कानपुर घाटमपुर में 6 साल की बच्ची से दुष्कर्म, पत्ते ठूंसे, सिर पर ईंट से वार, मज़ार के पीछे खून से लथपथ मिली
कानपुर में दरिंदगी: मज़ार के पीछे मिला खून से सना बचपन
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के घाटमपुर इलाके में एक ऐसी वारदात हुई जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। 6 साल की एक नन्ही बच्ची मोहल्ले के मैदान में खेल रही थी, तभी एक परिचित युवक उसे बहला-फुसलाकर मज़ार के पीछे ले गया। वहां उसने मासूम के साथ शर्मनाक हरकत की। बच्ची ने विरोध किया तो उसके मुंह में सूखे पत्ते ठूंस दिए गए और सिर पर कई बार ईंट से मारा गया। आरोपी उसे मरा समझकर भाग गया।
मज़ार के पीछे खून, चीखें और बेहोश पड़ी मासूम
जब बच्ची देर रात तक नहीं लौटी तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की। मज़ार के पीछे खून देखकर लोगों को शक हुआ और वहां जाकर देखा तो बच्ची बेहोशी की हालत में मिली। तुरंत उसे घाटमपुर अस्पताल ले जाया गया, जहां हालत गंभीर देखकर उसे कानपुर के हैलट अस्पताल रेफर कर दिया गया। बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है।
आरोपी पड़ोसी का भतीजा, नशे का आदी और बच्ची का 'परिचित'
पीड़ित बच्ची के परिजनों ने पुलिस को बताया कि उनके घर के सामने रहने वाला एक ट्यूबवेल ऑपरेटर का भतीजा, जो नशे का आदी है, बच्ची को अक्सर टॉफी लाकर देता था। बच्ची उसे 'अंकल' कहती थी। उसी ने इस हरकत को अंजाम दिया। आरोपी की तलाश में पुलिस की टीमें गठित की गई हैं।
पुलिस कमिश्नर ने पहुंचकर लिया घटनास्थल का जायजा
कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार और जॉइंट सीपी आशुतोष कुमार खुद हैलट अस्पताल पहुंचे। पीड़ित के परिवार से बातचीत की गई और मेडिकल जांच की पुष्टि की गई। पुलिस का कहना है कि घटना की गंभीरता को देखते हुए आरोपी की जल्द गिरफ्तारी के लिए कई टीमें लगाई गई हैं।
मज़ार की गली बना हैवानियत का अड्डा
एसीपी चंद्रकांत यादव ने बताया कि मज़ार के पास की गली, जो मुगल रोड की ओर जाती है, घटनास्थल रही। आरोपी ने बच्ची को यहीं ले जाकर घिनौना अपराध किया। पीड़िता का परिवार बेहद गरीब है और पिता साइकिल मरम्मत का काम करता है। यह परिवार अब दहशत में है।


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