शादी की खुशियों में छाया मातम! जालौन में बारात से पहले दो युवकों की बेतवा नदी में डूबकर दर्दनाक मौत,गांव में मचा कोहराम


 


जालौन में शादी से पहले बेतवा नदी में नहाने गए दो युवक डूबे, गांव में मचा कोहराम, छह घंटे बाद मिले शव।


शादी से पहले मातम! जालौन के कहटा गांव में टूटी दो घरों की खुशियां

उत्तर प्रदेश के जालौन जिले का कहटा गांव शनिवार को एक हंसी-खुशी के माहौल से अचानक मातम में तब्दील हो गया। एक शादी समारोह में शामिल होने आए दो युवक बेतवा नदी में नहाते समय डूब गए। यह हादसा इतना भयानक था कि देखते ही देखते शादी की तैयारियों में जुटे लोग चीख-पुकार करने लगे और गांव में सन्नाटा पसर गया।

नदी में नहाने गए थे बारात में शामिल होने आए युवक

यह दुखद हादसा दोपहर को हुआ, जब हमीरपुर जिले से आए चार युवक शादी से पहले गर्मी से राहत पाने के लिए बेतवा नदी में नहाने चले गए। ये सभी गांव से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर नदी के किनारे पहुंचे और नहाने लगे। लेकिन नदी की गहराई और तेज बहाव के कारण दो युवक पानी में डूब गए।

मृतकों की पहचान, दोनों को नहीं आता था तैरना

नदी में डूबने वालों की पहचान हमीरपुर जिले के जराखर गांव निवासी अभिषेक (18) पुत्र रामगोपाल और जलालपुर थाना क्षेत्र के ग्राम धवल निवासी अंकित (21) पुत्र संतोष के रूप में हुई है। अभिषेक पहले डूबने लगा और उसे बचाने के लिए अंकित नदी में कूदा, लेकिन उसे भी तैरना नहीं आता था और दोनों नदी की गहराई में समा गए।

छह घंटे की रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद निकाले गए शव

घटना की खबर मिलते ही आसपास के ग्रामीण और परिजन मौके पर पहुंचे। इसके बाद डकोर कोतवाली पुलिस, उरई की सीओ अर्चना सिंह और गोताखोरों की टीम पहुंची। करीब छह घंटे के सर्च ऑपरेशन के बाद रात 9 बजे दोनों युवकों के शव नदी से बाहर निकाले जा सके। इसके बाद उन्हें उरई मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

शादी के घर में कोहराम, बारात की तैयारियां रुकीं

जिस घर में बारात की तैयारियां चल रही थीं, वहीं अब सिसकियां गूंज रही हैं। आशीष की बारात 7 जून को हमीरपुर के टोला गांव जानी थी, लेकिन उससे पहले यह दुर्घटना पूरी शादी को गमगीन बना गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीण भी इस दर्दनाक घटना से सदमे में हैं।

खनन ने बढ़ाई नदी की गहराई, ग्रामीणों ने जताई चिंता

स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस स्थान पर हादसा हुआ, वहां हाल ही में अवैध मौरंग खनन किया गया था, जिससे नदी की गहराई असामान्य रूप से बढ़ गई है। खनन के कारण बने गड्ढे और तेज बहाव इस हादसे की वजह बने। अब गांव वाले प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि ऐसे खतरनाक जगहों की जांच की जाए और सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं।

प्रशासन की प्रतिक्रिया, जांच के आदेश

सीओ अर्चना सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि घटना की जांच की जा रही है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल दोनों युवकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। गांव के माहौल में अब भी मातम और सन्नाटा पसरा है।

गांव में पसरा सन्नाटा, हर आंख नम

घटना के बाद कहटा गांव और मृतकों के मूल गांवों में मातम का माहौल है। जिस वक्त बारात की ढोल-नगाड़े बजने चाहिए थे, वहां अब सिर्फ आंसुओं की गूंज है। शादी की तैयारियों में जुटा हर सदस्य अब इन दो युवकों की तस्वीरें हाथ में लेकर विलाप कर रहा है।

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