बस ड्राइवर की दरिंदगी: 'बाप को जगाओ और टॉयलेट साफ करवाओ!' – 12 साल के बीमार बच्चे से बस की टॉयलेट सीट धुलवाई, VIDEO वायरल



हरिद्वार से कानपुर आ रही बस में ड्राइवर ने बीमार 12 साल के बच्चे से टॉयलेट सीट साफ करवाई, VIDEO सोशल मीडिया पर वायरल।


उत्तर प्रदेश की सड़कों पर दौड़ती बसों में यात्री क्या सुरक्षित हैं? क्या एक बीमार बच्चे को भी अब बेइज्जती और जबरन मजदूरी झेलनी पड़ेगी? सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक वीडियो सवाल खड़े कर रहा है – इंसानियत नाम की चीज़ बची भी है या नहीं?

हरिद्वार से कानपुर आ रही थी बस, 12 साल का बच्चा बीमार था
मामला 20 मई का है। हरिद्वार से कानपुर आ रही एक प्राइवेट स्लीपर बस में सवार एक 12 साल का बच्चा अचानक पेट खराब होने पर टॉयलेट चला गया। लंबी दूरी की यात्रा और खराब तबीयत के बीच उसे राहत की जरूरत थी, पर जो हुआ उसने सभी को झकझोर कर रख दिया।

'अपने बाप को जगाओ और टॉयलेट साफ करवाओ!' – ड्राइवर की चीख
बच्चे की दीर्घशंका से टॉयलेट में गंदगी फैल गई, तो ड्राइवर महेंद्र सिंह का पारा चढ़ गया। उसने बस वहीं यमुना एक्सप्रेस-वे पर रोक दी और बच्चे को डांटते हुए कहा – 'अपने बाप को जगाओ और टॉयलेट साफ करवाओ, नहीं तो बस नहीं चलेगी!'
डर से सहमे बच्चे ने कुछ नहीं कहा और खुद ही टॉयलेट सीट साफ करने लगा। इस पूरी घटना का वीडियो बच्चे के पिता ने रिकॉर्ड किया और एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर कर दिया।

साथ थे पूर्व पार्षद राघवेंद्र और उनके दो बेटे
बच्चे के पिता राघवेंद्र, जो खुद शास्त्री नगर के पूर्व पार्षद हैं, ने बताया कि वह अपने दो बच्चों को लेकर देहरादून और मसूरी घूमने गए थे। वापसी में उन्होंने शताब्दी स्लीपर बस बुक की थी। यात्रा के दौरान ही यह हैरान करने वाली घटना घटी।

वीडियो वायरल, पुलिस हरकत में
सोशल मीडिया पर यह वीडियो आग की तरह फैला। वीडियो में बच्चा साफ-साफ टॉयलेट सीट साफ करते हुए दिख रहा है और ड्राइवर पास खड़ा होकर उसे धमका रहा है। वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस ने पीड़ित परिवार से संपर्क किया और केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।

आरोपी ड्राइवर गिरफ्तार, फजलगंज थाना प्रभारी ने की पुष्टि
फजलगंज थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह ने पुष्टि की कि आरोपी ड्राइवर महेंद्र सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। उस पर सार्वजनिक रूप से नाबालिग से जबरन सफाई कराने और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप है।

क्या यही है बस सेवा का हाल?
परिवार द्वारा दर्ज कराई गई तहरीर के अनुसार, ड्राइवर ने बच्चे को अकेले नहीं छोड़ा, बल्कि पिता को भी गाली-गलौज कर धमकाया। जब राघवेंद्र विरोध करने लगे तो ड्राइवर ने उन्हें बस से उतार देने की धमकी दी। डर के मारे बच्चा खुद ही टॉयलेट सीट रगड़ने लगा।

एक बीमार बच्चे की बेइज्जती से उठे कई सवाल
वीडियो वायरल होने के बाद अब देशभर से प्रतिक्रिया आ रही है। लोग कह रहे हैं – अगर कोई बड़ा आदमी होता, तो ड्राइवर ऐसा बर्ताव कभी नहीं करता। क्या गरीब और बीमार यात्री की इज्जत नहीं होती?


अब क्या होगा अगला कदम?
पीड़ित परिवार ने न्याय की मांग की है। प्रशासन से लेकर बाल आयोग तक अब इस केस पर नजर रखे हुए हैं। ड्राइवर की गिरफ्तारी हो चुकी है लेकिन सवाल यही है – क्या बस ऑपरेटर के खिलाफ भी कार्रवाई होगी? और क्या इस बच्चे को न्याय मिलेगा?

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