पटना में सिने संवाद में दिखा फिल्मी जोश: हीरो राजन कुमार बोले - "बिहार बना फिल्मी क्रांति की धरती!



सिने संवाद कार्यक्रम में पहुंचे हीरो राजन कुमार, बिहार में फिल्म निर्माण व वितरण की चुनौतियों पर बोले खुलकर, कहा- दिख रहा उज्ज्वल भविष्य।


पटना में सजी फिल्मी महफिल, "सिने संवाद" बना चर्चाओं का केंद्र

पटना में 13 जून की शाम बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम लिमिटेड द्वारा आयोजित "सिने संवाद" कार्यक्रम ने फिल्मी दुनिया से जुड़े तमाम मुद्दों पर गहरी चर्चा की। इस आयोजन में बिहार ललित कला अकादमी, फ्रेजर रोड के प्रांगण में सैकड़ों दर्शकों की मौजूदगी के बीच जब मंच पर अभिनेता और निर्माता हीरो राजन कुमार पहुंचे, तो माहौल तालियों से गूंज उठा। उन्होंने कार्यक्रम की सराहना करते हुए इसे "बिहार की फिल्म क्रांति का प्रारंभिक कदम" बताया।

हीरो राजन कुमार ने बताया बिहार का बढ़ता फिल्मी कद

राजन कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि, "बिहार ललित कला अकादमी में आयोजित यह सिने संवाद कार्यक्रम सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है। फिल्म निर्माण के साथ-साथ वितरण की प्रक्रिया बेहद चुनौतीपूर्ण है, और इस मंच ने उन चुनौतियों को साझा करने और समाधान ढूंढ़ने का अवसर दिया है।" उन्होंने कहा कि, "बिहार में आज कला, संस्कृति और फिल्म इंडस्ट्री को लेकर एक सकारात्मक माहौल बनता नजर आ रहा है।"

रोजगार और शूटिंग को लेकर राजन कुमार ने जताई उम्मीद

राजन कुमार का मानना है कि आने वाले समय में बिहार एक प्रमुख फिल्म शूटिंग हब बन सकता है। "यहां की सांस्कृतिक विविधता, लोकेशंस और सरकारी समर्थन, सब कुछ मिलाकर एक ऐसा माहौल बनता है जो फिल्मकारों को आकर्षित करता है। ज्यादा फिल्में बनेंगी तो स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिलेगा और राज्य की आर्थिक प्रगति में भी इजाफा होगा," उन्होंने कहा।

फिल्म वितरण की चुनौतियों पर खुलकर हुई चर्चा

कार्यक्रम में खासतौर पर इस बात पर चर्चा की गई कि फिल्म बनाना तो एक रचनात्मक प्रक्रिया है, लेकिन उसे सिनेमाघरों और दर्शकों तक पहुंचाना उससे कहीं अधिक जटिल कार्य है। राजन कुमार ने कहा, "फिल्म वितरण में बिहार को एक मजबूत ढांचे की जरूरत है। मल्टीप्लेक्स की कमी और सिंगल स्क्रीन थियेटर की गिरती संख्या चुनौती जरूर है, लेकिन यही संवाद उन चुनौतियों के समाधान की शुरुआत भी है।"

बिहार सरकार को हीरो राजन कुमार की खुली बधाई

राजन कुमार ने बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा इस पहल के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि, "सरकार ने कलाकारों को मंच देकर एक बड़ी पहल की है। ऐसे आयोजनों को सिलसिलेवार आयोजित किया जाना चाहिए ताकि कलाकार, निर्माता और सरकार के बीच संवाद मजबूत हो सके।"

फिल्म कलाकारों के लिए उम्मीद की नई किरण

बिहार फ़िल्म एंड टेलीविजन आर्टिस्ट एसोसिएशन ट्रस्ट (रजि) के संस्थापक राजन कुमार ने कहा कि यह कार्यक्रम अपने उद्देश्य में पूरी तरह सफल रहा। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में बिहार फिल्म निर्माण, वितरण और प्रदर्शन का एक मजबूत केंद्र बनेगा।

बिहार का फिल्मी भविष्य अब और चमकदार

इस संवाद के माध्यम से यह संदेश साफ हुआ कि बिहार में फिल्म निर्माण की न केवल संभावनाएं हैं, बल्कि उसे मजबूती देने के लिए सरकार और फिल्म इंडस्ट्री के साझा प्रयासों की शुरुआत भी हो चुकी है। हीरो राजन कुमार की मौजूदगी और उनके विचारों ने इस कार्यक्रम को एक नया आयाम दिया।

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