आईएएस संयुक्ता समद्दार ने गोसंरक्षण केंद्र का किया निरीक्षण




बरेली से संवाददाता डॉक्टर मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट

जनपद बरेली फतेहगंज पश्चिमी _  कमिश्नर संयुक्ता समद्दार ने गुरूवार को फतेहगंज पश्चिमी के रफियाबाद स्थित वृहद गौ संरक्षण केंद्र का स्थलीय निरीक्षण किया। शीतलहर से गो संरक्षण केंद्र में गायों को ठंड से बचाने के लिए शेड में तिरपाल लगाए गए हैं। इसके अलावा सभी शेड में हैलोजन लाइट लगाई जा रही है। इससे तिरपाल और शेड के अंदर गर्माहट बनी रहे। उन्होंने संयुक्त विकास आयुक्त, अपर निदेशक पशुपालन, एसडीएम और चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि गोवंश के रहने के लिए चारों ओर शेड में तिरपाल डालें। इससे कि सीधी और खुली हवा गोवंश के पशुओं को न लगे। इसके अलावा ठंड से बचाने के लिए सभी शेड में हैलोजन लाइट्स लगाएं, जिससे गर्मी बनी रहे। ठंड की वजह से सभी पशुओं को हरा चारा, गुड़, चना और पर्याप्त ताजा जल मिले। साफ-सुथरा गो संरक्षण केंद्र रखें। रफियाबाद में 293 गोवंश के संरक्षण के लिए विकासखंड को 1798500 रुपए की धनराशि भी जारी की गई है। कमिश्नर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी गोवंश पशु की नियमित चिकित्सकीय देखभाल की जाए। इसके अलावा उनका वैक्सीनेशन भी कराया जाए। लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

गोशाला के गोबर गैस प्लांट से जलेगी नवोदय विद्यालय की रसोई कमिश्नर ने फतेहगंज पश्चिमी में रफियाबाद स्थित गोशाला के निरीक्षण के दौरान गोबर गैस प्लांट का जायजा लिया। गोबर गैस प्लांट अभी अगस्त 2022 में बनकर तैयार हुआ है। कमिश्नर ने उसे सुचारू रूप से चलाने और गैस की सप्लाई नवोदय विद्यालय में करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इससे नवोदय विद्यालय की गैस की आपूर्ति पूरी हो जाएगी और गौशाला की आमदनी में भी वृद्धि होगी। कमिश्नर ने बीडीओ को निर्देश दिए कि गोबर गैस प्लांट से नवोदय विद्यालय में गैस की सप्लाई की तत्काल व्यवस्था कर अवगत कराएं।

बरेली मंडल में 13 वृहद गौशाला,  छह का चल रहा निर्माण मुख्यमंत्री के निर्देश पर बरेली मंडल में 13 वृहद गोशाला चल रही हैं। इसमें छह गोशाला निर्माणाधीन है। कमिश्नर ने चारों जिलों के जिलाधिकारियों से गोशाला की रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन गोशालाओं का कार्य जल्द पूरा किया जाए। जहां जमीन प्रस्तावित की गई है। वहां निर्माण शुरू किया जाए। गौ संरक्षण केंद्र में संरक्षित गोवंश के भरण-पोषण में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। ठंड और शीतलहर से बचाने के लिए सभी गौशालाओं में टिनशेड, तिरपाल और हैलोजन लाइट की व्यवस्था करें। अलाव जलाने से गौशाला में पशुओं के जलने का खतरा हो सकता है। इस वजह से विशेष सावधानी रखें। सावधानी से ही अलाव जलाएं,  हैलोजन लाइट से शेड में गर्मी देने की व्यवस्था कराएं, इस दौरान सभी अधिकारी मौजूद रहे।




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