बरेली से संवाददाता डॉक्टर मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट
जनपद बरेली _ कहते हैं कि यदि अपने दर्द का ईलाज चाहिए हो तो किसी और के दर्द को बांट लेना चाहिए, संसार में दो तरह के लोग रहते हैं एक दर्द देने वाले तो एक दर्द बांटने वाले, अब आपका मुक़द्दर है कि आपको कौन मिलता है।
पिछले दिनों बरेली में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया था जिसमें 9 महीने से एक विकलांग शख्स अपने पैर के ऑपरेशन के लिए सरकारी अस्पताल में दर-दर की ठोकरें खाते हुए दिखा था। कभी इस रैन बसेरे में तो कभी उस रैन बसेरे में रहकर अपनी बारी का इंतजार कर रहा था।
9 महीने से भटक रहे बाबा नरेश दास ने जब करणी सेना के जिलाध्यक्ष ठाकुर राहुल सिंह को अपनी परेशानी बतायी, इस पर करणी सेना जिलाध्यक्ष सी एम एस से मिले तो उन्होंने ईलाज करवाने का आश्वासन तो दिया पर कहा कि उचित इलाज केवल लखनऊ में सम्भव है तो ठाकुर राहुल सिंह अपने संगठन की पदाधिकारियों मातृ शक्ति जिलाध्यक्ष सुधा शर्मा, उपाध्यक्ष बीना मिश्रा के साथ एम्बुलेंस से बाबा नरेश दास को लखनऊ बलरामपुर चिकित्सालय ले जाया गया जहा बाबा का इलाज शुरू हो गया है।
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