लखीमपुर केस के सभी 6 आरोपी अरेस्‍ट, पुलिस ने बताई हत्‍या की वजह




संवाददाता डॉक्टर मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के निघासन में बुधवार शाम एक खेत में दो सगी बहनों के शव पेड़ पर फंदे से लटकते पाए गए. दोनों लड़कियां दलित समुदाय की थीं. इस मामले में मुख्य आरोपी छोटू समेत 6 लोगों को गिरफ्तार में लिया गया है. ये सभी आपस में दोस्त हैं. इन पर पॉक्सो एक्ट के तहत रेप और हत्या की धाराएं लगाई गई हैं. एक आरोपी को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया है. उसके पैर में गोली लगी है. आरोपियों की पहचान छोटू, सुहैल, जुनैद, हाफिज और हफीजुल के तौर पर हुई है. इस मामले में लखीमपुर खीरी के एसपी ने कहा कि लड़कियों के साथ रेप के बाद उनकी गला घोंटकर हत्या कर दी गई. पूरे मामले में नामजद अभियुक्त समेत 6 को गिरफ्तार किया गया है. जब लड़कियों ने आरोपियों पर शादी का दवाब बनाया तो उनकी हत्या की गई. एसपी ने बताया कि नामजद आरोपी छोटू ने अन्य आरोपियों से लड़कियों की मुलाकात कराई थी. बाकी चीजें पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ही साफ हो पाएंगी।

जैसे ही ये घटना सामने आई स्थानीय ग्रामीणों ने निघासन चौराहे पर रास्ता जाम कर प्रदर्शन किया. लड़कियों की मां ने पड़ोस के गांव के रहने वाले तीन युवकों पर उसकी बेटियों को अगवा कर उनकी हत्या करने का आरोप लगाया है. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।

पुलिस ने दिया कार्रवाई का भरोसा.



पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि बुधवार की शाम निघासन कोतवाली क्षेत्र के एक गांव से कुछ दूरी पर गन्ने के खेत में पेड़ पर फंदे से लटकते दो लड़कियों के शव मिले. दोनों लड़कियां दलित समुदाय की हैं. एसपी संजीव सुमन और एडिश्नल एसपी अरुण कुमार सिंह बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और नाराज ग्रामीणों को  कार्रवाई का भरोसा दिया।

सूत्रों ने बताया कि मृत लड़कियों की मां का आरोप है कि पड़ोस के गांव के रहने वाले तीन युवकों ने उसकी बेटियों को उनकी झोपड़ी के पास से अगवा करने के बाद उनकी हत्या कर दी. उन्होंने बताया कि शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे गए हैं और मौत का वास्तविक कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही पता लग सकेगा. पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

सपा-कांग्रेस ने सरकार को घेरा।

इस बीच समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार को घेरा. अखिलेश यादव ने इस घटना की तुलना हाथरस कांड से करते हुए ट्वीट किया, 'निघासन पुलिस थाना क्षेत्र में दो दलित बहनों को अगवा करने के बाद उनकी हत्या और उसके बाद पुलिस पर पिता का ये आरोप बेहद गंभीर है कि बिना पंचनामा और सहमति के उनका पोस्टमॉर्टम किया गया. लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है.'

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा, 'लखीमपुर में दो बहनों की हत्या की घटना दिल दहलाने वाली है. परिजनों का कहना है कि उन लड़कियों का दिनदहाड़े अपहरण किया गया था. रोज अखबारों व टीवी में झूठे विज्ञापन देने से कानून व्यवस्था अच्छी नहीं हो जाती. आखिर उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध क्यों बढ़ते जा रहे हैं? कब जागेगी सरकार।                     




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