दो विमान हादसे, दो अलग देश, लेकिन एक ही सीट नंबर और एक ही चमत्कार! सीट 11A का रहस्य फिर बना चर्चा का विषय
सीट 11A: एक रहस्य, एक चमत्कार और दो जिंदा बचे मुसाफिर
अहमदाबाद एयर इंडिया AI-171 विमान हादसे के बाद एक नाम सबसे ज़्यादा चर्चा में है – विश्वास कुमार रमेश, वही शख्स जो हादसे में अकेले जिंदा बचे। लेकिन इस कहानी में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि रमेश जिस सीट नंबर 11A पर बैठे थे, उसी सीट पर 27 साल पहले थाईलैंड में हुए विमान हादसे में एक और व्यक्ति अकेले जिंदा बचे थे। उनका नाम था जेम्स रुआंगसाक लोयचुसाक।
1998 में भी बची थी जान, वही सीट बनी थी जीवन रक्षक
हादसे के 27 साल बाद फिर दोहराया गया इतिहास
अब ठीक 27 साल बाद, एक और विमान हादसा – एयर इंडिया फ्लाइट AI-171 – और एक ही सीट, 11A। और फिर वही कहानी, जहां सैकड़ों लोगों की जान चली गई, लेकिन सीट 11A पर बैठे विश्वास कुमार रमेश की जान बच गई।
सोशल मीडिया पर जेम्स रुआंगसाक की भावुक प्रतिक्रिया
अमेरिका का भी एक चमत्कारी केस – जॉर्ज लैमसन जूनियर
भारत के विश्वास रमेश की बहादुरी की भी चर्चा
पीएम मोदी ने अस्पताल पहुंचकर की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अस्पताल जाकर विश्वास रमेश से मुलाकात की और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की। मोदी ने इस चमत्कारी जीवित बचाव पर विश्वास की पीठ थपथपाई और चिकित्सकों को उनके इलाज के लिए हर संभव सुविधा देने का निर्देश दिया।
सीट 11A अब बन गई है वैश्विक चर्चा का केंद्र
दुनियाभर के मीडिया हाउसेस अब इस संयोग पर चर्चा कर रहे हैं कि कैसे एक ही सीट नंबर – 11A – दो बार, दो अलग-अलग देशों में, दो अलग-अलग हादसों में किसी की जान बचाने वाली बन गई।
लोग सोशल मीडिया पर इसे "The Miracle Seat – 11A" कह रहे हैं।
क्या है 11A सीट का विमानन सिस्टम में स्थान?
लोग कह रहे हैं – "कहीं फिर कभी फ्लाइट में जाऊं, तो 11A जरूर मांगूंगा!"
घटना के बाद अब इंटरनेट पर कई लोग फ्लाइट बुकिंग के वक्त सीट 11A की मांग करने की बात कर रहे हैं। टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म्स पर भी सीट 11A सबसे तेज़ी से भरने वाली सीट बन गई है।


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