सचिन ने स्थानीय पुलिस को जानकारी दी और अब उजाला का बयान आधिकारिक रूप से दर्ज किया जा रहा है।

राजा रघुवंशी हत्याकांड अब केवल एक प्रेम प्रसंग की कहानी नहीं रही, यह केस अब कई परतों में उलझ गया है। सोनम की लोकेशन, बस की यात्रा, मोबाइल की मांग, दो युवकों की भूमिका और उजाला यादव की चश्मदीद गवाही – ये सभी अब जांच के अहम बिंदु बन चुके हैं।

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