होटल लेवाना अग्निकांड से सबक: यूपी के सभी जिलों में 3 दिन चलेगा अभियान, होटल-मॉल-स्‍कूलों की होगी जांच



लखनऊ के लग्‍जरी होटल लेवाना सूईट में लगी आग से सबक लेते हुए सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों में होटलों, मॉल और स्‍कूलों की जांच का आदेश दिया है। अगले तीन दिन यूपी के सभी जिलों में अभियान चलाकर अग्निशमन सुरक्षा के मानकों के आधार पर होटल, स्कूल, अस्पताल, मॉल, औद्योगिक संयंत्र, आवासीय मल्टी स्टोरी अपार्टमेंट तथा व्यावसायिक कॉम्पलेक्स की जांच कराई जाएगी।

शासन ने सभी जिलों के पुलिस प्रभारियों से तीनों दिनों के अंदर इस आशय का प्रमाणपत्र मांगा है कि उनके क्षेत्र में कहीं भी अग्निशमन सुरक्षा मानकों का उल्लंघन नहीं किया जा रहा है। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चाधिकारियों के साथ एक बैठक में कहा कि जहां भी आवश्यक हो, किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से बचने के लिए सिस्टम को अपडेट किया जाए।

उन्होंने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) का उपयोग करने तथा सभी तहसीलों में फायर टेंडर की सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए। डीजी फायर सर्विस अविनाश चंद्र ने बताया कि लखनऊ में हुए अग्निकांड के मद्देनजर मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार अभियान चलाया जा रहा है।

आकस्मिक मॉक ड्रिल कराने के निर्देश शासन ने सभी जिलों व कमिश्नरेट में अग्निशमन विभाग को जिला प्रशासन, नगर निगम और अन्य संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित करके अग्नि सुरक्षा के मानकों का उल्लंघन करने वाले भवनों व प्रतिष्ठानों के विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

अग्निशमन सुरक्षा के संबंध में समय-समय पर आकस्मिक मॉक ड्रिल कराने तथा लोगों को जागरूक करने का निर्देश भी दिया गया है। शासन ने यह भी कहा है कि विभिन्न भवनों को अग्नि सुरक्षा की एनओसी देने की प्रक्रिया में सभी मानदंडों का कठोरता से पालन कराया जाए।

शासन ने कहा है कि किसी भी स्थान पर आग लगने की घटना संज्ञान में आते ही जिले की आपदा प्रबंधन टीम द्वारा उच्च स्तर की सक्रियता दिखाते हुए कार्रवाई की जाए। सभी संबंधित विभागों को तत्काल सक्रिय किया जाए। फंसे हुए लोगों की मदद के लिए एसडीआरएप व एनडीआरएफ को भी तत्काल सूचित किया जाए। साथ ही कर्मचारियों को समय-समय पर समुचित ब्रीफिंग व ट्रेनिंग कराई जाए।

होटल लेवाना में आग की घटना को स्वास्थ्य विभाग ने गंभीरता से लिया है। मरीजों की सुरक्षा के मानकों को परखने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने राजधानी के प्राइवेट अस्पतालों को नोटिस जारी किया है। आग से बचाव के इंतजामों पर रिपोर्ट तलब की है। फायर विभाग की एनओसी मांगी है।

लखनऊ में करीब 1200 प्राइवेट अस्पताल सीएमओ कार्यालय में पंजीकृत हैं। सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि सभी अस्पतालों को नोटिस भेज दी गई है। प्राइवेट अस्पतालों से फायर विभाग की एनओसी मांगी गई है। उसकी पूरी रिपोर्ट सीएमओ कार्यालय को उपलब्ध कराना होगा। इसके अलावा अस्पताल में बाहर आने के रास्ते, आग से बचाव के उपाए के इंतजाम आदि का ब्यौरा भी तीन दिन में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

मरीजों की जान से खेलने वालों पर कसेगा शिकंजा सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि बेबस मरीजों की जान से खिलवाड़ करने वाले अस्पतालों पर शिकंजा कसेगा। मानक के खिलाफ जो भी अस्पताल मिलेंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि अस्पतालों के मानकों को परखने के लिए अभियान चलेगा।

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