न्यूज़ पोर्टल संगठन की साप्ताहिक वर्चुअल मीटिंग हुई सम्पन्न, बक्सर घटना का किया कड़ा विरोध।


नई दिल्ली/बक्सर - न्यूज़ पोर्टल एसोसिएशन की ओर से हिंदी पत्रकारिता दिवस पर वर्चुअल बैठक सम्पन्न हुई जिसमे देशभर के सभी सम्मानित डिजिटल पत्रकार शामिल हुए। यह बैठक चालीस मिनट तक चली। बैठक में दो अहम मुद्दों पर गहन चर्चा हुई पहला 'बिहार में पत्रकार पर विधायक द्वारा प्रताड़ित करना' व दूसरा 'न्यूज़ पोर्टल संगठन को संगठित एवम मजबूत करना'।

न्यूज़ पोर्टल एसोसिएशन की मीटिंग ज़ूम द्वारा प्रत्येक रविवार को होती है। इसमे सभी सम्मानित डिजिटल पत्रकार सम्मिलित होते है। डिजिटल पत्रकारिता में आने वाली सभी प्रकार की दिक्कतों पर गहन चर्चा होती है। 



पत्रकार पर विधयक द्वारा प्रताड़ना देने वाले मुद्दे पर एसोसिएशन के सम्मानीय सदस्य व पत्रकार मिथलेश कुमार सिंह ने कहा कि पत्रकार लोकल लेवल के साथ-साथ नेशनल लेवल पर भी न्यूज़ पोर्टल एसोसिएशन से जुड़ें। सप्ताह में 40 मिनट का समय मीटिंग के लिए ज़रूर निकाले ताकि हम अपने विचार इस मीटिंग के माध्यम से एक दूसरे से साझा कर सकें। 

एसोसिएशन में सम्मानित पत्रकार बेचैन प्रसाद यादव ने कहा कि पत्रकारों को नेताओं की चापलूसी नही करनी चाहिए। नेताओं को सर पर चढ़ाना पत्रकारों का धर्म नही है। इसके साथ ही पोर्टल एसोसिएशन के पत्रकार दिनेश शुक्ला ने कहा कि एसोसिएशन के सभी मेंबर को एक्टिव रहने की ज़रूरत है। सभी को अपने पोर्टल की डिटेल एसोसिएशन के ग्रुप में देनी चाहिए इससे संगठन में मजूद सभी सदस्य एक दूसरे से परिचित होंगे, इससे संगठन को मजबूती मिलेगी। कुछ सदस्यों का कहना था के नेता को नेता बनाने में पत्रकारों की अहम भूमिका होती है। 

बरकाती जी ने बक्सर में हुई पत्रकार के साथ विधायक द्वारा बदसलूकी किये जाने पर कहा कि नेता अगर पत्रकार को अपनी जूती तले रौंदना चाहता है तो उनकी यह मंशा कभी पूरी नही होगी। इसी क्रम में संगठन के सम्मानित सदस्य चंद्रकांत निराला ने अपनी बात में कहा कि मीडिया पर अक्सर यह आरोप लगाया जाता है कि मीडिया के पत्रकार बिके हुए है परन्तु सवाल यह होना चाहिए कि अगर पत्रकार बिके हुए है तो उन्हें खरीदता कौन है? दिल्ली से शामिल हुए इस बैठक में गणेश यादव ने कहा कि आज के समय में पत्रकारों को अपनी विश्वसनीयता बनाये रखना भी ज़रूरी है। हमारी खबरे ही हमारी पहचान है। लखनऊ से  अंतस खरे ने बक्सर वाले मुद्दे पर कहा कि पत्रकार और विधायक दोनों का पक्ष सुनने के बाद ही हम किसी नतीजे पर पहुँच सकते है।

संगठन मजबूती को ले कर सभी पत्रकार बंधुओ ने एक जुटता दिखाते हुए प्रत्येक रविवार को होने वाली बैठक में हिस्सा लेने की बात पर सहमति जताई। संगठन को मजबूत करना एवम संगठन की योजनाओं को सही तरीके से लागू करने के लिए आवश्यक है कि सभी डिजिटल पत्रकारों को एक जुट होना होगा और सप्ताह में मात्र 40 मिनट मीटिंग के लिये निकालना होगा।

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