“तेरा नाती मिलेगा तो एनकाउंटर कर दूंगा” – दरोगा की धमकी से कांपी बुजुर्ग, हाथ जोड़ती रही नानी, SI मंशाराम की ‘एनकाउंटर धमकी’ का VIDEO वायरल, एसपी ने लिया सख्त एक्शन



जौनपुर में दरोगा ने बुजुर्ग महिला को नाती का एनकाउंटर करने की धमकी दी, वीडियो वायरल होने पर हुआ निलंबित, जांच के आदेश।


बुजुर्ग के आंसुओं पर भारी पड़ा वर्दी का अहंकार

उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के कोटवार गांव में एक दिल दहला देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया है। वीडियो में एक बुजुर्ग महिला दरोगा के सामने हाथ जोड़कर विनती कर रही है, लेकिन वर्दी पहने मंशाराम गुप्ता नामक सब-इंस्पेक्टर उसकी विनती को दरकिनार करते हुए खुलेआम उसके नाती विशाल का एनकाउंटर करने की धमकी देता है।

वीडियो में दारोगा का यह कहना कि, "एक मुकदमा लाद दिया हूं, अबकी मिलेगा तो उसका एनकाउंटर कर दूंगा", पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है।

वीडियो वायरल, दरोगा सस्पेंड, पुलिस की फजीहत

वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि कैसे दारोगा मंशाराम गुप्ता गाली-गलौच करता है और कहता है कि "बचा लेना अपने नाती को"। महिला जमीन पर बैठी, गिड़गिड़ा रही है लेकिन दरोगा मानने को तैयार नहीं है।
वीडियो के सामने आते ही जौनपुर पुलिस प्रशासन की चौतरफा आलोचना शुरू हो गई। मामला तूल पकड़ता देख एसपी डॉ. कौस्तुभ ने दरोगा को तुरंत निलंबित करते हुए विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं।

न्यायालय में मामला विचाराधीन, फिर भी कब्जा कराने पहुंचा दारोगा?

पूरा मामला भूमि विवाद से जुड़ा है, जिसमें दूसरे पक्ष द्वारा अवैध निर्माण को लेकर विवाद है। आरोप है कि दारोगा मंशाराम गुप्ता न्यायालय में विचाराधीन इस प्रकरण में एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए दबंगों का साथ देने पहुंचा था। जब बुजुर्ग महिला और उसका नाती विशाल यादव अवैध निर्माण रोकने पहुंचे, तो उल्टे पीड़ित को ही धमकाया जाने लगा।

कौन है विशाल यादव और क्यों है पुलिस के निशाने पर?

विशाल यादव एक निर्दोष ग्रामीण युवक है, जिसके माता-पिता का निधन हो चुका है। वह अपनी नानी कलावती देवी के साथ रहता है। उसी नानी को दरोगा धमका रहा है। इस युवक ने जब न्यायालय के आदेश का हवाला देकर निर्माण रोकने की कोशिश की, तभी दरोगा का 'एनकाउंटर ड्रामा' शुरू हुआ।

पहले भी विवादों में रहा है मंशाराम गुप्ता

यह पहली बार नहीं है जब दरोगा मंशाराम गुप्ता विवादों में आए हों। शाहगंज कोतवाली में तैनाती के दौरान भी इनके कार्यशैली को लेकर कई बार सवाल खड़े हो चुके हैं। लेकिन इस बार तो इन्होंने सरेआम बुजुर्ग महिला के समक्ष एनकाउंटर की धमकी देकर पुलिस विभाग की साख पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।

ग्रामीणों की बहादुरी, वरना दारोगा छुपा लेता सबूत

इस पूरे घटनाक्रम में सबसे अहम भूमिका निभाई ग्रामीणों द्वारा बनाए गए वीडियो की रही। अगर यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल न होता, तो शायद इस गुंडई पर पर्दा पड़ जाता। यह वीडियो अब पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ा सिरदर्द बन चुका है और सवाल यह भी उठ रहा है कि यदि पीड़ित परिवार सुरक्षा की गुहार न लगाता, तो क्या दारोगा सच में एनकाउंटर कर देता?

पीड़ित परिवार को डर, कहीं झूठे केस में फंसाकर न हो जाए एनकाउंटर

विशाल यादव का कहना है कि उसे डर है कि अब दरोगा झूठे केस में फंसा सकता है या रात में घर से उठाकर फर्जी मुठभेड़ दिखा सकता है। ऐसे में उसने अपने घर को छोड़ दिया है और एसपी से मिलकर सुरक्षा की मांग करेगा।

एसपी ने सख्त कार्रवाई के संकेत दिए

जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ ने बताया कि आरोपी दरोगा मंशाराम गुप्ता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही विभागीय जांच के लिए अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आतिश कुमार सिंह को नामित किया गया है। पुलिस ने यह भी कहा कि मामले में निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जाएगी।



सोशल मीडिया पर पुलिस की साख सवालों के घेरे में

वायरल वीडियो के बाद जौनपुर पुलिस सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही है। आम जनता कह रही है कि जब पुलिस ही इस तरह से अमानवीय और कानूनविरोधी व्यवहार करेगी, तो जनता कहां जाएगी? क्या यही है योगी मॉडल का पुलिस राज, जहां बुजुर्ग महिला भी अब सुरक्षित नहीं?

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