प्रयागराज हिंसा: उपद्रवियों ने पहचान के डर से ढक रखे थे चेहरे, मीडियाकर्मियों पर भी किया पथराव

Prayagraj violence


कानपुर की तरह प्रयागराज में भी माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई थी। इस दौरान कुछ उपद्रवियों ने चेहरा ढका था। कानपुर की तरह ही चेहरा ढंककर पथराव कर रहे थे। ताकि पहचान उजागर न हो सके। इस दौरान बच्चों, किशोरों को आगे रखा गया।

अटाला में सुनियोजित तरीके से बवाल किया गया। हालत यह थी कि एक दो नहीं बल्कि सैकड़ों पत्थर चले। बैरियर तिराहा से गोल पार्क तक सड़कों पर ईंट और पत्थर ही नजर आ रहे थे। गलियों में भी यही हाल था। दरअसल दो गलियों में मकान बन रहा था।  ऐसे में लड़कों को पथराव करने के लिए आसानी से ईंट और पत्थर मिल गए। बच्चों के पीछे खड़े किशोरों ने माहौल खराब कर दिया। पुलिस के आगे बढ़ते ही चारों तरफ से ईंट चला रहे थे। 

कानपुर पुलिस ने पथराव के बाद उपद्रवियों की फोटो लेकर उसे सार्वजनिक किया और आखिर में उसी आधार पर लड़कों की पहचान कर कार्रवाई की थी। यही कारण था कि जब कोई मीडियाकर्मी सामने दिख रहा था तो उन पर भी पथराव करने लग रहे थे। शोर मचा रहे थे कि मोबाइल और कैमरा बंद करो। कैमरा देखकर पत्थर फेंकने लग रहे थे। पुलिस ने भी वीडियोग्राफी कराई है ताकि उपद्रवियों की पहचान की जा सके।

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