दो साइबर ठगों को पुलिस ने दबोचा, एक आरोपी हुआ फरार, पुलिस पूछताछ के दौरान एक ठग के मोबाइल पर आया 50 हजार रुपए का मैसेज



बरेली से संवाददाता डॉक्टर मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट

जनपद बरेली सीबीगंज _ हवाला और साइबर अपराध के लिए जिले में चर्चित फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र के गांव धंतिया एक बार फिर सुर्खियों में है, कल दो साइबर ठगों को परसाखेड़ा पुलिस ने दबोच लिया, जबकि एक भागने में सफल रहा, सूचना पर एसपी क्राइम व सीओ सेकंड व एसओजी ने चौकी पहुंचकर दोनों अपराधियों से पूछताछ की, देर रात तीन अपराधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया, जानकारी के अनुसार पुलिस को रोड नंबर 4 पर संदिग्ध युवकों के खड़े होने की सूचना पर परसाखेड़ा चौकी इंचार्ज विश्व देव सिंह, सिपाही गुरु वचन, रूपेंद्र चौधरी, व मिर्जा बेग के साथ मौके पर पहुंचे तो तीन युवक भागने लगे, पुलिस ने घेराबंदी कर दो को मौके से दबोच लिया, जबकि एक पुलिस टीम को गच्चा देकर भागने में सफल रहा, पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम शाहरुख पुत्र बाबू खां व राहिल उर्फ पोया पुत्र अख्तर निवासी धंतिया थाना फतेहगंज पश्चिमी बताया पकड़े गए आरोपियों के पास से तीन मोबाइल, 4 एटीएम व बैंक की चेक बुक बरामद हुई है,युवकों ने बताया कि भोले लोगों को निशाना बनाकर चंद मिनटों में ही उनके खाते से रकम पार कर देते हैं, युवकों ने फरार आरोपी का नाम मोबीन पुत्र यामिन बताया, वह भी उन्हीं के गांव का रहने वाला है।

एसपी क्राइम, सीओ व एसओजी ने ठगों से की पूछताछ _ मामला साइबर ठगों के पकड़े जाने की सूचना पर एसपी क्राइम मुकेश प्रताप सिंह, सीओ सेकंड आशीष प्रताप सिंह, व एसओजी की टीम चौकी पहुंच गई और आरोपियों से पूछताछ की आरोपियों ने पुलिस को बताया कि हवाला और साइबर क्राइम का मास्टरमाइंड जमशेद है, आरोपियों ने बताया कि गांव में आरिफ उर्फ बीआईपी, अफसार, मुस्तफा, राशिद, पासा उर्फ मोहशीन समेत दर्जनों लोग इस धंधे में जुड़े हैं, उन्हें दिन भर में बिना कुछ किए हजारों रुपए की रकम बैठे-बैठे मिल जाती है,  कई बार ठगों के पकड़े जाने के बाद भी गांव में यह काम बंद नहीं हुआ है,


पूछताछ ने बताया हमें मिलती है 5 से 18 फ़ीसदी कमीशन _ पुछताछ कर रहे अधिकारियों के होश उस समय उड़ गए जब पूछताछ के दौरान ही शाहरुख के मोबाइल पर 50 हजार रुपये खाते में आने का मैसेज आ गया, अधिकारियों ने इस बाबत उनसे पूछा तो बताया कि किसी व्यक्ति ने ऑनलाइन ठगी करने के बाद उनके खाते में यह रकम भेजी गई है, इस तरह के मैसेज रोज उनके पास आते हैं, यह सारी रकम हमारी नहीं होती है, हमें कमीशन मिलता है,                         


झुमका चौराहे से लेकर गांव तक रहते हैं मुखबिर _ साइबर ठगों के मुखबिर झुमका चौराहे से लेकर गांव तक रहते हैं आरोप है कि झुमका चौराहे पर चाय के होटल वाला और वर्कशॉप चलाने वाला तिलिया पुर गांव का डेंटर साइबर ठगों के लिए मुखबिरी करता है, इसके लिए उसे हर महीने पैसा मिलता है, साइबर ठगों के पकड़े जाने पर यह लोग परसाखेड़ा चौकी से लेकर थाने तक उनकी पैरवी करते हैं, धंनिया गांव में घुसते ही कई दुकानों पर मुखबिर बैठे रहते हैं, पुलिस की गाड़ी देखते ही यह लोग तुरंत साइबर ठगों को एलर्ट कर देते हैं।

सीओ आशीष प्रताप सिंह ने बताया साइबर ठगी के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज किया गया है, ठगों के अन्य साथियों की तलाश की जाएगी।



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ