पाकिस्तान के भारत पर अफगान हमले के झूठे दावे पर अफगान सरकार भड़की, रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर सख्ती से झूठ को नकारा।
काबुल से कराची तक गूंजा अफगानी तमाचा: पाकिस्तान का झूठ बेनकाब, भारत पर लगाए आरोप पर मिली शर्मनाक फटकार
भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच अब पाकिस्तान की एक और चालाकी दुनिया के सामने उजागर हो गई है। इस बार उसे डांट पड़ी है अफगानिस्तान से, जहां के रक्षा मंत्रालय ने पाकिस्तानी सेना और विदेश मंत्रालय द्वारा फैलाए गए झूठे दावों की सरेआम धज्जियां उड़ा दी हैं। पाकिस्तान ने भारत पर आरोप लगाया था कि उसने अफगानिस्तान की धरती पर मिसाइल हमले किए हैं। लेकिन इस झूठ का जवाब न सिर्फ भारत ने दिया बल्कि अफगान सरकार ने भी पाकिस्तान की बखिया उधेड़ दी।
अफगान रक्षा मंत्रालय का दो टूक जवाब: “झूठ मत फैलाओ”
अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इनायतुल्लाह ख्वारिज्मी ने हुर्रियत रेडियो को दिए एक साक्षात्कार में स्पष्ट कहा कि भारत की ओर से अफगानिस्तान की जमीन पर किसी भी तरह का हमला नहीं हुआ है। उन्होंने पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे इस झूठे प्रचार की निंदा करते हुए इसे अफगान जनता को भड़काने की साजिश करार दिया।
ख्वारिज्मी ने कहा – “हमारी जमीन पर भारत द्वारा कोई मिसाइल हमला नहीं किया गया है। पाकिस्तान जिस दावे को हवा दे रहा है, उसमें रत्तीभर भी सच्चाई नहीं है।”
भारत ने भी किया पलटवार: “पाकिस्तान फैला रहा अफवाहें”
पाकिस्तान के इन आरोपों के बाद भारत सरकार ने भी कड़ा जवाब देते हुए कहा कि यह पूरी तरह से झूठा प्रचार है। भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बयान जारी कर कहा, “पाकिस्तान अफगानिस्तान के बहाने भारत के खिलाफ झूठ फैलाकर अपनी नाकामी छिपाना चाहता है। दुनिया जानती है कि अफगानिस्तान पर बम कौन बरसाता है।”
भारत की तरफ से कहा गया कि अफगान जनता अब जान चुकी है कि उनके असली दुश्मन कौन हैं। अफगानिस्तान में जो हमले हुए हैं, उनका ज़िम्मेदार वही देश है जो अब भारत का नाम लेकर झूठा प्रोपेगैंडा फैला रहा है।
पाकिस्तान की झूठी पटकथा, बार-बार नाकाम
पाकिस्तान की यह पहली कोशिश नहीं है। इससे पहले भी कई बार उसने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत को बदनाम करने की नाकाम कोशिश की है। सोशल मीडिया पर फर्जी वीडियो, पुराने युद्ध की क्लिप्स और फोटोशॉप्ड इमेज का सहारा लेकर पाकिस्तान बार-बार अफगानिस्तान, कश्मीर और पंजाब को लेकर झूठ गढ़ता रहा है।
इस बार उसने दावा किया कि भारत की ओर से की गई एयरस्ट्राइक अफगानिस्तान की ज़मीन पर भी गिरी, जिससे नागरिकों को नुकसान हुआ। इस दावे को सबसे पहले भारतीय विदेश मंत्रालय ने खारिज किया और अब अफगानिस्तान की रक्षा इकाई ने भी उसे पूरी तरह से झूठा करार दिया।
झूठ पर टिकी पाकिस्तान की विदेश नीति?
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो और रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ खुद कई मौकों पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने ऐसे बयान देते आए हैं जिनका कोई तथ्यात्मक आधार नहीं रहा। भारत के खिलाफ जहर उगलना और अपने देश की असफलताओं से जनता का ध्यान हटाना पाकिस्तानी सरकार का पुराना हथकंडा बन चुका है।
अफगानिस्तान को भड़काने की कोशिश नाकाम
विशेषज्ञ मानते हैं कि पाकिस्तान का मकसद भारत और अफगानिस्तान के बीच गलतफहमी फैलाना था, लेकिन अफगान सरकार ने पूरी समझदारी से इस जाल को काट दिया। ख्वारिज्मी का बयान स्पष्ट करता है कि अफगानिस्तान अब पाकिस्तान की साजिशों को पहचान चुका है और भारत को एक सच्चा दोस्त मानता है।
भारत की साख और पाकिस्तान की फजीहत
दुनिया अब पाकिस्तान की सच्चाई को भलीभांति जानने लगी है। आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की भूमिका हमेशा सवालों के घेरे में रही है। वहीं भारत की छवि एक ज़िम्मेदार और शांतिप्रिय देश की रही है, जो आतंकवाद से सख्ती से निपटता है।
अफगानिस्तान, जो खुद पाकिस्तान की साजिशों और हवाई हमलों से बार-बार पीड़ित रहा है, वह भारत को लेकर पाकिस्तानी झूठ को कैसे स्वीकार कर सकता है?
भारत-अफगान दोस्ती का इम्तिहान
भारत ने अफगानिस्तान को हमेशा हर मुश्किल वक्त में सहयोग दिया है – चाहे वह विकास परियोजनाएं हों, छात्रवृत्ति या आपदा राहत। अफगानिस्तान की जनता इसे अच्छी तरह जानती है और पाकिस्तान का झूठा प्रोपेगैंडा अब उन पर असर नहीं डालता।
पाकिस्तान को मिला करारा तमाचा
अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय के बयान से पाकिस्तान को कूटनीतिक स्तर पर करारी शिकस्त मिली है। भारत की विदेश नीति की जीत और पाकिस्तान की छवि की हार अब पूरी दुनिया देख रही है।
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