UP Election 2022: बाहुबली के गढ़ में ब्राह्मण चेहरा, डिप्टी CM डा.दिनेश शर्मा आ रहे ज्ञानपुर



रिपोर्ट: उमेश तिवारी

भदोही। सूबे के डिप्टी सीएम डा.दिनेश शर्मा भी ज्ञानपुर आ रहे हैं। वह 28 दिसंबर को साढ़े तीन बजे पुलिस लाइन ग्राउंड में हैलीकॉप्टर से पहुंचेगे। बतातें चलें वीएनजीआई ग्राउंड पर होने वाली केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह की जन विश्वास यात्रा की जनसभा कार्यक्रम का प्रोटोकॉल आने के कुछ घंटे बाद ही उनका भी प्रोटोकॉल जिले में पहुंच गया। भाजपा की इस सभा को ऐतिहासिक बनाने के लिए नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पूरी ताकत झोंक दी है। अन्य सियासी दलों की भी नजर भाजपा की इस ऐतिहासिक सभा पर लगी हुई है। बताते चलें कि ज्ञानपुर विधानसभा क्षेत्र बाहुबली विधायक विजय मिश्रा का सियासी गढ़ रहा है। 2017 के विधानसभा चुनाव में इसी विधानसभा क्षेत्र में सभा करने पहुंचे भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष और बीजेपी के सबसे बड़े चाणक्य अमित शाह ने सभा कर कहा था कि भाजपा की सरकार बनी तो गुंडे माफिया जेल में होंगे। हालांकि इसके बाद भी ब्राह्मण बाहुल्य इस विधान सभा क्षेत्र से गैर ब्राह्मण प्रत्याशी बिन्द को उतारकर भाजपा ने हार को गले लगा लिया था और विजय मिश्रा फोर्ट्रिक जीत के साथ बीजेपी के साथ सुर मिला चुके थे, लेकिन योगी आदित्यनाथ सरकार ने कुछ समय पहले रिश्तेदार कृष्ण मोहन उर्फ मुन्ना तिवारी की संपत्ति हड़पने के मामले में आगर से आगरा तक का सफर तय करा आगरा जेल तक पहुंचा दिया हैं। उनका भतीजा और डीघ ब्लाक प्रमुख मनीष मिश्रा भी दो मामलों में सलाखों के पीछे हैं। अब जब अमित शाह फिर उसी विधानसभा क्षेत्र में सभा करने आ रहे हैं तो अमित शाह की करीब पांच वर्ष पुरानी कहीं गयी वह बात सच साबित हो चुकी है कि अपराधियों की जगह जेल है। उन्होंने जो कहा था, वह कर दिखाया। ऐसे में इस बार की जनसभा का रूतबा भी बढ़ गया है। अमित शाह के संबोधन पर भी लोगों की नजरें रहेगी। लेकिन इस क्षेत्र के ब्राह्मण मतों पर पैनी नजर रखने वाली बीजेपी इस विधान सभा को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। संभव है कि बीजेपी के खास ब्राह्मण चेहरों में एक डिप्टी सीएम डा. दिनेश शर्मा को इस विधान सभा क्षेत्र में यात्रा की सभा में अन्य जिलों की तरह ही लगाया गया और शाम तक उनका प्रौटोकाल भी पहुंच चुका है। लेकिन सियासत के लिहाज से देखा जाए तो इस विधान सभा क्षेत्र में नब्बे के दशक यानि 1990 से लेकर अब तक हुए कुल आठ चुनाव में सबसे अधिक कुल छह बार ब्राह्मण ही विधायक रहे हैं। इसमें वर्ष 1989-90 में रामरति बिन्द जनता दल, 1991-92 में स्व.लालचंद पांडेय भाजपा, 1993-94 में राम किशोर बिन्द बसपा सपा गठबंधन, 1996 में गोरखनाथ पांडेय भाजपा और वर्ष 2002 से अब तक तीन बार सपा से और एक बार निषाद पार्टी के बैनर तले विजय मिश्रा ब्राह्मण मतों के दम पर विधायक बनते रहे हैं। ऐसे में भाजपा के सामने इस बार इस विधानसभा क्षेत्र से ब्राह्मण मतों के बिखराव को रोकने की भी चुनौती होगी। सबका साथ की सोशल केमिस्ट्री के साथ डिप्टी सीएम डा.दिनेश शर्मा का यहां आगमन इस सियासी लिहाज से भी खास मायने रखता है। साथ ही भाजपा यदि यहां से लड़ी तो प्रत्याशी चयन पर भी उसे खास ध्यान देना होगा।

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