मेरठ के खालसा गर्ल्स कॉलेज में हिजाब पहनने पर बवाल, छात्रा ने प्रिंसिपल पर रोकने का आरोप लगाया, DISO ने जांच के आदेश दिए।
मेरठ में हिजाब को लेकर गरमा गया माहौल! कॉलेज में छात्रा और प्रिंसिपल के बीच भिड़ंत का वीडियो वायरल, जांच के आदेश
उत्तर प्रदेश के मेरठ में हिजाब विवाद ने तूल पकड़ लिया है। Khalsa Girls Inter College में पढ़ने वाली एक छात्रा ने आरोप लगाया है कि उसे कॉलेज में हिजाब पहनकर आने से रोका गया। यही नहीं, छात्रा का दावा है कि Principal ने उसे चेहरा दिखाने के लिए भी मजबूर किया। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसने पूरे जिले में सनसनी फैला दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए DISO (जिला विद्यालय निरीक्षक) ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
थापर नगर के कॉलेज में हिजाब विवाद का हाईवोल्टेज ड्रामा
खालसा गर्ल्स इंटर कॉलेज मेरठ का जाना-माना शिक्षण संस्थान है। यहां एक छात्रा ने स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसे हिजाब पहनने के कारण क्लास में घुसने से रोका गया। छात्रा का आरोप है कि स्कूल की एक शिक्षिका ने उसे चेहरा दिखाने के लिए कहा जो उसे असहज लगा। छात्रा ने इस पूरी घटना का Video Viral कर दिया। वीडियो में छात्रा और शिक्षिका के बीच तीखी बहस साफ देखी जा सकती है।
DISO ने ली घटना की जानकारी, गठित की जांच समिति
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर ताबड़तोड़ वायरल हुआ, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार ने तत्काल मामले का संज्ञान लिया। उन्होंने स्कूल प्रबंधन से CCTV फुटेज और घटना से जुड़ी सभी जानकारियां तलब की हैं। साथ ही दो सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी गई है जो पूरे प्रकरण की जांच करेगी।
DISO का कहना है कि स्कूल अल्पसंख्यक संस्थान है, ऐसे में सभी पहलुओं से निष्पक्ष जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि देखा जाएगा कि छात्रा के आरोप सही हैं या यह सिर्फ एकतरफा बयान है।
स्कूल प्रशासन ने आरोपों को बताया झूठा, दिया सफाई
खालसा गर्ल्स इंटर कॉलेज की Principal ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि छात्रा तीन अन्य लड़कियों के साथ आई थी। केवल पहचान के लिए चेहरे की पुष्टि करने को कहा गया था, ना कि हिजाब उतरवाने को। प्रिंसिपल ने साफ कहा कि हमारे कॉलेज में पहले से ही कई मुस्लिम छात्राएं पढ़ती हैं और कभी भी हिजाब पर रोक नहीं लगाई गई।
क्या जानबूझकर किया गया कॉलेज को बदनाम?
प्रिंसिपल का आरोप है कि यह पूरा विवाद जानबूझकर फैलाया गया ताकि स्कूल की छवि धूमिल की जा सके। उन्होंने कहा कि कॉलेज में सभी छात्राओं के लिए समान नियम हैं और हिजाब पर कोई रोक नहीं है।
जांच पूरी होने तक रहेगा मामला गरम
DISO ने कहा है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। स्कूल प्रबंधन से CCTV Footage मांगी गई है ताकि यह देखा जा सके कि वायरल वीडियो में दिख रही छात्रा और महिला कौन हैं। जब तक जांच पूरी नहीं होती, यह मामला मेरठ में चर्चा का विषय बना रहेगा।
हिजाब विवाद ने शहर का माहौल गरमाया
मेरठ जैसे संवेदनशील शहर में हिजाब को लेकर उठे इस विवाद ने शिक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। अब सबकी निगाहें DISO की जांच रिपोर्ट पर टिकी हुई हैं जो तय करेगी कि इस मामले में दोषी कौन है और स्कूल का फैसला कितना सही था।
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