‘दारोगा हूं मैं, मुंह पर…’ बीच सड़क वर्दी का रौब, मेरठ में महिला SI की दबंगई का VIDEO वायरल, जाम में फंसी तो आपा खो बैठीं मैडम



मेरठ में जाम के दौरान महिला SI की दबंगई का वीडियो वायरल, कार सवार युवक से अभद्रता, वर्दी के रौब पर उठे सवाल


मेरठ की सड़कों पर वर्दी का गुस्सा, जाम बना विवाद की वजह

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से सामने आया एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसमें एक महिला सब-इंस्पेक्टर बीच सड़क पर अपनी वर्दी का रौब दिखाती नजर आ रही हैं। मामला शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में गिने जाने वाले सदर बाजार थाना क्षेत्र के बॉम्बे बाजार और आबूलेन रोड का बताया जा रहा है। रविवार शाम करीब सात बजे जब बाजार में भारी भीड़ और वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई थीं, उसी दौरान यह पूरा घटनाक्रम हुआ। जाम में फंसी एक i20 कार सवार महिला दारोगा का सब्र जवाब दे गया और देखते ही देखते मामूली ट्रैफिक विवाद ने बड़ा हंगामा खड़ा कर दिया।

ट्रैफिक जाम में फंसी i20, बढ़ता गया गुस्सा

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आबूलेन रोड पर उस समय स्थिति सामान्य दिनों से कहीं ज्यादा खराब थी। रविवार की शाम, बाजार का समय, दुकानों के बाहर खड़ी गाड़ियां और आगे-पीछे रेंगती ट्रैफिक लाइन ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी थी। इसी जाम में महिला दारोगा की i20 कार भी फंस गई। आगे एक कार पहले से ही जाम में खड़ी थी और उसके आगे भी कई वाहन थे, जिससे साइड देने की कोई गुंजाइश नहीं थी। बताया जा रहा है कि महिला दारोगा लगातार हॉर्न बजा रही थीं और कार में बैठे-बैठे ही आगे खड़े वाहन चालकों को अपशब्द कह रही थीं।

कार से उतरकर युवक से भिड़ीं महिला SI

जब जाम खुलने के कोई आसार नजर नहीं आए, तो महिला दारोगा अचानक अपनी कार से उतर आईं। सामने खड़ी कार में बैठे युवक को उन्होंने बाहर निकलने के लिए कहा। युवक ने जब यह समझाने की कोशिश की कि वह खुद जाम में फंसा हुआ है और साइड देना उसके बस में नहीं है, तो महिला दारोगा का पारा और चढ़ गया। आरोप है कि इसके बाद उन्होंने युवक से अभद्र भाषा में बात की और बीच सड़क पर हंगामा शुरू कर दिया। राह चलते लोग अचानक इस नजारे को देखकर ठिठक गए और कुछ ही देर में मौके पर भीड़ जुट गई।

“दारोगा हूं मैं, मुंह पर…” वायरल हुआ संवाद

विवाद के दौरान महिला दारोगा द्वारा कहे गए शब्दों ने इस मामले को और ज्यादा तूल दे दिया। वायरल वीडियो में साफ सुना जा सकता है कि वह खुद को दारोगा बताते हुए युवक को धमकाती नजर आ रही हैं। युवक शांत स्वर में अपनी बात रखने की कोशिश करता रहा, लेकिन वर्दी का रौब इस कदर हावी था कि उसकी कोई बात सुनी नहीं गई। महिला दारोगा का यह व्यवहार कैमरे में कैद हो गया और किसी राहगीर ने पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया।

सड़क पर जमा हुई भीड़, लोग बने मूक दर्शक

घटना के दौरान सड़क पर मौजूद लोग दो हिस्सों में बंटे नजर आए। कुछ लोग युवक का पक्ष लेते दिखे तो कुछ केवल तमाशबीन बने रहे। ट्रैफिक जाम वैसे ही बढ़ता जा रहा था और इस हंगामे ने स्थिति को और बिगाड़ दिया। दुकानदारों और राहगीरों के अनुसार, करीब कई मिनट तक सड़क पर अफरा-तफरी का माहौल रहा। किसी ने बीच-बचाव की कोशिश की, तो किसी ने मोबाइल कैमरा निकाल लिया। देखते ही देखते यह वीडियो सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर तेजी से वायरल होने लगा।

महिला दारोगा की पहचान, अलीगढ़ में है तैनाती

वीडियो वायरल होने के बाद महिला दारोगा की पहचान भी सामने आ गई। बताया जा रहा है कि वायरल वीडियो में दिख रही महिला सब-इंस्पेक्टर का नाम रतना राठी है। उनकी तैनाती वर्तमान में अलीगढ़ जिले में बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, वह किसी सरकारी काम से सहारनपुर गई थीं और लौटते समय मेरठ से गुजर रही थीं। इसी दौरान मेरठ में जाम में फंसने के बाद यह विवाद खड़ा हुआ।

सोशल मीडिया पर उठे सवाल, वर्दी की मर्यादा पर बहस

वीडियो सामने आते ही सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कई यूजर्स ने महिला दारोगा के व्यवहार को वर्दी की गरिमा के खिलाफ बताया, जबकि कुछ लोगों ने इसे सड़क पर बढ़ते ट्रैफिक तनाव का नतीजा कहा। लोग सवाल उठा रहे हैं कि कानून की रक्षा करने वाले अधिकारी अगर इस तरह सार्वजनिक जगह पर व्यवहार करें, तो आम नागरिक किससे न्याय की उम्मीद करें। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर वीडियो के अलग-अलग क्लिप वायरल हो रहे हैं, जिन पर हजारों कमेंट्स और शेयर किए जा चुके हैं।

पुलिस प्रशासन का बयान, जांच की बात

मामला तूल पकड़ने के बाद पुलिस प्रशासन की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वायरल वीडियो की जांच की जा रही है। अभी तक इस मामले में किसी भी पक्ष की ओर से लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। पुलिस का यह भी कहना है कि यदि कोई औपचारिक शिकायत मिलती है, तो तथ्यों के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, वीडियो की सत्यता और पूरे घटनाक्रम की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर जांच आगे बढ़ाई जा रही है।

ट्रैफिक जाम और रोड रेज की बढ़ती घटनाएं

मेरठ ही नहीं, बल्कि प्रदेश के कई बड़े शहरों में ट्रैफिक जाम और रोड रेज की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। भीड़भाड़ वाले इलाकों, संकरी सड़कों और अव्यवस्थित पार्किंग के कारण अक्सर ऐसे हालात बन जाते हैं, जहां लोगों का धैर्य जवाब दे जाता है। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि ट्रैफिक प्रबंधन और सड़क अनुशासन को लेकर जिम्मेदार विभाग कितने सतर्क हैं।



आम नागरिक बनाम वर्दी, विश्वास की कसौटी

इस पूरे घटनाक्रम ने आम नागरिक और पुलिस के बीच विश्वास के रिश्ते पर भी सवाल खड़े किए हैं। जब कानून लागू करने वाले अधिकारी सार्वजनिक जगह पर इस तरह का व्यवहार करते नजर आते हैं, तो इसका असर समाज पर दूरगामी होता है। लोग यह सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि यदि एक आम नागरिक के साथ सड़क पर ऐसा व्यवहार हो सकता है, तो उसकी सुरक्षा की गारंटी कौन देगा।


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