पुलवामा हमले में 40 शहीद सैनिक के शोक में कैंडल मार्च निकालकर दी गई श्रद्धांजलि एनसीसी सैनिक अंकित शुक्ला




रिपोर्ट: विश्व मीडिया जिला संवाददाता शानू

लखनऊ: हम अपने सैनिक को कभी नहीं भूलेंगे आज हम सोते हैं तो भी उनके कार्य रात दिन एक परिवार को छोड़कर देश सेवा हमारी रक्षा कर रहे हैं अपने प्राण निछावर कर रहे हैं तो क्या हम लोग उनके लिए एक श्रद्धांजलि शहीद का सम्मान यह सैनिक का सम्मान नहीं कर सकते जो पुलवामा में हमला हुआ है अंकित शुक्ला ने कहा वह एक साजिश नेताओं की क्योंकि जब मेरी अनुमति होगी तभी मेरे घर के अंदर कोई आ पाएगा बिना अनुमति के कोई किसी के घर में घुस नहीं सकता और हमारे घर में ऐसा हमला हो तो यह साजिश है हमारे देश सैनिक के लिए यही सम्मान नेताओं ने यही सम्मान रखा है पुलवामा हमला सेना के अंगों के 40 सैनिक वीर जवानों को आकस्मिक निधन सेहत देश प्रदेश जिले के पूर्व एनसीसी ने देवगढ़ आत्माओं की शांति के लिए शहीद स्मारक के सामने से बड़े चौराहे तक कैंडल मार्च निकाला पूर्व सैनिकों ने बड़ा चौराहा पर शोक सभा कर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की वही बस में सवार कुल 40 जवानों शहीद हुए अवसर पर एनसीसी के  सीनियर अंकित शुक्ला ने कहा इस हृदय विदारक घटना ने संपूर्ण देश के जनमानस को जग जोड़ दिया है शहीद सैनिक के शब्दों की पहली गोली हमारी नहीं होगी लेकिन उसके बाद हम गोलियों की गिनती भी नहीं करेंगे और बॉर्डर पार से आए हुए दुश्मन का स्वागत यहां 2 फुट गड्ढे में होगा ऐसे शब्द कभी सिर्फ पटेल से पहले कभी नहीं सुने गए थे अंकित शुक्ला ने कहा  या दुर्घटना देश के लिए साफ करने वाली है हमारे सैनिक किस इस ठंड में से गुजरते हैं कभी किसी नेता ने सोचा है  भारतीय सेना काफी प्रोगेसिव और हाईटेक हो रही है पूरा देश इस घटना से स्तंभ इस अवसर अंकित शुक्ला ने कहा कि भारत में 1 दिन का अवकाश होना चाहिए था क्योंकि हमारे देश के अंग थे इस अवसर पर मुख्य रूप से मनोज शुक्ला एनसीसी कैडेट जतिन श्रीवास्तव मोहित शुक्ला अजीत सत्यम शुभम अमन अनीश शिवम अंकुश अश्वनी शुक्ला आदि सैंकड़ों श्रद्धांजलि अर्पित सैकड़ों कैडेट्स द्वारा

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ