Gurugram: तेजी से फैल रहा बुखार, OPD में आने वाला हर पांचवां मरीज इससे पीड़ित



गुरुग्राम। जिले में इन दिनों बुखार लोगों में तेजी से फैल रहा है। मौसम की मार लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रही है। दिन में तेज चिलचिलाती गर्मी ने भी लोगों की सेहत को ढीला किया हुआ है। इसके अलावा पेट और गले से जुड़ी और अन्य संक्रामक बीमारियों के कारण भी लोग बुखार की चपेट में आ रहे हैं। सेक्टर-10 नागरिक अस्पताल की मेडिसिन ओपीडी में रोजाना जांच के लिए आने वाले मरीजों में से हर पांचवां मरीज बुखार की शिकायत के साथ आ रहा है। वहीं, निजी अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले बुखार के मरीजों की संख्या भी काफी अधिक है। बुखार के मरीजों की पहचान के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग लगातार रैपिड फीवर सर्वे भी चला रहा है। विभाग की रिपोर्ट के अनुसार जिले में बीते आठ दिनों में चार हजार से भी ज्यादा बुखार पीड़ित मरीज मिले हैं। ऐसे में चिकित्सकों द्वारा लोगों को अपनी सेहत का खास ध्यान रखने की सलाह दी गई है।

नागरिक अस्पताल के उप चिकित्सा अधीक्षक मनीष राठी ने बताया कि अस्पताल में रोजाना लगभग दो हजार मरीज ओपीडी में जांच करवाने के लिए आते हैं। इनमें से सबसे ज्यादा मरीजों की संख्या मेडिसिन ओपीडी में रहती है। उन्होंने बताया कि मेडिसिन ओपीडी में रोजाना औसतन 400 मरीज आते हैं। इनमें से लगभग 20 फीसदी मरीज बुखार की शिकायत के साथ आ रहे हैँ। चिकित्सकों की ओर से लोगों को सलाह दी गई है कि वह इस मौसम में स्वच्छ और ताजा बना भोजन करें, ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करें। गर्मी में ज्यादा बाहर निकलने से परहेज करें। चिकित्सकों ने कहा कि खुद के स्वास्थ्य का बेहतर ध्यान रख कर ही बीमारी की चपेट में आने से बचा जा सकता है।

बुखार की चपेट में एक ही परिवार के कई सदस्य आ रहे हैं। एक को बुखार होने के बाद वो परिवार के अन्य सदस्यों में भी फैल रहा है। कृष्णा कॉलोनी निवासी हरीश ने बताया कि 24 जून को उन्हें सिर, पैर और बदन में दर्द की शिकायत के साथ बुखार हुआ था। तीन दिन तक उन्हें बुखार रहा। इसके बाद उनकी पत्नी को बुखार हो गया। 28 से लेकर एक जुलाई तक उन्हें भी बुखार रहा। जैकबपुरा निवासी मुस्कान ने बताया कि उन्हें गले में खराश के साथ बुखार हुआ था। इसके बाद उनके मुंह में छाले भी हो गए। बुखार चार से पांच दिन रहा।

चिकित्सकों के अनुसार बुखार के कई कारण हो सकते हैं। ये शरीर में किसी भी संक्रमण की वजह से हो सकता है। हालांकि एहतियात के तौर पर मौसमी बीमारियों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा रैपिड फीवर सर्वे करके बुखार के मरीजों की पहचान की जा रही है। इसके साथ साथ मरीज में अन्य लक्षण भी देखे जा रहे हैं। लक्षणों के आधार पर विभाग मरीजों की डेंगू व मलेरिया की भी जांच कर रहा है। हालांकि राहत की बात ये है कि अभी तक किसी भी मरीज में डेंगू या मलेरिया नहीं पाया गया है। वहीं दूसरी फर कोरोना का कहर भी अभी तक कम नहीं हुआ है। ऐसे में कई मरीज डॉक्टर की सलाह पर या स्वयं संतुष्टि के लिए बुखार होने पर कोरोना की जांच भी करवा रहे हैं।

नागरिक अस्पताल में जांच कराने मरीजों के लिए आसानी नहीं है। मरीजों को जांच कराने के लिए दो से तीन घंटे बिताने पड़ते हैं। मरीज सुबह जल्दी अस्पताल आ जाते हैं। सबसे पहले उन्हें कतार में लगकर ओपीडी कार्ड बनवाने के लिए पंजीकरण करवाना पड़ता है। इसके बाद डॉक्टर को दिखाने के लिए ओपीडी के बाहर कतार में लगना पड़ता है। डॉक्टर जांच के बाद जब रक्त जांच के लिए लिखता है, तब तक रक्त जांच के लिए नमूने लेने का समय पूरा हो जाता है। 11 बजे के बाद अस्पताल में मरीजों के रक्त जांच के नमूने नहीं लिए जाते हैं। ऐसे में जो मरीज 11 बजे के बाद ओपीडी में पहुंचते हैं, उन्हें जांच कराने के लिए फिर अगले दिन आना पड़ता है। ऐसे में बीमारी की स्थिति में भी मरीजों को एक दिन में पूरा इलाज नहीं मिल पाता है।

रैपिड फीवर सर्वे के तहत मिले बुखार के मरीज

दिन मरीज

01 जुलाई 660

02 जुलाई 704

03 जुलाई 00

04 जुलाई 690

05 जुलाई 640

06 जुलाई 634

06 जुलाई 615

08 जुलाई 581

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