जौनपुर हाईवे भीषण हादसा: 45 यात्रियों से भरी बस पलटी, 5 की मौत, 15 घायल; चीख-पुकार से मचा कोहराम!


जौनपुर में डिवाइडर से टकराकर बस पलटी, 5 की मौत, 15 घायल; बदलापुर से जौनपुर जा रही थी बस, हाइवे पर मचा हड़कंप।


जौनपुर में दर्दनाक हादसा, हाईवे पर पलटी यात्रियों से भरी बस, चीख-पुकार से कांपा इलाका

उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। वाराणसी-लखनऊ नेशनल हाइवे पर एक प्राइवेट बस डिवाइडर से टकराकर पलट गई, जिसमें सवार 45 में से 5 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई और 15 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। बस में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए पुलिस और स्थानीय लोग हरकत में आ गए।

यह भयानक दुर्घटना सुबह करीब 9 बजे बक्सा थाना क्षेत्र के शिवगुलामगंज और कुल्हनामऊ गांव के बीच घटी। बताया गया कि बस बदलापुर से जौनपुर की ओर जा रही थी। जैसे ही बस शिवगुलामगंज के पास पहुंची, चालक नियंत्रण खो बैठा और बस सीधा डिवाइडर से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस पलट गई और उसमें सवार यात्री एक-दूसरे पर गिर पड़े। चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

पुलिस और प्रशासन ने संभाला मोर्चा
हादसे की सूचना मिलते ही बक्सा थाना प्रभारी निरीक्षक विक्रम लक्ष्मण सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य शुरू करवाया। फायर ब्रिगेड, जेसीबी और क्रेन की मदद से पलटी बस को सीधा किया गया और उसमें फंसे लोगों को निकाला गया। गंभीर रूप से घायलों को नौपेडवा सीएचसी और जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां उनका इलाज जारी है।

5 की दर्दनाक मौत, 15 अस्पताल में भर्ती
पुलिस ने बताया कि हादसे में महिला और पुरुष समेत 5 यात्रियों की मौत हो चुकी है। 15 अन्य घायल हुए हैं जिनमें कुछ की हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आगे की विधिक कार्रवाई में जुट गई है।

अधिकारियों ने लिया जायजा, दिए सख्त निर्देश
हादसे की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी दिनेश चंद्र सिंह और पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ जिला अस्पताल पहुंचे और घायलों से मुलाकात की। उन्होंने चिकित्सकों को निर्देश दिया कि घायलों के इलाज में कोई कोताही न बरती जाए। वहीं, उन्होंने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों से हादसे की पूरी जानकारी ली और घटना की जांच के आदेश दिए।

यात्रियों की चीखों से दहला हाइवे, दिल दहला देने वाला दृश्य
हादसे के बाद हाईवे पर खून से लथपथ शव और घायल यात्रियों की चीखें हर किसी की रूह कंपा रही थीं। स्थानीय लोगों ने तुरंत मदद पहुंचाई और पुलिस के आने तक घायलों को पानी पिलाया, साया दिया। जाम लगने के बाद कुछ समय के लिए हाईवे पर यातायात भी बाधित रहा, जिसे बाद में क्रेन की मदद से बस हटाकर सामान्य कर दिया गया।

हादसे की जांच शुरू, ड्राइवर की लापरवाही या तकनीकी फेल?
पुलिस फिलहाल यह पता लगाने में जुटी है कि हादसा ड्राइवर की लापरवाही से हुआ या फिर बस में तकनीकी खराबी थी। बस मालिक और ड्राइवर से पूछताछ की जा रही है और यात्रियों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं। दुर्घटना से आक्रोशित कुछ लोगों ने मांग की है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो और पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा मिले।

45 यात्रियों में फैला मातम, गांवों में पसरा सन्नाटा
इस बस में सवार अधिकतर यात्री आस-पास के गांवों से बदलापुर और जौनपुर के बीच रोजाना सफर करते हैं। जैसे ही हादसे की खबर उनके गांवों तक पहुंची, वहां मातम पसर गया। कई परिवारों की महिलाएं अस्पताल पहुंचीं, कुछ की आंखें अपनों की तलाश में दर-दर भटकती दिखीं।

प्रशासन ने जताया शोक, मुआवजे की तैयारी शुरू
जिलाधिकारी और एसपी ने मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी और प्रदेश सरकार से राहत राशि दिलाने की बात कही। मुख्यमंत्री कार्यालय से भी हादसे पर शोक व्यक्त किया गया है और संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि राहत कार्य में तेजी लाई जाए।

ड्राइवर फरार, तलाश जारी
हादसे के बाद यह बात भी सामने आ रही है कि बस चालक घटनास्थल से फरार हो गया है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है और विभिन्न टोल प्लाजा व सीमाओं पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। ड्राइवर की गिरफ्तारी से ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि हादसा किसकी गलती से हुआ।

कब्रगाह बनता जा रहा वाराणसी-लखनऊ हाइवे?
यह कोई पहला हादसा नहीं है, जब इस हाइवे पर इतनी बड़ी जनहानि हुई हो। बीते कुछ महीनों में इस रूट पर कई बार बस व ट्रक पलटने या टकराने की घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें दर्जनों जानें जा चुकी हैं। स्थानीय लोगों और यात्रियों की मांग है कि इस रूट की निगरानी, लाइटिंग और स्पीड कंट्रोल सिस्टम को और सख्त किया जाए।

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