रिपोर्ट: प्रतीक जायसवाल
वाराणसी। संतान की दीर्घायु के लिए किया जाने वाला जीवित पुत्रिका पर्व रविवार को मनाया जाएगा। शनिवार को इसकी तैयारी पूरी कर ली गई। जिउतिया की पूर्व संध्या पर बाजारों में फल मंडी। यहां बड़े पैमानों पर फल, फूल और जिउतिया के साथ पूजन सामग्रियों की खरीद फरोख्त हुई। खरीददारों की भीड़ की वजह से राजातालाब चौराहा दिन भर जाम की चपेट में रहा।
आश्विन मास की कृष्ण पक्ष के अष्टमी को महिलाएं संतान के दीर्घायु के लिए निराजल व्रत रखती हैं और लक्ष्मी की पूजा अर्चना के बाद शालिक वाहन की कथा सुनती हैं। इस दौरान सोने अथवा धागे की जिउतिया गले में धारण करती हैं। रविवार को यह पर्व मनाया जाएगा। इसके पहले महिलाओं ने इसकी पूरी तैयारी की। वहीं पूजन अर्चन के लिए श बाजार में फलों की मंडी सजी। विश्वकर्मा मंदिर, सब्ज़ी मंडी, गल्ला मंडी, रानी बाजार रथयात्रा रोड, पंचक्रोशी मार्ग, जंसा रोड कचनार तक राजमार्ग के किनारे जगह जगह फलों की दुकानें सजी। यहां अनान्नास, नारियल, सेव, संतरा, अनार, केला सहित अन्य फलों को सजाया गया। सुबह से ही बाजार में फलों की खरीददारी के लिए भीड़ जुटी। इससे बाजार में दिन भर जाम की स्थिति रही। वाहनों के चिल्ल पो से लोग परेशान रहे। वहीं जगह जगह धागे की जिउतिया की दुकान भी सजी रही।
इसी तरह संपन्न महिलाओं ने स्वर्णकारों के यहां पहुंच कर सोने और चांदी की जिउतिया बनवायी। बाजार में सूप, दउरी, पूजन सामग्री आदि के दुकानों पर भी भीड़ रही। इसी तरह राजातालाब ओवरब्रिज के नीचे फलों की मंडी सजी और यहां खरीददारों की भीड़ की वजह से दिन भर जाम की स्थिति रही। जाम हटाने के लिए स्थानीय प्रशासन ने कोई इंतज़ार नही किया था जिसके चलते लोगों को आवागमन में समस्या हुई।
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