पानी के गड्ढे में डूब कर मासूम की हुई मौत, भट्टा मालिक ने मदद से मुंह फेरा




संवादाता डॉ मुदित प्रताप सिंह

जनपद बरेली फरीदपुर _  ईट भट्टे पर काम कर रहे मजदूर की मासूम बेटी की गड्ढे में भरे पानी में डूब कर दर्दनाक मौत हो गई, भट्टा मालिक ने मदद से इंकार कर दिया और जबरन फैसले का दबाव बनाया, सूचना पर पहुंची पुलिस ने मासूम के शव को कब्जे में लेकर पंचनामा तैयार किया लेकिन परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से साफ इनकार कर दिया, और रोते बिलखते परिजन मृतक मासूम को लेकर घर पहुंचे जहां जिगर के टुकड़े को कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया।

नगर के मोहल्ला भूरे खां गोटिया निवासी शमशाद लगभग 3 महीनों से बुखारा रोड रेलवे क्रॉसिंग के निकट शीशगढ़ निवासी भट्टा मालिक तौसीफ उर रहमान के साइन ईट भट्टे पर काम कर रहे हैं, उनकी 3 वर्षीय बेटी आफरीन नल के पास बने पानी के गड्ढे में पैर फिसलने से गिर गई जो 6 फीट के लगभग गहरा था, गड्ढे में गिरने से मासूम उसमें डूबने लगी लेकिन साथ में काम कर रहे मजदूरों ने उसे देख लिया और बमुश्किल निकाला उस समय उसमें सांस चल रही थी परिजनों ने भट्ठा मालिक से बरेली डॉक्टर के यहां चलने की गुहार की तो उसने गाड़ी और मदद करने से साफ इनकार कर दिया, तो परिजन उसे लेकर बाइक से लेकर अस्पताल पहुंचे लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुके थी, रोते बिलखते परिजन वापस ईट भट्टा पर पहुंचे और डायल 112 पुलिस कर्मियों को सूचना दी सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और मासूम के सब का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम भेजने की तैयारी कर रही थी लेकिन परिजनों ने पुलिस ने पोस्टमार्टम ना कराने की गुहार की जिस पर पुलिस शव परिजनों के हवाले कर बैरंग लौट आई भट्टा मालिक परिजनों पर फैसले का दबाव बना रहा था लेकिन परिजन नहीं माने परिजन अपने जिगर के टुकड़े को लेकर नगर के आवास रोते बिलखते पहुंच गए मासूम की मौत से घर में कोहराम मच गया तमाम लोग मौके पर जुट गए देर शाम मृतक को कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया लेकिन मजदूर के परिजनों में भट्टा मालिक के खिलाफ रोष व्याप्त है।       




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