प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा अचानक स्थगित: बढ़ती भीड़ या खराब सेहत, क्या है सच्चाई?

 

प्रेमानंद महाराज की 2 बजे वाली पदयात्रा अचानक क्यों रोकी गई? खराब सेहत या बढ़ती भीड़, क्या है सच्चाई? जानें पूरी खबर!

संवाददाता मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट

Vrindavan News: प्रेमानंद महाराज की रात 2 बजे निकलने वाली पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए रोक दिया गया है। यह फैसला श्री हित राधा केलि कुंज परिकर की ओर से लिया गया, जिसके बाद भक्तों में गहरी निराशा फैल गई। आखिर यह फैसला क्यों लिया गया? क्या प्रेमानंद महाराज की सेहत ठीक नहीं, या फिर बढ़ती भीड़ ने इस पर रोक लगाने को मजबूर कर दिया? आइए जानते हैं इस पूरी खबर की असली वजह।


❖ अनिश्चितकाल के लिए रुकी प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा

प्रेमानंद महाराज हर रात 2 बजे श्रीकृष्ण शरणम् आश्रम से रमणरेती के श्री राधा केलिकुंज तक की पदयात्रा करते थे। इस दौरान हजारों भक्त उनके दर्शन के लिए वृंदावन पहुंचते और घंटों सड़क किनारे खड़े रहकर उनके आने का इंतजार करते। लेकिन अब यह पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है।

रविवार को जब प्रेमानंद महाराज ने अपने भक्तों से मिलने का कार्यक्रम बदला, तो अटकलों का दौर शुरू हो गया। जहां कुछ लोगों का कहना है कि महाराज की सेहत ठीक नहीं, वहीं दूसरी ओर आश्रम प्रशासन ने बढ़ती भीड़ और रात के शोरगुल को कारण बताया है।


❖ क्या खराब सेहत बनी वजह या भीड़ के चलते लिया फैसला?

भक्तों में इस फैसले को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कुछ का मानना है कि संत प्रेमानंद महाराज की सेहत पिछले कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रही है, जिसकी वजह से उन्हें रात्रि पदयात्रा स्थगित करनी पड़ी। हालांकि, इस पर आश्रम प्रशासन की ओर से कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है।

दूसरी ओर, प्रशासनिक स्तर पर यह भी कहा जा रहा है कि पदयात्रा के दौरान हजारों भक्तों की भीड़ जमा हो जाती थी, जिससे स्थानीय निवासियों को परेशानी होती थी। आधी रात में आतिशबाजी, ढोल-नगाड़ों का शोर और भक्तों का हुजूम कई बार ट्रैफिक जाम और ध्वनि प्रदूषण का कारण बनता था। इन्हीं कारणों से महाराज ने खुद पदयात्रा स्थगित करने का फैसला लिया।


❖ अचानक क्यों बदल गया कार्यक्रम?

रविवार को प्रेमानंद महाराज अपने भक्तों से मिलने कार से पहुंचे। सुबह 4 बजे जब वे आए, तो हजारों भक्त उनका इंतजार कर रहे थे। कार से उतरकर उन्होंने भक्तों से मुलाकात की और फिर पैदल चलते हुए वृंदावन की ओर चले गए।

लेकिन जैसे ही उनके रात्रि दर्शन और पदयात्रा रद्द होने की खबर फैली, भक्त भावुक हो उठे।


❖ भक्तों में निराशा, भावुक होकर फूट-फूटकर रोए श्रद्धालु

रात 2 बजे पदयात्रा के दौरान दर्शन के अभ्यस्त भक्तों के लिए यह खबर किसी झटके से कम नहीं थी। कई श्रद्धालु प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए वृंदावन आए थे, लेकिन अब पदयात्रा न होने के कारण वे निराश हो गए।

  • “हम हर साल इसी समय महाराज जी के दर्शन के लिए आते थे, लेकिन इस बार पदयात्रा ही रुक गई,” एक भावुक भक्त ने कहा।
  • कई श्रद्धालु तो घंटों इंतजार करते रहे, यह सोचकर कि शायद कोई नई घोषणा हो जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

❖ क्या दोबारा शुरू होगी पदयात्रा?

आश्रम प्रशासन ने फिलहाल यह नहीं बताया है कि यह प्रतिबंध स्थायी है या अस्थायी। लेकिन भक्तों की उम्मीदें बनी हुई हैं कि जल्द ही महाराज फिर से अपने भक्तों को रात्रि पदयात्रा में दर्शन देंगे।


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