पटियाला कोर्ट ने बृजभूषण सिंह को POCSO केस में राहत दी, पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट मंजूर, बेटे ने कहा- झूठ के खिलाफ सच्चाई की जीत।
बृजभूषण शरण सिंह को कोर्ट से बड़ी राहत, POCSO केस बंद, बेटे ने कहा- न्याय की ऐतिहासिक जीत
नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह को POCSO (Protection of Children from Sexual Offences) एक्ट के तहत दर्ज केस में पटियाला हाउस कोर्ट से बड़ी राहत मिल गई है। दिल्ली पुलिस द्वारा दाखिल की गई क्लोजर रिपोर्ट को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है, जिससे यह मामला अब आधिकारिक तौर पर बंद हो गया है।
यह मामला उस समय चर्चा में आया था जब एक नाबालिग महिला पहलवान ने बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। लेकिन अब कोर्ट में दाखिल क्लोजर रिपोर्ट के मुताबिक, शिकायतकर्ता ने खुद यह स्वीकार किया है कि उसने झूठा आरोप लगाया था।
बेटे प्रतीक भूषण सिंह ने जताई खुशी
इस फैसले के बाद बृजभूषण सिंह के बेटे और विधायक प्रतीक भूषण सिंह ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा—
“हमने एक झूठे और मनगढ़ंत मामले में न्यायिक विजय प्राप्त की है। हर तथ्यहीन आरोप अब न्याय के कठघरे में धराशायी हो रहा है। यह सत्य की जीत है और यह जीत आगे भी कायम रहेगी।”
2023 में दर्ज हुई थी क्लोजर रिपोर्ट, पहलवान ने मानी पुलिस की जांच सही
यह मामला 2023 से कोर्ट में लंबित था। दिल्ली पुलिस ने 2023 में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी। इसी साल अगस्त में नाबालिग पहलवान ने कोर्ट में खुद बयान दिया था कि वो पुलिस की जांच से पूरी तरह संतुष्ट है और क्लोजर रिपोर्ट का विरोध नहीं करती। इसके आधार पर कोर्ट ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ चल रही POCSO कार्रवाई समाप्त कर दी।
पिता ने मानी साजिश, कहा- दिया था झूठा बयान
सबसे बड़ा खुलासा तब हुआ जब नाबालिग के पिता ने खुद कोर्ट में कहा कि उन्होंने बृजभूषण सिंह के खिलाफ एक झूठा आरोप लगाया था। उन्होंने बताया कि यह आरोप उन्होंने “कथित अन्याय” का बदला लेने के लिए गढ़ा था।
महिला पहलवानों के आरोपों पर भी कोर्ट में याचिका
इससे पहले, 2023 में महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर भी बृजभूषण सिंह ने कोर्ट में चार्जशीट रद्द करने की याचिका दाखिल की थी। दिल्ली हाई कोर्ट ने इस याचिका पर नोटिस जारी किया था। सिंह ने आरोप लगाया था कि इन मामलों में भी उन्हें राजनीतिक साजिश का शिकार बनाया गया।
कांग्रेस पर बृजभूषण का पलटवार
बृजभूषण सिंह ने इन मामलों को लेकर कांग्रेस पर सीधा हमला बोला था। उन्होंने कहा था,
“कांग्रेस ने WFI पर कंट्रोल पाने और बीजेपी को बदनाम करने के लिए पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को मोहरे की तरह इस्तेमाल किया।”
उन्होंने यह बयान तब दिया था जब विनेश और बजरंग ने कांग्रेस जॉइन किया था। सिंह ने आरोप लगाया कि 2012 में उन्होंने कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा को WFI के चुनाव में हराया था, जिसके बाद से उनके खिलाफ राजनीतिक रंजिश चली आ रही है।
सालों से विवादों में घिरे रहे बृजभूषण
बृजभूषण शरण सिंह का नाम लंबे समय से राजनीतिक और खेल जगत दोनों में विवादों से जुड़ा रहा है। लेकिन इस बार कोर्ट के फैसले ने उन्हें एक बड़ी राहत दी है और POCSO केस से अब वो आधिकारिक रूप से बाहर हो गए हैं।
क्या अब सियासी वापसी करेंगे बृजभूषण?
अब बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या बृजभूषण सिंह इस क्लीन चिट के बाद बीजेपी या किसी और सियासी मंच पर वापसी की तैयारी करेंगे? उनके समर्थकों में इस फैसले के बाद जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। वहीं, विरोधियों की ओर से अब तक कोई बड़ी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
पटियाला कोर्ट का ये फैसला बृजभूषण सिंह के लिए एक बड़ा कानूनी क्लीन चिट है। उनके बेटे ने इसे ‘सत्य की जीत’ बताया है और समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या बृजभूषण दोबारा राजनीतिक फलक पर सक्रिय होते हैं या नहीं।
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