सहारनपुर में STF ने मुठभेड़ में एक लाख के इनामी शार्प शूटर सिराज अहमद को ढेर किया, 30 से अधिक केसों में था वांछित
मुठभेड़ में खत्म हुआ सिराज अहमद का अपराध अध्याय
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हुए एक जबरदस्त एनकाउंटर में यूपी स्पेशल टास्क फोर्स ने पूर्वांचल के कुख्यात अपराधी और एक लाख के इनामी बदमाश सिराज अहमद उर्फ पप्पू को ढेर कर दिया। अपराध की दुनिया में सिराज एक जाना-पहचाना नाम था, जिसकी क्राइम हिस्ट्री न केवल लंबी थी, बल्कि हैरान करने वाली भी। वह पूर्वांचल के संगठित अपराध नेटवर्क से जुड़ा एक प्रमुख चेहरा था, जिसकी तलाश पुलिस को कई वर्षों से थी।
आर्मी परिवार में जन्मा, अपराध की ओर मुड़ा
सिराज अहमद एक रिटायर्ड आर्मी मैन का बेटा था। जिस घर से अनुशासन, देशभक्ति और कर्तव्यनिष्ठा की प्रेरणा मिलनी चाहिए थी, वहीं से निकलकर सिराज ने अपराध का रास्ता चुना। शुरुआत में उसकी जिंदगी सामान्य थी, लेकिन धीरे-धीरे वह जुर्म की दुनिया में गहराई तक उतरता चला गया। पुलिस रिकॉर्ड्स के अनुसार, सिराज ने 2006 में एक लूट और मारपीट की वारदात से अपने आपराधिक सफर की शुरुआत की थी।
30 से अधिक संगीन अपराधों में शामिल था सिराज
एक बार अपराध की राह पर चलने के बाद सिराज ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। धीरे-धीरे वह हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती, रंगदारी, गैंगवार, आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट जैसे मामलों में लिप्त होता चला गया। पुलिस के अनुसार, उसके खिलाफ 28 से अधिक मुकदमे दर्ज थे, जिनमें अधिकतर में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी थी। कुछ केस अभी न्यायालय में विचाराधीन थे।
मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़ने के बाद बढ़ी क्रूरता
जांच में सामने आया है कि सिराज अहमद मुख्तार अंसारी के गिरोह से जुड़ा हुआ था। वह इसी गैंग में बतौर शार्प शूटर काम करता था और मुन्ना बजरंगी के संपर्क में भी था। उसका नेटवर्क सुल्तानपुर, लखनऊ, बलिया, जौनपुर से लेकर पश्चिमी यूपी तक फैला हुआ था। वह गैंगवार में सामने से नेतृत्व करता था और पुलिस को बार-बार चकमा देकर फरार हो जाता था।
वकील आजाद अहमद की हत्या ने सिराज को बनाया वांटेड चेहरा
6 अगस्त 2023 को सिराज ने सुल्तानपुर के देहात कोतवाली क्षेत्र में वकील आजाद अहमद की सरेआम हत्या कर दी थी। दिनदहाड़े हुई इस हत्या ने पूरे प्रदेश में सनसनी फैला दी थी। यही वह केस था जिसके बाद पुलिस ने सिराज पर ₹1 लाख का इनाम घोषित किया और उसकी गिरफ्तारी के लिए STF को लगाया गया।
अवैध कमाई से खड़ी की करोड़ों की संपत्ति
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, सिराज ने अपराध को ही अपनी आजीविका बना लिया था। हत्या, रंगदारी, अवैध वसूली, लूट जैसे अपराधों से वह मोटी कमाई करता था और इस धन से उसने लोलेपुर गांव में एक आलीशान मकान, लखनऊ व सुल्तानपुर में प्लॉट, पाइप फैक्ट्री और लगभग 8 बीघा जमीन भी खरीदी थी। पुलिस का कहना है कि यह संपत्ति उसकी घोषित आमदनी से कहीं अधिक है और उसे जब्त करने की प्रक्रिया पहले ही शुरू की जा चुकी थी।
बार-बार जेल से जमानत पर बाहर आकर दोहराता था अपराध
पुलिस के अनुसार, सिराज ने अपने खिलाफ दर्ज 27 मामलों में जमानत ली और हर बार बाहर निकलकर नए अपराधों को अंजाम दिया। कानून के दायरे से बाहर रहते हुए वह लगातार पुलिस और न्याय व्यवस्था को चुनौती देता रहा। इसी वजह से उस पर गैंगस्टर एक्ट की धाराएं लगाई गईं और संपत्ति कुर्की की कार्यवाही भी की गई थी।
ऑपरेशन क्लीन में आया अंत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश में चल रहे ‘ऑपरेशन क्लीन’ के तहत पुलिस लगातार अपराधियों का नेटवर्क ध्वस्त कर रही है। इसी क्रम में STF को खुफिया इनपुट मिला कि सिराज सहारनपुर के पास किसी ठिकाने पर छिपा हुआ है। STF की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर उसे घेर लिया। घेराबंदी के दौरान सिराज ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में STF ने भी मोर्चा संभाला और हुई मुठभेड़ में सिराज को मार गिराया गया।
वकील परिवार को मिला न्याय, सीएम योगी को कहा धन्यवाद
वकील आजाद अहमद की हत्या से टूट चुके उनके परिवार को अब जाकर न्याय मिला है। सिराज के मारे जाने की खबर मिलते ही परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और यूपी STF का आभार जताया और कहा कि भले ही यह न्याय ढाई साल बाद मिला, लेकिन अब उन्हें सुकून है। परिवार ने इसे अपराध के खिलाफ एक बड़ी जीत बताया।
एनकाउंटर के बाद STF की कार्रवाई पर उठे सवाल भी
हालांकि एनकाउंटर के बाद कुछ मानवाधिकार संगठनों ने कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। लेकिन पुलिस का कहना है कि सिराज जैसे शार्प शूटर न केवल पुलिस के लिए खतरा थे, बल्कि पूरे समाज की शांति व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती थे। उसके जिंदा रहते कई और हत्याएं, लूट और गैंगवार की आशंका थी।
सिराज का खात्मा: पूर्वांचल माफिया नेटवर्क को लगा झटका
सिराज अहमद की मौत के साथ ही पूर्वांचल और पश्चिमी यूपी में सक्रिय संगठित माफिया नेटवर्क को एक बड़ा झटका लगा है। पुलिस का मानना है कि सिराज मुख्तार अंसारी के नेटवर्क का फील्ड ऑपरेशनल शूटर था, जो जमीनी स्तर पर रंगदारी वसूलने, विरोधियों को ठिकाने लगाने और डर का माहौल बनाने में लगा रहता था।
आगे क्या? STF की सूची में अभी कई बड़े नाम बाकी
सिराज की मुठभेड़ के बाद अब STF की निगाहें प्रदेश में सक्रिय अन्य इनामी और गैंगस्टर बदमाशों पर हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, कई और कुख्यात अपराधियों की लोकेशन ट्रेस की जा चुकी है और अगले कुछ हफ्तों में ऑपरेशन क्लीन के तहत और भी बड़ी कार्रवाई देखने को मिल सकती है।


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